कोरोना का कहर पूरे दुनिया में फैल चुका है. बावजूद इसके लोगों को डरने को नहीं एहतियात बरतने को कहा कहा जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि इसका इलाज एहतियात बरत कर ही किया जा सकता है. आइये ग्राफिक्स के जरिये जानते हैं कितना खतरनाक होता जा रहा यह वायरस, अबतक कितनों को लिया चपेट में और कैसे कर सकते हैं इससे बचाव..
भारत में अबतक कोरोना से संक्रमण के कुल 918 मामले सामने आ चुके हैं. जिसमें 84 पूरी तरह ठीक हो गए हैं. जबकि 19 लोगों की इस वायरस से मौत गयी है.
वहीं विश्वभर में करीब 6 से अधिक मामले सामने आए हैं. जिसमें रीब 30000 लोगों की अबतक मौत हो चुकी है और जबकि 139000 के करीब लोग ठीक भी हुए है.
भारत में फिलहाल पूर्ण रूप से लॉकडाउन किया गया है. यह लॉकडाउन विश्व का सबसे बड़ा लॉकडाउन था. 21 दिन के लॉकडाउन में अब 17 दिन शेष रह गये है. हालांकि, लोग अबतक इसकी गंभीरता को समझ नहीं पाए है. किसी को पिकनीक वाला माहौल सुझ रहा तो कोई लोगों केक मजबूरी के फायदा उठा कर मुनाफाखाेरी में व्यस्त है. जाहिर से बात है, इस लॉकडाउन से प्रतिदिन कमा कर खाने वाले मजदूरों को बहुत कठिनाई हुई है. हालांकि सरकार इसके लिए लगातार प्रयासरत है. कई संगठन भी उनके मदद के लिए आगे आ रहे हैं.
कोरोना वायरस के संक्रमण के कम्युनिटी ट्रांसमिशन तक पहुंचने की आशंका के बीच सरकार हेल्थ सेक्टर को और बेहतर करने में जुटी है़ राज्यों में प्रभावित रोगियों के लिए अलग अस्पताल की व्यवस्था करने के साथ ही वेंटिलेटर की खरीद की संख्या भी बढ़ायी जा रही है. किसी भी स्थिति से निबटने के लिए रेलवे व सशस्त्र बलों के संसाधनों का इस्तेमाल करने की तैयारी भी पूरी कर ली गयी है.
सेना के 28 अस्पताल चौकस हैं. वैसे कम्युनिटी स्तर पर वायरस के फैलाव का कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिला है. फिर भी प्रमुख चिकित्सकों ने आशंका जतायी कि यदि लोगों ने लॉकडाउन और क्वारंटाइन के नियमों का सख्ती से पालन नहीं किया, तो संक्रमण के तीसरे चरण में पहुंचने का खतरा है. अब तक देश में कोरोना के 918 केस सामने आये, जिसमें से 19 की मौत हो चुकी है. इधर, लॉकडाउन के बावजूद बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों का सैकड़ों किलोमीटर दूर अपने मूल स्थानों की ओर पैदल जाना जारी है.
ये श्रमिक रास्ते में कठिनाइयों का सामना भी कर रहे हैं. इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि लॉकडाउन में प्रवासी श्रमिकों को पूरा सहयोग देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. गृह मंत्रालय ने राज्यों से प्रवासी श्रमिकों के लिए तुरंत राहत शिविर स्थापित करने के लिए कहा है. साथ ही राजमार्गों के किनारे राहत शिविर स्थापित करने की भी सलाह दी है, जिसमें भोजन की व्यवस्था भी शामिल है. कोविड-19 के बढ़ते मामलों से निबटने की तैयारियों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिक सहायता व आपात स्थिति राहत कोष बनाने की घोषणा की, जहां आमलोग सरकार का सहयोग कर सकते हैं. रेलवे ने रोगियों के इलाज के लिए ट्रेनों के कोच को ही आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर दिया है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हेल्पलाइन नंबर जारी करते हुए कहा कि बसों से श्रमिकों को भेजने का कदम लॉकडाउन को पूरी तरह असफल कर देगा. इससे महामारी और फैलेगी जिसकी रोकथाम और उससे निबटना सबके लिए मुश्किल होगा. जो जहां हैं, उनके लिए रहने-खाने की व्यवस्था वहीं की जाए.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी पलायन कर रहे लोगों से अपील की है कि अगर कहीं फंसे हुए है तो श्रम विभाग कंट्रोल रूम के इन नंबरों पर कॉल करें.
महामजबूरी में फंसे बंगाल की जनता के लिए बंगाल सरकार ने नंबर जारी किया है, जहां आप कॉल करके अपनी स्थिति और लोकेशन दर्ज करवा सकते है. सरकार वैसे जगहों पर फौरन मदद पहुंचायेगी.
आपको बता दें कि झारखंड में अबतक कोरोना का कोई भी पॉजीटिव मामला सामने नहीं आया है. हालांकि, 179 कुल सैंपल जांच हो चुके हैं, जिसमें 175 निगेअेव पाये गये है. बाकि, चार प्रतिक्षा में है.
दुनिया में तबाही मचा रही कोरोना वायरस का साया शादियों पर भी पड़ने लगा है. आने वाले कुछ महीनों में जो शादियां होनी थीं, उन्हें या तो टाल दिया गया है या फिर रद्द कर दिया गया है. वेडिंग प्लानिंग वेबसाइट wedmegood.com ने 2500 जोड़ों को इस सर्वे में शामिल किया है. सर्वे में पता चला है कि कई लोग अपनी शादियां टालने पर विचार कर रहे हैं.
आपको बता दें कि भारत में अप्रैल-जून में होने वाली शादियों को लेकर लोग संशय में है देखें ये रोचक आंकड़े
– 66% टीयर-2 शहरों के लोग शादी कैंसल नहीं करेंगे
– 55% उम्मीद है शादी करेंगे
– 45% आगे बढ़ायेंगे या रद्द करेंगे
कोरोना वायरस महामारी के बीच चीन से हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं. भारी संख्या में लोग हुबेई से बाहर जाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे भीड़ और जाम की स्थिति पैदा हो गयी है. बता दें कि इस दौरान चीन ने लॉकडाउन में ढील दी हुई है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हुबेई को पड़ोसी प्रांत जियांगशी से जोड़ने वाले पुल पर भी हिंसा हुई थी. भारी भीड़ लॉकगेट को खोलने के लिए चिल्ला रही थी. पुलिस की कुछ गाड़ियों को भी पलट दिया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, ये हिंसा तब फैली, जब अधिकारियों ने पुलिस को ब्रिज पर तैनात कर दिया और लोगों की हुबेई से जियागशी प्रांत में एंट्री बंद कर दी.
चीन से फैला घातक कोरोना वायरस अब बुहत तेजी से दुनियाभर में फैल रहा है. अब तक विश्व के 199 देशों में छह लाख से अधिक लोग कोरोना पॉजिटिव हो गये हैं. हर रोज कोरोना के हजारों मामले सामने आ रहे हैं. महज दो दिनों में ही 1.25 लाख कोरोना के मामले सामने आये हैं, जो भयावह है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि अभी संकट और गहरा सकता है, क्योंकि दुनियाभर में इसके मामले लगातार बढ़ रहे हैं.
अकेले यूरोप में तीन लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं. अमेरिका में कोविड-19 के 105,000 से अधिक मरीज सामने आये हैं, जबकि चीन और इटली में क्रमश: 81,394 और 86,498 मामले हैं. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कोरोना के पहले से एक लाख तक पहुंचने में 67 दिन, एक से दो लाख तक पहुंचने में 11 दिन, दो से तीन लाख तक पहुंचने में चार दिन का समय लगा है. वहीं, पांच लाख से छह लाख तक पहुंचने में महज दो दिन से भी कम समय लगा है.
इटली में शुक्रवार को इस वायरस से करीब 1,000 लोगों की मौत हो गयी है. वैश्विक महामारी के फैलने से किसी भी देश में एक दिन में मरने वाले लोगों की यह सबसे अधिक मौत है. स्पेन ने कहा कि संक्रमण के नये मामले कम होते दिख रहे हैं, जबकि वहां भी कोरोना के कहर का अब तक का सबसे बुरा दिन रहा. एक ओर जहां यूरोप और अमेरिका कोरोना पर लगाम लगाने के लिए जूझ रहे हैं, वहीं सहायता समूहों ने आगाह किया है कि उचित कदम न उठाने पर कम आय वाले देशों और सीरिया तथा यमन जैसे युद्धग्रस्त देशों में लाखों लोग जान गंवा सकते हैं, जहां साफ-सफाई की स्थिति पहले से ही बदतर है.
कोरोना वायरस महामारी के बीच चीन से हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं. भारी संख्या में लोग हुबेई से बाहर जाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे भीड़ और जाम की स्थिति पैदा हो गयी है. बता दें कि इस दौरान चीन ने लॉकडाउन में ढील दी हुई है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हुबेई को पड़ोसी प्रांत जियांगशी से जोड़ने वाले पुल पर भी हिंसा हुई थी. भारी भीड़ लॉकगेट को खोलने के लिए चिल्ला रही थी. पुलिस की कुछ गाड़ियों को भी पलट दिया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, ये हिंसा तब फैली, जब अधिकारियों ने पुलिस को ब्रिज पर तैनात कर दिया और लोगों की हुबेई से जियागशी प्रांत में एंट्री बंद कर दी.
यूएस में हर रोज औसतन 15 हजार मामले आ रहे हैं, चीन और इटली से ज्यादा लोग पीड़ित हैं यहां
वाशिंगटन : अमेरिका में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. यहां हर रोज औसतन 15 हजार से अधिक संक्रमण के केस सामने आ रहे हैं. चीन और इटली को पीछे छोड़ते हुए अमेरिका संक्रमण के मामले में सबसे आगे निकल गया है. दुनियाभर में सबसे ज्यादा संक्रमित देशों की सूची में अमेरिका शीर्ष पर है. यहां अब एक लाख से अधिक लोग संक्रमित हो गये हैं. वहीं इटली में 87 हजार और चीन में 82 हजार से ज्यादा लोग बीमार हैं. अमेरिका में शनिवार तक करीब 1,700 से ज्यादा मौतें हो चुकी थी और यह आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है.
अमेरिका में संक्रमित मामलों पर मृत्यु दर इटली के करीब 10.5 प्रतिशत के मुकाबले करीब 1.5 प्रतिशत है. मृत्यु दर कम हो सकती है, क्योंकि बड़े पैमाने पर जांच से पता चला है कि ज्यादातर लोग संक्रमित हैं, लेकिन उनमें बीमारी से लक्षण नहीं दिखायी दिये हैं. सबसे अधिक मामले न्यूयॉर्क से सामने आ रहे हैं. यहां करीब 50 हजार लोग संक्रमित हैं. न्यूयॉर्क में 600 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
कोरोना एक ऐसा वायरस है जिसका संक्रमण एक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. इसका अबतक कोई इलाज संभव नही हो पाया है.
इससे अगर बचना है तो लॉकडाउन का पालन करें, खुद को आस-पास को स्वच्छ रखें.
और इन ग्राफिक्सों के जरीये जानें इसके लक्षण और बचाव के उपाय और अपने तरफ से किसी चूक होने से बचें.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.