Jharkhand News, Gumla News, Hiradah River, NDRF: गुमला (दुर्जय पासवान) : झारखंड के गुमला जिला मे नदी में डूबे तीन युवकों को 48 घंटे बाद भी नहीं खोजा जा सका है. रायडीह के पर्यटक स्थल हीरादह नदी के कुंड को देखकर एनडीआरएफ के जवान भी सहम गये हैं. जैसे-जैसे समय गुजर रहा है, युवकों की सकुशल बरामदगी की उम्मीदें भी टूट रही हैं.
हालांकि, परिवार के लोगों ने अभी भी उम्मीद नहीं छोड़ी है. पथरायी आंखों से अपने बच्चों को हीरादह नदी में खोज रहे हैं. सोमवार को एनडीआरएफ का एक जवान ऑक्सीजन का सिलिंडर लेकर नदी के कुंड में जा घुसा. आधा घंटा बाद ही जवान लौट आया.
जवान ने बताया कि हीरादह कुंड के अंदर कई सुरंग हैं. कुछ इतनी संकीर्ण हैं कि वहां ऑक्सीजन का सिलिंडर लेकर जाना भी मुश्किल है. कुंड के अंदर गहराई में जाना खतरनाक साबित होगा. हालांकि, जवान ने कहा कि अभी तलाश जारी रहेगी. कुंड में ही कहीं तीनों युवक फंसे हो सकते हैं.
Also Read: झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के फेफड़ा ट्रांसप्लांट में लगे 30 लाख रुपये, इलाज पर 80 लाख खर्च का अनुमानएनडीआरएफ की 15 सदस्यीय टीम अलग-अलग जगहों पर नदी में युवकों की तलाश कर रही है. घटना की सूचना पर गुमला शहर से दर्जनों लोग हीरादह पहुंचे. वे लोग भी अपने स्तर से युवकों की तलाश कर रहे हैं. स्थानीय गोताखोर भी युवकों की तलाश करने में जुटे हुए हैं.
गांव के हजारों लोग सोमवार को हीरादह नदी के तट पर पहुंच गये. सभी लोग अपने-अपने तरीके से नदी की हर धारा में युवकों को खोज रहे थे. गुमला डीसी शिशिर सिन्हा, डीडीसी संजय बिहारी अंबष्ठ, एसडीओ रवि आनंद, एसडीपीओ कुलदीप कुमार सहित कई अधिकारी हीरादह पहुंचे.
Also Read: नीतीश कुमार ने बिहार में सातवीं बार मुख्यमंत्री के रूप में ली शपथ, झारखंड भाजपा ने दी बधाईडीसी ने कहा कि जहां खतरनाक एरिया है, वहां लोहे की रेलिंग लगायी जायेगी. पिकनिक का समय आ रहा है. होमगार्ड के जवान तैनात किये जायेंगे. वहीं, भाजपा के महामंत्री मिसिर कुजूर ने हीरादह में पर्यटकों की सुरक्षा के इंतजाम करने की मांग की है.
नदी में डूबे युवक सुमित कुमार भगत के पिता विवेकानंद भगत दिल्ली में सेना सिक्यूरिटी फोर्स में कार्यरत हैं. जब उन्हें पता चला कि उसका बेटा नदी में डूब गया है, तो वे सोमवार को हवाई जहाज से रांची पहुंचे. इसके बाद गाड़ी बुक करके सीधे हीरादह पहुंच गये.
हीरादह नदी में डूबे तीनों युवक बीटेक पास हैं. एक साथ पढ़ाई करने वाले ये तीनों युवक नौकरी की तलाश में हैं. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कर रहे हैं. पिता विवेकानंद भगत ने बताया कि उनका बेटा सुनील कुमार भगत पढ़ने में तेज है. वह बीटेक करने के बाद रांची में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है.
कोरोना संक्रमण के बाद वह अपने घर लक्ष्मण नगर आ गया. विवेकानंद ने कहा कि भगवान से प्रार्थना है कि मेरा बेटा ठीक होगा. गुमला शहर के थाना रोड निवासी अभिषेक कुमार गुप्ता भी बीटेक पास है. कुछ दिन पहले उसके पिता सड़क हादसे में घायल हो गये. इसके बाद से अभिषेक अपने पिता की किराना दुकान व आटा चक्की संभाल रहा है. दुकान चलाकर भी वह पढ़ाई कर रहा है.
लक्ष्मण नगर के सुमित कुमार गिरी बीटेक करने के बाद खाली समय में मार्बल कंपनी में गुमला में काम कर रहा है. वह भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हुए नौकरी की तलाश कर रहा है.
गुमला से रविवार को युवकों का एक दल पिकनिक मनाने हीरादह गया था. युवकों के इस समूह में जशपुर रोड निवासी चंदन कुमार, पालकोट रोड के अभिषेक कुमार, चेटर अमृत नगर निवासी दीपू कुमार, थाना रोड निवासी अभिषेक कुमार गुप्ता, लक्ष्मण नगर के सुमित कुमार गिरी, सुनील कुमार भगत थे. नहाने के क्रम में थाना रोड निवासी 27 वर्षीय अभिषेक गुप्ता, लक्ष्मण नगर निवासी 28 वर्षीय सुमित कुमार गिरी एवं 27 वर्षीय सुनील कुमार भगत नदी में बह गये. अब तक युवक नहीं मिले हैं.
Posted By : Mithilesh Jha