superstar singer 3 रियलिटी शो में झारखंड के हजारीबाग के अथर्व बक्शी ने अपनी गायकी से सभी का दिल जीत लिया है.जजेस से लेकर शो में शिरकत करने वाले सेलिब्रिटीज तक सभी उनके मुरीद हैं. विद्या बालन से लेकर नेहा कक्कड़ तक कई नाम इसमें शामिल हैं.अथर्व से उनके सिंगिंग जर्नी सहित कई पहलुओं पर उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश
सुपरस्टार सिंगर 3 की अब तक की जर्नी कैसी रही है ?
जर्नी अभी तक बहुत अच्छी जा रही है. मैं बहुत ही ब्लेस्ड फील कर रहा हूं कि मैं टॉप नाइन तक पहुंच गया हूं. उसके आगे की जर्नी का नहीं पता है.यह जरूर कहूंगा कि यहां पर बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है . लोग बहुत प्यार करते हैं.सारे लोग बहुत ही जमीन से जुड़े हुए हैं.एक जो स्टेज फीयर होता है उससे भी हमें छुटकारा मिला है.इस शो की वजह से बहुत सारे मौके में मिल रहे हैं तो बहुत ही अच्छा लग रहा है.
क्या आपको स्टेज फीयर है?
हां,जब मैं ऑडिशन में आया था ,तो बहुत डरा हुआ था. जिस रैम्प पर हम गाते हैं.वह मुझे बहुत ही ऊपर नीचे लग रहा था। अब ऐसा कुछ महसूस नहीं होता है. स्टेज में खुद को कैसे प्रेजेंटे करते हैं. उसमें भी बहुत सुधार आया है.
आपका पहला रियलिटी शो है या फिर इससे पहले भी अपने किसी सिंगिंग रियलिटी शो में ऑडिशन दिया था?
से पहले मैं दो और सिंगिंग रियलिटी शो में गया हूं.सारेगामापा लिटिल चैंप्स और दूसरा है स्वर स्वर्ण भारत . सारेगामापा लिटिल चैंप्स में फाइनल तक गया था लेकिन मैं शो जीत नहीं पाया था.इन दोनों का अनुभव मुझे बहुत काम आया. हारने के बाद भी मैंने गिव अप नहीं किया था. मैं और ज्यादा रियाज किया. मेरी फैमिली और मेरा गोल बन गया था कि अब सुपरस्टार सिंगर में आना है. मेरी पूरी कोशिश रहेगी कि मैं जीत कर ही जाऊं.
अगर आप विनर बनते हैं तो इनाम की राशि के साथ अब क्या करना चाहेंगे?
अभी कुछ भी बोलना जल्दीबाजी होगी। जिस तरह से लोग मुझे पसंद कर रहे हैं. जजेस मेरी सिंगिंग की तारीफ कर रहे हैं. उसे उम्मीद तो बनती है कि मैं यह शो जीत सकता हूं. मैं बहुत मेहनत भी कर रहा हूं.अगर जीता तो मैं मम्मी पापा को विदेश का टूर करना चाहूंगा. पापा अपने काम के सिलसिले में बाहर गए हैं ,लेकिन मम्मी कभी नहीं गई है तो मैं उनके लिए यह करना चाहता हूं.
किस उम्र में अपने गाना शुरू किया क्या फैमिली का फैसला था कि आप सिंगिंग करें?
मेरी फैमिली कभी नहीं चाहती थी कि मैं सिंगिंग में आऊं. हर किसी की तरह मैं भी सिंगिंग रियलिटी शो देखता था. मैंने इंडियन आइडल 10 देखा था.उसमें मैं सिंगर सलमान अली भैया को बहुत पसंद था और उनका गाने का अंदाज भी हमेशा फॉलो करता रहता था. एकदम से मैं सुर में नहीं था. मैं बताना चाहूंगा कि मेरे पिता अपने कॉलेज के जमाने में बहुत अच्छा गाते थे. उनका हज़ारीबाग में एक ऑर्केस्ट्रा बैंड भी था. उन्होंने कई रियलिटी शो में हिस्सा लिया था ,लेकिन वे आगे नहीं जा सके थे.उन्हें पता था कि सिंगिंग में करियर बनाना आसान नहीं है. उनका खुद का सपना टूटा था इसलिए वह नहीं चाहते थे कि मैं भी उस दर्द से गुजरूँ. वे चाहते थे कि मैं पढ़ाई पर ही पूरी तरह से फोकस करूं, लेकिन मेरी मम्मी और मेरे मामा को लगता था कि मैं सिंगिंग में अच्छा कर सकता हूं. मैं जब सीख भी नहीं रहा था. उन्होंने मुंबई के अजीवासन के कंपटीशन में मुझसे पार्टिसिपेट करवाया था. और मैं वह जीत गया था, उसके बाद सुरेश वाडकर सर और पदमा मैम ने मुझे वहां सीखने के लिए स्कॉलरशिप दी थी.
