Mushroom : संसार में ऐसे कई सवाल है जिनका जवाब तो है लेकिन यकीन करवाना बेहद मुश्किल है, जिनमें से एक सबसे बड़ा सवाल है कि मशरूम शाकाहारी है या मांसाहारी ? यह काफी पुरानी जिज्ञासा है जिस विषय पर वैज्ञानिकों की राय जाने तो उनके हिसाब से मशरूम एक प्रकार का फंगस यानी कि कवक है जिसमें शरीर के लिए फायदेमंद कई पोषक तत्व जैसे कि प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स और फाइबर्स पाए जाते हैं. इसमें चिटिन और बीजाणु भी होते हैं.
Mushroom : सबके द्वारा पसंद किया जाता है मशरूम
यह वर्षों से चली जा रही बहस है जिसका निष्कर्ष अभी तक नहीं निकल पाया है, जबकि मशरूम शाकाहारी एवं मांसाहारी दोनों ही तरह के लोगों के द्वारा पसंद किया जाता है और उन्हें शाकाहारी भोजन की श्रेणी में रखा जाता है. लेकिन मशरूम का वर्गीकरण शाकाहारी आहार के तौर पर उसकी उपयोगिता के बारे में काफी पेचीदा सवाल खड़े करता है. इस लेख में हम मशरूम के वर्गीकरण, सेहत के गुण और विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए मशरूम के शाकाहारी होने का तथ्यों के साथ उन्मूलन करेंगे.
Mushroom : मशरूम की कुछ जरूरी विशेषताएं
- मशरूम पौधे जैसे दिखने के बावजूद एक अलग जैविक जगत से संबंध रखते हैं जिसे फंगस या कवक कहते हैं.
- मशरूम ज्यादातर बारिश के मौसम में अपने आप पैदा होते हैं यह दुनिया भर में कई जगह पाए जाते हैं जंगलों में, घास के मैदान में, यहां तक की सड़ती हुई लड़कियों और भूमिगत स्थान में भी.
- मशरूम को खाने के अलावा उनकी कुछ प्रजातियों का उपयोग औषधि विशेषताओं के कारण पारंपरिक चिकित्सा में भी किया जाता है.
Mushroom : मशरूम पौधों से कैसे हैं भिन्न
- पौधों को जीवित रहने के लिए प्रकाश संश्लेषण के द्वारा ऊर्जा की प्राप्ति होती है जबकि मशरूम में क्लोरोफिल की अनुपस्थित होने के कारण सूर्य की करने का प्रयोग ऊर्जा के लिए नहीं कर सकते हैं और यह विशेषता इन्हें पौधों से भिन्न करती है.
- इसके अतिरिक्त मशरूम में जड़, तने और पत्तियां नहीं होती है. पौधों में जड़, तने, और पत्तियों के द्वारा ही पोषक तत्वों का अवशोषण होता है और मशरूम में इनकी मौजूदगी ना होने के कारण यह पौधों से अलग होते हैं.
- मशरूम फंगस की तरह बाहरी रूप से कार्बनिक पदार्थ को तोड़कर हवा से मुक्त पोषक तत्वों को अवशोषित करके पोषण की प्राप्ति करते हैं.
Mushroom : निष्कर्ष
- इतनी विशेषताओं को जानने के बाद इस बात का ज्ञात होता है कि मशरूम ना ही जानवर है और ना ही पौधा, बल्कि मशरूम एक अलग समूह का हिस्सा है, जिसका नाम है कवक.
- जानवरों के विपरीत मशरूम में मस्तिष्क किया तंत्रिका तंत्र के अभाव के चलते इन्हें दर्द या पीड़ा का अनुभव नहीं होता है, तो अगर आप मशरूम खाने की नैतिकता पर विचार करते हैं तो इस अंतर को ध्यान में रखना काफी महत्वपूर्ण होता है.
- मशरूम को कम से कम संसाधनों का उपयोग करके उगाया जा सकता है और मशरूम की खेती से खाद्य अपशिष्ट को कम करने और स्थिरता बराबर देने में सहायता मिलती है पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से भी एक बेहतर विकल्प होता है.
- मनुष्य का शाकाहारी होना उसकी व्यक्तिगत पसंद और चुनाव पर निर्भर करता है या उसके व्यक्तिगत मान्यताओं और मूल्य से प्रभावित होता है. जहां आमतौर पर मशरूम को शाकाहारियों द्वारा स्वीकार किया जाता है और यह काफी पसंद भी किया जाता है.
- कुछ शाकाहारी लोगों के विचार उनको मशरूम को अपने आहार में न शामिल करने की प्रेरणा देते हैं लेकिन हर एक व्यक्ति के विचार और दृष्टिकोण महत्वपूर्ण होता है और हर व्यक्ति को अपने विचारों के हिसाब से चुनाव करने का पूरा अधिकार होता है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.