shweta tripathi sharma वेब सीरीज मिर्जापुर 3 के लिए काफी समय से सुर्खियां बटोर रही हैं. सीरीज में उनके को एक्टर रहे अली फजल हाल ही में पिता बने है,जिसके लिए श्वेता बेहद खुश हैं , लेकिन निजी जिंदगी से जुड़ी मातृत्व की जिम्मेदारी पर वह साफतौर पर कहती हैं कि मैं अपने को एक्टर्स से प्रतिस्पर्धा उनकी निजी जिंदगी को लेकर नहीं करती हूं.उनके कामों को लेकर मैं प्रभावित होती हूं. अली जिस तरह का काम कर रहा है. वह कमाल का है.यहां वह मिर्जापुर कर रहा है. हॉलीवुड में लीजेंड एक्टर्स के साथ उसने स्क्रीन शेयर किया है, जिनसे मिलना भी किसी एक्टर के लिए सपने जैसा है.वह थिएटर भी करता है.जहां तक बात मां बनने के सवालों पर है. मैं अक्सर सुनती हूं कि फैमिली का प्रेशर रहता है कि आपको एक उम्र या शादी के कुछ सालों बाद बच्चे प्लान कर लेना चाहिए लेकिन मेरे घर वाले बहुत अच्छे हैं. उनको पता है कि यह मेरा निजी फैसला है, इसलिए अच्छा हो कि ये फैसला मैं खुद लूं. मैं बताना चाहूंगी कि सिर्फ मेरा परिवार ही नहीं बल्कि मेरे लाइफ पार्टनर चीता की भी सोच यही ही है कि यह मेरा फैसला हो. मुझे भी यही लगता है कि यह महिला को ही फैसला लेने का अधिकार होना चाहिए. चाहे कितनी भी सपोर्टिव फैमिली हो, लेकिन शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक तौर पर सारी जिम्मेदारी महिला पर ही होती है. लड़की जब रेडी हो, वही सही वक्त है. उसको मां बनना है या नहीं बनना है, ये सिर्फ और सिर्फ उसका फैसला होना चाहिए। अभी मेरा फोकस मेरी अगली रिलीज है, जो वेब सीरीज -काली आँखें होगी. हाल ही में मैंने इस सीरीज की शूटिंग खत्म की है. उसमें श्वेता गोलू से बिल्कुल अलग अवतार में आपको नजर आयेगी.
चीता लाइफ पार्टनर के साथ चीयरलीडर भी
साल 2018 में श्वेता त्रिपाठी ने रैपर और एक्टर चैतन्य शर्मा उर्फ चीता से शादी की थी. शादी से पहले दोनों ने लम्बे समय तक एक दूसरे को डेट भी किया था.गौरतलब है कि दोनों की मुलाकात थिएटर में हुई थी और वही प्यार भी हुआ और इकरार भी. श्वेता अपने पति चैतन्य को अपनी जिंदगी में ब्लेसिंग करार देती हुए यह भी कहती हैं कि मैं लकी हूं कि मैंने इंडस्ट्री के ही लड़के से शादी की है. अक्सर लोगों को लगता है कि लाइफ पार्टनर एक ही प्रोफेशन का नहीं होना चाहिए लेकिन अपने शादी के इन छह सालों के अनुभव में मैंने ये समझा है कि इससे चीजें आसान हो जाती हैं. हम दोनों एक-दूसरे के सपने को बहुत समझते हैं. हमारे मन के मुताबिक काम नहीं मिलता है तो हम परेशान होते हैं, शायद किसी और फील्ड का इंसान इस बात को नहीं समझ सकता लेकिन हम एक दूसरे की ख़ुशी, डिप्रेशन ,असुरक्षा की भावना सभी को समझते हैं और उसपर डिस्कस भी करते हैं.चीता मेरी लाइफ के एंकर हैं. जब मुझे काम नहीं मिलता है अपने मन का, तो मैं बहुत रोती हूं. उस वक्त चीता एक फ्रेंड की तरह मुझे सपोर्ट करते हैं.मैं बताना चाहूंगी कि जब मुझे मिर्ज़ापुर 3 के लिए ट्रोल किया जा रहा था तो मुझसे ज्यादा परेशान चीता था.उसने मुझे समझाया कि तुमने बहुत अच्छा काम किया है और जो लोग तुम्हे टारगेट कर रहे हैं.उनकी संख्या थोड़ी है , ज्यादा लोग तुम्हारी तारीफ कर रहे हैं , तो तुम वो साइड देखो। वह मेरा लाइफ पार्टनर होने के साथ – साथ चीयरलीडर भी है.
चीता और मेरी फिल्मों की चॉइस अलग है
हम दोनों लाइफ पार्टनर है. एक ही इंडस्ट्री से है , लेकिन फिल्मों को लेकर हमारी पसंद काफी अलग है. चीता को कमर्शियल सिनेमा बहुत पसंद है. वे मुझे भी बोलता है कि दर्शकों को क्या पसंद है, उसे देखो. उसका मानना है कि एक बार हम ऑडियंस को समझेंगे, तो हम और अच्छा कर सकते हैं. मुझे ‘लापता लेडीज’ जैसी फिल्में बहुत पसंद हैं और वह फिल्म चीता को भी काफी पसंद है तो हम एक दूसरे को और अच्छा करने के लिए अलग- अलग प्रेरित करते हैं।