उस वक़्त आपकी उम्र क्या थी?
आठ साल के आसपास थी.उसके बाद मैं सिंगिंग की फॉर्मल ट्रेनिंग शुरू की.शुरुआत में मैंने लाइट म्यूजिक सीखना ही शुरू किया था. धीरे-धीरे मेरी रुचि क्लासिकल सिंगिंग की ओर गई. अजीवासन में मैंने क्लासिकल म्यूजिक सीखा और लाइट म्यूजिक मैंने अपने पापा से सीखना शुरू किया .
आपके म्यूजिक के चुनाव को लेकर आपके पिता किस तरह से राजी हुए?
मेरे मामा को इसका श्रेय जाता है. उन्होंने पापा को बहुत समझाया था और उन्होंने ही पापा को मनाया था कि मुझे म्यूजिक में जाने दे.
आपके पापा मम्मी क्या काम करते हैं?
मेरे पापा आईटी में प्रोजेक्ट मैनेजर हैं. मेरी मम्मी पहले स्कूल में पढ़ाती थी,लेकिन जब से मैं रियलिटी शोज में हिस्सा लेने लगा. उन्होंने स्कूल छोड़ दिया और पूरी तरह से अपना फोकस मुझ पर कर दिया.
रियलिटी शोज और अपनी पढ़ाई को आप किस तरह से मैनेज करते हैं?
मेरी मम्मी और पापा दोनों की सोच है कि म्यूजिक से पहले आपके लिए पढ़ाई होनी चाहिए,इसलिए मैं भी हमेशा से पढ़ाई को बहुत अहमियत देता आया हूं.सुपरस्टार सिंगर में रविवार और सोमवार को शूटिंग होती है. उसके बाद दो दिन तक हम फ्री रहते हैं तो उसमें अपनी पढ़ाई करता हूं. गाने हमें गुरुवार को मिलते हैं, जिसके के बाद हमारी प्रैक्टिस शुरू होती है. मुझे सुपरस्टार सिंगर के साथ-साथ अपनी पढ़ाई को भी अच्छे से मैनेज करना है क्योंकि जैसे यह शो खत्म होगा. स्कूल में मेरे एग्जाम शुरू हो जाएंगे. मैं सातवीं क्लास का छात्र हूं.
आप पढ़ाई में कैसे हैं?
सभी बोलते है कि मैं पढ़ाई में बहुत अच्छा हूं. मेरे मार्क्स 90% के ऊपर ही आते हैं.मेरे पसंदीदा विषय गणित और अंग्रेजी है.
रियलिटी शोज नहीं करते थे कम दिन में आपकी रूटीन क्या होती है?
मेरे स्कूल का टाइम 7:15 का है हमारे स्कूल वैन 6:45 को आ जाती है. मैं सुबह 5:00 बजे उठता हूं और स्कूल के लिए तैयार होकर मैं अपना रियाज करता रहता हूं. जब तक की स्कूल की बस नहीं आ जाती है.स्कूल से आकर मैं अपना होमवर्क करता हूं और थोड़ा देर सो जाता हूं. शाम में अपना रियाज करके फिर मैं खेलने चला जाता हूं.इस तरह से मैं हर चीज बैलेंस करता हूं.
क्या आपने तय कर लिया है कि आपको म्यूजिक में ही कैरियर बनाना है?
हां अभी मैं यही सोचा है. मैंने म्यूजिक डायरेक्टिंग भी शुरू कर दिया है. अभी एक गाना मैं कंपोज भी किया था.
म्यूजिक में आपकी प्रेरणा कौन रहे है?
मेरे पहले गुरु मेरे पापा ही रहे हैं. बचपन में मैंने सबसे ज्यादा उनकी ही सिंगिंग को सुना है. उसी को सुन सुनकर संगीत में मेरी रूचि जगी थी तो मेरे लिए सबसे पहली प्रेरणा वही है.उनके साथ अरिजीत सिंह, श्रेया घोषाल, रफ़ीजी , किशोर जी, लता जी और आशा भोंसले जी हैं.
हज़ारीबाग की सबसे अच्छी बात आपको क्या लगती है ?
मेरा ओरिजिनल घर तो हजारीबाग ही है, लेकिन पापा की जॉब की वजह से हम मुंबई शिफ्ट हो गए हैं . मैं खारघर रेयान इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ता हूं.हजारीबाग को बहुत मिस करता हूं क्योंकि मेरे पापा के सारी रिश्तेदार वहीं रहते हैं.मेरे चाचा, चाची, बुआ सभी वहां रहते हैं.उनके बच्चों के साथ मैं बहुत खेलता हूं, तो मैं उसको बहुत मिस करता है. मैं वहां का खाना भी बहुत इंजॉय करता हूं.मैं वहां का लिट्टी चोखा बहुत मिस करता हूं. वैसे हर साल दिवाली में हम हजारीबाग जरूर जाते हैं.