गुमला, दुर्जय पासवान : गुमला जिला के बिशुनपुर प्रखंड स्थित टेमरकरचा गांव में 10 अप्रैल को पीएलएफआई के नक्सलियों ने सड़क निर्माण पर लगे वाहनों को आग लगा दिया था. इस मामले में पुलिस ने पीएलएफआई के एक उग्रवादी लोहरदगा जिला के कैरो तोरांग निवासी अजय उरांव उर्फ संजय उरांव उर्फ दिलजल उरांव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में अजय को केरल से गिरफ्तार किया है.
सड़क निर्माण में लगे एक वाहन को किया था आग के हवाले
पत्रकारों से बात करते हुए अभियान एसपी मनीष कुमार ने बताया कि 10 अप्रैल को सत्या कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा जमटी से टेमरकरचा तक सड़क बनाने का काम किया जा रहा था. जिसमें काम कर रहे एक वाहन को आग लगा दिया गया था और पीएलएफआई का पर्चा फेंक कर काम को रोकने की बात कही गयी थी. जिसके आलोक में पीएलएफआई संगठन के छह-सात अज्ञात लोगों के विरुद्ध बिशुनपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जा रही थी.
कई असलहे बरामद
अनुसंधान के क्रम में यह सामने आया कि हार्डकोर नक्सली अजय उरांव एवं उनके साथियों द्वारा भय का माहौल बनाने के लिए घटना की योजना बनाया गया था. जिसके बाद आवश्यक पूछताछ के लिए केरल से अजय उरांव को गुमला लाया गया. पूछताछ के क्रम में अजय ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की. इस दौरान रांची के चान्हो स्थित बलसोकरा निवासी कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान का नाम भी बताया. इस दौरान पुलिस ने नक्सली अजय की निशानदेही पर उसके घर के पीछे छिपा कर रखा हुआ एक देसी कट्टा, 0.315 बोर की जिंदा गोली और एक पीएलएफआई का पर्चा बरामद किया.
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पुलिस की सक्रियता से नक्सली गिरफ्तार
अभियान एसपी ने कहा कि बाकी उग्रवादियों की भी गिरफ्तारी के लिए छानबीन किया जा रहा है. उन्हें भी जल्द गिरफ्तारी कर लिया जायेगा. बता दें कि पीएलएफआई उग्रवादियों द्वारा 10 अप्रैल को दिन में काम पर लगे एक रोलर एवं पेवर मशीन को आग के हवाले कर दिया गया था. जिसके बाद से इलाके में भय का माहौल था. लगातार पुलिस द्वारा छानबीन की जा रही थी. जिसके बाद एक आरोपी अजय की गिरफ्तारी हुई. मौके पर इस्पेक्टर मनोज कुमार, थानेदार अमित कुमार चौधरी व कुंदन सिंह समेत अन्य मौजूद थे.