Bihar Suicide News: बिहार में कर्ज के बोझ तले दबकर कई लोग अपनी जान दे चुके हैं. गोपालगंज में कर्ज से तंग आकर एक महिला ने खुदकुशी कर ली. सिरिसिया बाजार में कर्ज में डूबी महिला ने पसुली से अपने गला को काट कर सुसाइड कर लिया. घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी. मौके पर पहुंची पुलिस शव को कब्जा में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया. मृत महिला सिरिसिया बाजार के नाजीर हुसैन की बीवी रेशमा खातून (32 वर्ष) है. उसके तीन बच्चे हैं. महिला का शौहर पिछले कई महीनों से विदेश में मजदूरी करता है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शनिवार की सुबह आठ बजे सिरिसिया बाजार के नाजीर हुसैन की पत्नी रेशमा ने फोन पर बात की. उसके बाद घर में गयी और पसुली से अपना गला काट लिया. बच्चे चिखने-चिल्लाने लगे. आसपास के लोग आये. डर से कोई उसे अस्पताल तक ले जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था. घटना की सूचना पुलिस को मिली, तो तत्काल अपर थानाध्यक्ष मनोज कुमार व एसआइ मुन्नी लाल सिंह मौके पर पहुंचे. पुलिस के पहुंचने से पहले उसकी मौत हो चुकी थी. पुलिस उसके शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. बाद में उसके मायके वाले आये, तो उनके बयान को रेकॉर्ड करने के बाद पुलिस जांच में जुट गयी है.
ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि रेशमा खातून स्वरोजगार करने के लिए समूह से पांच लाख कर्ज लिया था. उसका किस्त चुकता नहीं कर पा रही थी, जिसके कारण कई दिनों से दबाव में रह रही थी. पुलिस भी मान रही कि कर्ज के अवसाद में सुसाइड कर ली है.
पुलिस कप्तान स्वर्ण प्रभात के आदेश के बाद शनिवार की देर शाम मुजफ्फरपुर से एफएसएल की टीम सिरिसिया पहुंची. घटनास्थल से नमूनों को कलेक्ट किया. मिट्टी, खून से सनी पसुली व कपड़े को फोरेंसिक जांच के लिए ले गयी. उधर, घटना को लेकर गांव के लोग कुछ बोलने से परहेज कर रहे.
गौरतलब है कि बिहार में कर्ज के बोझ से तंग आकर जान देने की कई घटनाएं पूर्व में भी घट चुकी हैं. हाल में ही नवादा और जमुई जिले में ऐसे मामले सामने आए. जमुई में कर्ज के बोझ से दबे मजदूर युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. चरकापत्थर थाना क्षेत्र अंतर्गत रजौन पंचायत के विशनपुर गांव में हुई इस घटना ने पूरे जिले में सनसनी फैलायी थी. जमीरउद्दीन अंसारी (36) ने अपने घर के बरामदे पर ही कड़ी में फंदा लगा लिया था. बताया जाता कि मृतक जमरूद्दीन मजदूरी कर किसी तरह अपने परिवार का भरण पोषण करता था. कुछ माह पूर्व उसने बंधन बैंक से 65000 रुपये कर्ज लिया था और ईएमआइ पर अन्य जगह से एक बाइक भी खरीदा थी. इसके अलावा भी आसपास के लोगों से भी उसने कर्ज ले रखा था. गांव के लोग बताते हैं कि करीब 3 लाख रुपए के कर्ज तले वह दबा था और इसे चुकता नहीं कर पाने के कारण उसे लगातार डिमांड आ रहा था. इससे तंग आकर उसने खुदकुशी कर ली. उसने पत्नी और बच्चे को कमरे में भेजकर खुद बरामदे पर ही रात में अपना बिस्तर लगा लिया था. सुबह फंदे से लटका उसका शव बरामद किया गया था.
ऐसी ही एक घटना नवादा से सामने आयी थी. जब नगर थाना क्षेत्र के वीआइपी कॉलोनी स्थित कृष्ण गार्डन होटल के एक कमरे में जहर खाकर एक युवक ने आत्महत्या कर ली थी. होटल के कमरे से युवक का शव बरामद किया गया था. कर्ज के बोझ से तंग आकर जहर खाकर आत्महत्या करने का कारण बताया जा रहा था. मृतक की पहचान नगर थाना क्षेत्र के गोंदापुर मुहल्ले निवासी विनोद कुमार के पुत्र ऋषिकेश कुमार के रूप में हुई थी. जिसने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी. परिजनों के अनुसार, कर्ज की लेनदेन के मामले में खुदकुशी कर ली गयी. गौरतलब है कि इसी कर्ज के बोझ में पिछले वर्ष एक परिवार के पांच लोगों ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी.