Coronavirus Updates : कोरोना संक्रमण ने पूरी दुनिया पर घातक प्रभाव छोड़ा है. इस बीच एक स्टडी की गई है जिसमें दावा किया गया है कि कोवैक्सीन (Covaxin) की दोनों डोज कोरोना के सिम्टोमैटिक यानी इसके लक्षण वाले मरीजों में 50% तक प्रभावी है. लैंसेट इन्फेक्शियस डिजीज जर्नल में डिजीज जर्नल में प्रकाशित भारतीय वैक्सीन के रियल वर्ल्ड एसेसमेंट में ऐसा दावा किया गया है.
The first real-world assessment of BBV152, a COVID-19 vaccine developed by Bharat Biotech suggests that two vaccine doses result in 50% effectiveness against symptomatic COVID-19, according to the study published in The Lancet Infectious Diseases journal
— ANI (@ANI) November 24, 2021
लैंसेट में पिछले दिनों छपी पीयर-रिव्यू में यह बात सामने आई थी कि कोवैक्सीन, कोरोना संक्रमण के खिलाफ प्रभावी है. यह कोरोना के लक्षण वाले मरीजों में 77.8% तक असरदार है. साथ ही इसमें गंभीर प्रभाव मरीज पर नहीं है.
नई स्टडी पर गौर करें तो 15 अप्रैल से 15 मई तक दिल्ली के एम्स में यह स्टडी की गई. 2714 स्वास्थ्य कर्मियों पर यह स्टडी की गई. इन सभी में कोरोना के लक्षण नजर आ रहे थे. इनकी आरटी-पीसीआर जांच भी की गई. रिपोर्ट के अनुसार, जब इस स्टडी को किया जा रहा था, उस वक्त देश में डेल्टा वेरिएंट कहर बरपा रहा था. कोरोना के 80% मामलों में यही वेरिएंट नजर आ रहा था.
गौर हो कि कोवैक्सिन को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने एक साथ मिलकर विकसित करने का काम किया. इसमें भारत बायोटेक ने इस सहयोग के माध्यम से SARS-COV-2 स्ट्रेन प्राप्त किया था. कोवैक्सिन की दोनों डोज की बात करें तो ये 28 दिन के अंतराल में किसी को भी दी जाती है.
यहां उल्लेख कर दें कि इसी साल जनवरी में कोवैक्सिन को भारत में कोवैक्सिन को भारत में 18 साल से ऊपर के लोगों में इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी देने का काम किया गया. WHO की ओर से इसी महीने कोवैक्सिन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है.
Posted By : Amitabh Kumar
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.