गढ़वा : गढ़वा में 8 मई शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव पाये गये 20 लोगों को मेराल प्रखंड मुख्यालय स्थित ज्योति नर्सिंग एंड रिसर्च सेंटर कोविड-19 अस्पताल में भर्ती किया गया है. ये सभी पिछले दिनों दूसरे राज्यों से गढ़वा लौटे थे. शुक्रवार को देर रात रिम्स में जांच के बाद इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन हरकत में आया और शनिवार 9 मई को सभी को मेराल कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया.
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कोरोना पॉजिटिव मरीजों को सिविल सर्जन गढ़वा डॉ नंद किशोर रजक और उनकी टीम की देखरेख में भर्ती किया गया. यहां बता दें कि कुछ दिन पूर्व गुजरात के सूरत से बहुत से प्रवासी मजदूर नगर उंटारी पहुंचे थे, जिन्हें प्रशासन ने महोदया में निर्माणाधीन जेल भवन में क्वारेंटाइन में रखा था. उन्हीं मरीजों के सैंपल जांच करने के बाद 20 मजदूर कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं.
20 मजदूरों को कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद शुक्रवार की सुबह सभी मजदूरों को मेराल स्थित कोविड-19 अस्पताल में एडमिट करा दिया गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार धुरकी प्रखंड के 5, नगर उंटारी बंशीधर के 6, खरौंधी प्रखंड के 2, मझिआंव प्रखंड के 1, बरडीहा प्रखंड के 4, भवनाथपुर प्रखंड के 2 और करकट्टा पलामू के 1 मजदूर कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं.
प्रशासन के द्वारा मेराल स्थित ज्योति नर्सिंग एंड रिसर्च सेंटर को कोरोना मरीजों के देखभाल के लिए जिले का कोविड-19 अस्पताल बनाया गया है. यहां कोविड-19 स्थापित करने के लिए प्रशासन के द्वारा चार अप्रैल को पत्र निर्गत किया गया था. गढ़वा के सिविल सर्जन एन के रजक, डॉ अनिल साव, मेराल थाना प्रभारी, मेराल बीडीयो और मेराल के सीओ की उपस्थिति में नौ अप्रैल को इसका उद्घाटन किया गया था.
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22 अप्रैल को जिले के पहले कोरोना पॉजिटिव मरीज को यहां भर्ती कराया गया था. बाद में दो और बच्चों को कोरोना पॉजिटिव पाये जाने पर 26 अप्रैल को भर्ती कराया गया था. कुछ दिन पूर्व भर्ती किये गये पहले मरीज को किडनी के इलाज के लिए रांची रेफर कर दिया गया था, जबकि दोनों बच्चों को लगातार दो रिपोर्ट निगेटिव आने पर 8 मई को सिविल सर्जन की उपस्थिति में उसके घर जाने के लिए डिस्चार्ज कर दिया गया था.
जहां 8 मई को गढ़वा के तीनों कोरोना पॉजिटिव मरीजों के ठीक होने के बाद उपायुक्त नले गढ़वा को कोरोना मुक्त घोषित किया था वहीं, अब यह 20 नये कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद जिलेवासियों की खुशी कुछ ही घंटों में गम में बदल गयी. आठ मई की शाम को ही जिला प्रशासन की ओर से कहा गया कि गढ़वा जिले के सभी तीन कोरोना के मरीज अब बिलकुल ठीक हो गये हैं और उन्हें छोड़ा जा रहा है. मरीजों को डिस्चार्ज करने के बाद गढ़वा को कोरोना मुक्त भी घोषित कर दिया गया, वहीं 8 मई की ही रात में 20 नये कोरोना पॉजिटिव मरीज जिले में पाये गये.
कोविड-19 अस्पताल की व्यवस्था से संबंधित पूछे जाने पर ज्योति नर्सिंग एंड रिसर्च सेंटर के निदेशक डॉ अनिल साहू ने बताया कि कोरोना मरीजों के इलाज के लिए मैंने अपने निजी अस्पताल को सरकार को सौंप दिया है. जहां एडमिट मरीजों को कुशल डॉक्टर एवं एएनएम के द्वारा दवा के साथ अच्छा गुणवत्ता युक्त भोजन, दूध, चाय सब कुछ समय पर दिया जा रहा है. लेकिन 5 मई के रात्रि में आये भीषण आंधी-तूफान से अस्पताल को बहुत ज्यादा क्षति पहुंची है. जिसमें सोलर प्लेट टूट जाने से प्रकाश एवं पंखा की व्यवस्था, पानी टंकी टूट जाने से पानी की व्यवस्था करने में कठिनाई उत्पन्न हो रही है.