गुमला, दुर्जय पासवान : गुमला में 23 महीने बाद पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में पुलिस को बड़ी सफलता मिली. हार्डकोर नक्सली राजेश उरांव मारा गया. राजेश 10 वर्ष पहले भाकपा माओवादी में शामिल हुआ था. इसके बाद से वह आतंक का पर्याय बने हुए थे. राजेश के मारे जाने से पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. साथ ही क्षेत्र के ठेकेदार और व्यापारियों ने राहत की सांस ली है. आज से 23 माह पहले 15 जुलाई 2021 को चैनपुर थाना के कोचागानी जंगल में पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुआ था. जिसमें गुमला पुलिस ने जंगल में छिपे 15 लाख रुपये के इनामी शीर्ष नेता बुद्धेश्वर उरांव तक को मार गिराया था. उसके पास से उस समय एके-47, इंसास सहित विस्फोटक मिला था.
नक्सलियों के खिलाफ लगातार चली अभियान
इधर, 23 माह तक लगातार पुलिस नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाती रही. जिसके बाद सभी नक्सली या तो छिप गये थे या फिर दूसरे जिले में जाकर रह रहे थे. लेकिन, कुछ दिनों से दोबारा नक्सली गतिविधि शुरू हुई, तो पुलिस ने छापामारी शुरू कर दी. साथ ही खुफियातंत्र को अलर्ट कर दिया. इसी दौरान गुरुवार को गुमला के एसपी डॉ एहतेशाम वकारीब को गुप्त सूचना मिली की नक्सली आंजन व मरवा इलाके में घूम रहे हैं. इसके बाद एसपी अपने जवानों के साथ जंगल में घुसे और नक्सली को मार गिराया. गुमला पुलिस के लिए यह बड़ी सफलता है.
एनआईए ने एक लाख का इनाम रखा
गुमला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, एनआईए को भी राजेश उरांव की तलाश थी. राजेश उरांव के खिलाफ लातेहार के चंदवा में हुए चार पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में एनआईए ने भी केस दर्ज किया था. 17 जुलाई, 2022 को एनआईए के निर्देश पर राजेश उरांव के घर पर घाघरा पुलिस ने इश्तेहार भी चिपकाया था. चार पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले की जांच कर रही एनआईए ने झारखंड में एक करोड़ के इनामी पतिराम मांझी पर 10 लाख, अजीत उरांव उर्फ चार्लिस, सौरभ दा पर पांच लाख, नवीन, रविंद्र गंझू, छोटू खेरवार, अमन गंझू, नीरज सिंह खेरवार व मृत्युंजय भुइयां पर चार लाख, मनीष यादव, संटू भुइयां, नागेंद्र यादव, शीतल मोची, नेशनल गंझू, कुंदन खेरवार पर तीन-तीन लाख, खतेश गंझू, रंथू उरांव, अनिल तुरी, प्रदीप सिंह खेरवार पर दो-दो लाख, राजेश उरांव, लजीम अंसारी, जितेंद्र नागेशिया पर एक-एक लाख रुपये इनाम की घोषणा की है. एनआईए ने सभी को फरार घोषित करते हुए इनाम के राशि की घोषणा की है.
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एसपी ने मुठभेड़ का खुद किया लीड
गुमला एसपी डॉ एहतेशाम वकारीब को जैसे ही पता चला कि नक्सली घूम रहे हैं. वे बिना रूके तुरंत जवानों के साथ जंगल में घुस गये. साथ में एएसपी मनीष कुमार, इंस्पेक्टर मनोज कुमार सहित अन्य अधिकारी व जवान थे. एसपी खुद मुठभेड़ का लीड करते हुए आगे चल रहे थे. तभी नक्सलियों ने फायरिंग की तो पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की. एसपी ने दूसरे नक्सलियों से सरेंडर करने की अपील किया है.
गुमला में अबतक मारे एवं पकड़े गये बड़े नक्सली
13 मार्च, 2015 : चैनपुर प्रखंड के सरगांव जंगल में मुठभेड़ में हार्डकोर नक्सली दीपक मारा गय था
10 जून, 2015 : चैनपुर में मुठभेड़ हुआ था. भाकपा माओवादी का जोनल कमांडर प्रसाद लकड़ा व दो नक्सली पकड़ाया था
25 जुलाई, 2015 : चैनपुर के डीपाटोली गांव में मुठभेड़ में माओवादी के रिजनल कमेटी सदस्य सिलवेस्टर मारा गया था. जबकि एरिया कमांडर दिलबर नायक पकड़ाया था
23 फरवरी, 2016 : पालकोट प्रखंड के कांदेबेड़ा में मुठभेड़ में दस लाख रुपये का इनामी शीर्ष नेता संजय यादव उर्फ यतीन मारा गया था
11 सितंबर, 2016 : पालकोट के बोराडीह में 25 लाख रुपये का इनामी नक्सली सैक सदस्य आशीष यादव उर्फ आशीष दा पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था
12 अप्रैल, 2017 : 15 लाख का इनामी नक्सली नकुल यादव व पांच लाख का इनामी मदन यादव ने सरेंडर किया था. 22 दिन तक पुलिस दोनों को कब्जे में रखकर पूछताछ करने के बाद मीडिया के सामने प्रस्तुत किया था
02 फरवरी, 2018 : लातेहार में हुए मुठभेड़ में गुमला का एरिया कमांडर दो लाख रुपये का इनामी नक्सली घाघरा के सलगी गांव निवासी बीरबल उरांव मारा गया था
19 सितंबर, 2019 : 10 लाख रुपये के इनामी भाकपा माओवादी के सबजोनल कमांडर भूषण यादव ने सरेंडर किया था. बाद में उसकी हजारीबाग जेल में मौत हो गयी थी
31 मई, 2021 : को मरवा जंगल में पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया था. हथियार भी मिला था. पुलिस ने आधा दर्जन आइइडी बम बरामद कर निष्क्रिय किया था
15 जुलाई, 2021 : कोचागानी जंगल में छिपकर बैठे 15 लाख का इनामी बुद्धेश्वर उरांव तक सुरक्षा बल पहुंच गये और मुठभेड़ में कोबरा के जवानों ने बुद्धेश्वर को मार गिराया था. एके-47, इंसास सहित विस्फोटक मिला था
एक जून, 2023 : आंजन व मरवा रास्ते पर जंगल के समीप मुठभेड़ में तीन लाख का इनामी तुंजो गांव निवासी राजेश उरांव को गुमला पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है.