Gujarat Election Result 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में रिकॉर्ड जीत हासिल करने के साथ ही बीजेपी एक बार फिर से प्रदेश में सरकार बनाने जा रही है. वहीं, राज्य में आम आदमी पार्टी (AAP) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार अपनी ही सीट बचाने में कामयाब नहीं हो पाए. बता दें कि आम आदमी पार्टी ने एक जनमत सर्वेक्षण में इसुदान गढ़वी को अधिकतम वोट मिलने के बाद उन्हें सीएम पद का प्रत्याशी घोषित किया था. हालांकि, वह गुजरात की राजनीति में अपनी और अपनी पार्टी की शुरुआत को शानदार बनाने के लिए पर्याप्त वोट हासिल करने में असफल रहे.
खंभालिया सीट से ‘आप’ के उम्मीदवार इसुदान गढ़वी बीजेपी के अयार मुलुभाई हरदासभाई बेरा से पराजित हो गए, जिन्हें गढ़वी से 10 प्रतिशत अधिक वोट मिले. पत्रकार से राजनेता बने गढ़वी केवल एक साल पहले जून, 2021 में राजनीति में आये थे और आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे. उन्होंने राज्य की जनता से बीजेपी के 27 साल के शासन का अंत कर ‘आप’ को सत्ता में लाने का आह्वान किया था. उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव नियुक्त किया गया और इस साल नवंबर में पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल द्वारा AAP के मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में घोषित किया गया था.
आम आदमी पार्टी ने लोगों से सोशल मीडिया, एसएमएस और ईमेल के जरिए पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के संबंध में अपनी राय देने को कहा था. 70 प्रतिशत से अधिक उत्तरदाताओं ने इसुदान गढ़वी के पक्ष में अपनी राय व्यक्त की थी. गढ़वी महीने भर चले तूफानी चुनाव प्रचार के दौरान अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के साथ पार्टी के स्टार प्रचारक थे. प्रचार अभियान के दौरान, गढ़वी ने खुद को किसान का बेटा होने और कृषक समुदाय का समर्थन जीतने के लिए ‘आप’ के बिजली, पानी और उपज के लिए लाभकारी मूल्य के वादे की बात की थी, लेकिन वह मतदाताओं के साथ तालमेल बिठाने में विफल रहे.
‘आप’ चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त समर्थन हासिल करने में विफल रही. लेकिन, कई जगहों पर उसने कांग्रेस के मत हथिया लिए, जिससे करीबी मुकाबले वाली सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों की जीत हुई. एक राजनीतिक पर्यवेक्षक ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी के पास अब पंजाब के प्रयोग को दोहराने का अवसर है, जहां वह पहले प्रयास में विफल रहने के बाद दूसरे प्रयास में सत्ता में आई थी. पर्यवेक्षक ने कहा कि गढ़वी के लिए, प्रासंगिक बने रहना और लोगों के नेता के रूप में उभरना वास्तविक चुनौती होगी. उन्होंने कहा कि गढ़वी के सामने बूथ और प्रखंड स्तर पर पार्टी का एक ठोस कैडर आधार बनाने की चुनौती होगी, ताकि राज्य में बीजेपी और कांग्रेस का मुकाबला किया जा सके.
पत्रकार के रूप में इसुदान गढ़वी की पिछली भूमिका ने उन्हें चुनाव प्रचार के दौरान आसानी से जनता से जुड़ने में मदद की. देवभूमि द्वारका जिले के पिपलिया गांव के मूल निवासी गढ़वी का जन्म किसान परिवार में हुआ था. वह अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, जो राज्य की आबादी का 48 प्रतिशत है. गढ़वी ने अहमदाबाद की गुजरात विद्यापीठ से पत्रकारिता में डिग्री प्राप्त हासिल की थी और लगभग 17 साल पहले एक स्थानीय समाचार चैनल के साथ पत्रकार के रूप में अपना करियर शुरू किया था.
Also Read: Gujarat Election Result 2022: गुजरात में चला ‘ब्रांड योगी’ का जादू, सभी रिकॉर्ड तोड़कर खिला ‘कमल’