Indian Football Team: भारतीय फुटबॉल टीम ने गुरुवार (20 जुलाई) को एक और अविश्वसनीय उपलब्धि हासिल की. टीम इंडिया 2018 के बाद पहली बार फीफा रैंकिंग में शीर्ष 99 में प्रवेश किया. सुनील छेत्री की अगुवाई वाली भारतीय टीम सैफ चैम्पियनशिप खिताब की बदौलत एक पायदान के फायदे से 99वें स्थान पर पहुंच गई, जो कि पिछले कुछ समय तक 100 या उससे ज्यादा पर अटकी हुई थी. भारत के अब 1208.69 अंक हो गये हैं.
भारत ने इस महीने के शुरू में बेंगलुरु में हुई सैफ चैम्पियनशिप में लेबनान और कुवैत पर क्रमश: सेमीफाइनल और फाइनल में पेनल्टी शूटआउट से जीत दर्ज की. लेबनान को भी दो पायदान का फायदा हुआ जिससे वह भारत से बिलकुल नीचे 100वें स्थान पर मौजूद है जबकि कुवैत चार पायदान की छलांग से गुरुवार को जारी ताजा फीफा रैंकिंग में 137वें स्थान पर पहुंच गया. पश्चिम एशियाई देश लेबनान और कुवैत को सैफ चैम्पियनशिप के लिए आमंत्रित किया गया था ताकि टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धा का स्तर मजबूत रहे.
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इससे पहले भारतीय फुटबॉल टीम 15 मार्च 2018 को 99वें स्थान पर थी. उसके बाद से टीम इंडिया के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी देखने को मिली. इसका खामियाजा यह हुआ कि टीम की रैंकिंग काफी नीचे गिरती चली गई. जब से क्रोएशिया के इगोर स्टिमैक टीम इंडिया के कोच बने हैं तब से टीम के प्रदर्शन में सुधार देखने को मिला है. अब टीम इंडिया फिर से टॉप-99 में शामिल हो गई है.
इसी के साथ भारत ने 2026 फीफा विश्व कप क्वालीफायर के पॉट 2 में जगह पक्की कर ली है, जिसका मतलब है कि वे पॉट 2 में सबसे निचली रैंक वाली टीम होगी और इसलिए क्वालीफायर में 17 उच्च रैंकिंग वाले एशियाई देशों में से आठ से बचेंगे. इसका मतलब यह है कि भारत को काफी बेहतर समूह में रखा जाएगा, जिसमें अधिकांश निचली रैंकिंग वाली टीमें होंगी. इसलिए इससे ब्लू टाइगर्स की शीर्ष 2 में जगह बनाने और योग्यता के बाद के चरणों में आगे बढ़ने की संभावना बढ़ जाएगी.
भारतीय फुटबॉल टीम के लगातार दूसरी बार एशियाई खेलों से चूकने की संभावना है क्योंकि यह महाद्वीप में शीर्ष आठ रैंकिंग में शामिल होने के खेल मंत्रालय के मानदंडों को पूरा नहीं करती है. अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने पहले योजना बनाई थी कि राष्ट्रीय सीनियर टीम के मुख्य कोच इगोर स्टिमैक थाईलैंड में किंग्स कप (7 से 10 सितंबर) के बाद चीन के हांगझोऊ में 23 सितंबर से आठ अक्टूबर तक होने वाले एशियाई खेलों में अंडर-23 टीम की देखरेख करेंगे. 2002 से लेकर अब तक एशियाई खेलों में फुटबॉल की अंडर-23 टीमें ही खेलती हैं और एक टीम में इससे ज्यादा उम्र के सिर्फ तीन खिलाड़ियों को खेलने की अनुमति दी जाती है.
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) और सभी राष्ट्रीय खेल महासंघों (एनएसएफ) को भेजे गए पत्र में खेल मंत्रालय ने कहा है, ‘टीम स्पर्धाओं के लिए केवल उन्हीं खेलों को शामिल किया जाएगा जिन्होंने एशिया के भाग लेने वाले देशों के बीच पिछले एक साल में एक से आठवीं रैंकिंग तक हासिल की है.’ रैंकिंग में भारत एशिया में टॉप-8 के आसपास भी नहीं है. टीम इंडिया मौजूदा समय में एशियाई फुटबॉल परिसंघ के तहत देशों में 18वें स्थान पर है.
आपको बता दें कि भारत की सर्वश्रेष्ठ फीफा रैंकिंग 94 रही है जो टीम ने 1996 में हासिल की थी. टीम 1993 में भी 99वें स्थान पर पहुंची थी जबकि 2017 और 2018 में 96वां स्थान हासिल करने में सफल रही थी. पिछले महीने टीम 100वें स्थान पर थी.
विश्व चैंपियन अर्जेंटीना की शीर्ष पर बादशाहत कायम है. लियोनल मेसी की कप्तानी में अर्जेंटीना ने पिछले साल के अंत में फीफा वर्ल्ड कप अपने नाम किया था. उसके बाद फ्रांस दूसरे, ब्राजील तीसरे, इंग्लैंड चौथे और बेल्जियम पांचवें स्थान पर है. क्रोएशिया छठे, नीदरलैंड सातवें, यूरो चैंपियन इटली आठवें, क्रिस्टियानो रोनाल्डो की टीम पुर्तगाल नौवें और स्पेन 10वें पायदान पर है. अमेरिका की टीम को दो स्थान का फायदा हुआ है. वह 13वें से अब 11वें नंबर पर आ गई है. एशिया में जापान 20वें स्थान से शीर्ष पर है जबकि ईरान (22वीं रैंकिंग), आस्ट्रेलिया (27), कोरिया (28) और सऊदी अरब (54) शीर्ष पांच में शामिल अन्य टीम हैं.