Happy Holi 2021, How To Make Gajar Ki Kanji Recipe: फाल्गुन माह के शुरू होते ही तरह-तरह के पकवान बनना शुरू हो जाते है. ऐसे में गाजर की कांजी होली के मुख्य पकवानों में से एक है. होली के तीखे मीठे ज़ायकों के बीच कांजी की खट्टी स्वाद खाने में चार चांद लगा देती है. हम सभी ने कभी न कभी गाजर की कांजी ज़रूर पी होंगी. पर क्या आप जानते है कि यह ज़ायकेदार रेसिपी कैसे बनायी जाती है? तो आइये जानते है यह स्वादिष्ट रेसिपी बनाने का आसान तरीका….
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गाजर: 250 ग्राम
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पानी: 2 लीटर
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हल्दी पाउडर: आधा छोटी चम्मच
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लाल मिर्च पाउडर: आधा छोटी चम्मच
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नमक: 2 छोटी चम्मच
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सरसों का तेल: 1 टेबल स्पून
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पीली सरसों: 3 छोटी चम्मच (पिसी हुई)
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हींग: 2 पिंच (तवे पर डालकर भूनकर, पीस दीजिये)
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सबसे पहले गाजर को छील लें और अच्छी तरह धो लीजिये.
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फिर इसे 1 इंच के टुकड़े काट लीजिये.
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एक बर्तन में, एक गिलास पानी डालकर गरम कीजिये.
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जिसे ही पानी में उबाल आने लगेगा उसमें गाजर डाल दीजिये, एक उबाल के बाद गैस को बंद कर देना है.
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ठंडा होने पर गाजर से सारा पानी निकाल कर, एक प्याले में गाजर के टुकड़े डालिये, नमक, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च, पीली सरसों और तेल मिला दीजिये.
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एक अलग बर्तन में पानी को उबाल आने तक गरम किजिये.
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पानी के ठंडा होने के बाद इसे कांच के कंटेनर में डालिये. मसाला मिली गाजर भी इसमें डालकर,अच्छी तरह मिला दीजिये.
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अंत में हींग डाल कर कंटेनर का ढक्कन बन्द कर दीजिये.
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गर्मी के दिनों मे यदि कांजी के कंटेनर को धूप में रखें तो कांजी 3 दिन में ही तैयार हो जाती है, लेकिन अगर मौसम ठंडा है तब इसको बनने में 4-5 दिन लग जाते हैं.
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होली में विशेष तौर पर पीया जाने वाला यह कांजी पाचन शक्ति को बढ़ता है. होली के मौके पर हम बहुत से तले-भुने चीज़े खाते है. ऐसे में ये कांजी भोजन को आसानी से पचाने और लिवर को साफ़ रखने में मदद पहुंचाती है.
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इसके साथ ही कांजी शरीर में अच्छे बैक्टीरिया की संख्या को भी बढ़ता है.
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10 ग्राम सौंफ का रस निकाल कर कांजी में मिलाकर पीने से गठिया का दर्द भी कम होता है. गाजर की कांजी एक फर्मेन्टेड पेय पदार्थ होता है ऐसे में गाजर के सारे पोषक तत्व इसमें मौजूद होते है.
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100 ग्राम गाजर हमारे शरीर को तीन दिनों के बराबर विटामिन A की मात्रा की पूर्ति करता है. गाजर की कांजी डाइजेशन के साथ विटामिन A का भी अच्छा स्रोत है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.