heart disease kidney problem Diabetes AIDS Anemia can occur due to teeth and gums problem दांत हमारे शरीर का अहम हिस्सा है. क्योंकि हमारे द्वारा सेवन किए गए आहारों को टुकड़ों-टुकड़ों में बांट कर यह पाचन लायक बनाता है. दांत स्वस्थ्य नहीं होने से न ही हम ढ़ंग से खाना खा सकते हैं और न शीतल पेय पदार्थेां का ही सेवन कर पाते है. दांतों के स्वस्थ न रहने से शरीर में कई घातक रोग संभव है. आईये जानते हैं दांतों और मसूड़ों के कारण होने वाले कुछ घातक रोगों के बारे में…
अगर आपके दांतों में ढीलापन या मुंह से बदबू आ रही है या फिर मसूड़ों में सूजन है तो आपको फौरन डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. अंग्रेजी वेबसाइट webmd.com की मानें तो ऐसे लक्षण मधुमेह के हो सकते हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मुंह की लार में पाए जाने वाले कीटाणु अधिक सक्रिय हो जाते हैं. जिसके कारण मसूड़ों और जबड़े की हड्डी में संक्रमण होने लगता है. अत: ब्लड शुगर लेवल को जितना हो सके सामान्य रखने की कोशिश करें और भोजन के बाद ब्रश करें और प्रतिदिन एंटीसेप्टिक माउथवॉश से कुल्ला करें.
अंग्रेजी वेबसाइट webmd.com की मानें तो कुछ अध्ययनों से पता चला है कि मसूड़ों की बीमारी वाले लोगों को स्वस्थ मसूड़ों वाले लोगों की तुलना में दिल की बीमारी अधिक होती है. हालांकि, शोधकर्ताओं अभी तक पता नहीं लगा पाए है कि ऐसा क्यों होता है. लेकिन, हृदय रोग में होने वाले दर्द को आमतौर पर कभी-कभी दांत के दर्द से जोडक़र देख लिया जाता है, क्योंकि यह गर्दन, जबड़े, बांह, पीठ (सीने के पीछे की ओर) एवं दांत में महसूस होता है. अत: आपको अपने मुंह की देखभाल शरीर के बाकी हिस्सों की तरह ही करनी चाहिए.
अगर आपके मसूड़ों और दांतों से खून आते हैं या दुर्गंध है या फिर मुख में सूखापन महसूस होता है तो उच्च रक्तचाप के लक्षण हो सकते है. अत: इन रोगियों को अपने रक्तचाप को नियंत्रण में रखना चाहिए. और डॉक्टर के संपर्क में रहना चाहिए.
गर्भावस्था के दौरान हॉर्मोनल परिवर्तन होता है, जिसके कारण मसूड़ों में सूजन या दांतों से खून आने की शिकायत हो सकती है. इसके अलावा यदि आप गर्भवती हैं और मसूड़ों की बीमारी है, तो आपको बच्चा समय से पहले हो सकता है और आम बच्चों की तुलना में छोटा भी हो सकता है.
हड्डी रोग ऑस्टियोपोरोसिस आपके शरीर की सभी हड्डियों को प्रभावित करता है- आपकी जबड़े की हड्डी तथा दांतों को भी. इस बीमारी से मरीज की मौत भी हो सकती है. इसे दंत चिकित्सक सर्जरी के द्वारा ठीक कर सकते हैं.
यदि आपको एनीमिया हैं, तो आपका मुंह खट्टा और दांत पीला हो सकता है और आपकी जीभ में सूजन और चिकनी भी हो सकती है. एनीमिया के कारण शरीर में पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं नहीं बन पाती. नतीजतन, आपके शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती है.
एचआईवी या एड्स वाले लोगों के जीभ या गाल के अंदर सफेद या भूरे रंग के पैच बन जाता हैं. एचआईवी/एड्स वालों के दांत खराब होने का खतरा बढ़ जाता है. उन्हें खाना चबाने, खाने या निगलने में भी मुश्किल होने लगती है.
नरम ब्रश का उपयोग करें
प्रतिदिन सुबह खाने से पहले और रात में खाने के बाद ब्रश करें
करीब दो मिनट तक ब्रश करें, ज्यादा देर तक भी नहीं करना चाहिए
अच्छे टूथपेस्ट का प्रयोग करें
ब्रश को प्रत्येक 4-5 महीने में बदलें
साल में दो बार डेंटल क्लिनिक जरूर जाएं
माउथवॉश का नियमित रूप से प्रयोग करें
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.