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Corona से सुरक्षित झारखंड: 102 आइसोलेशन वार्ड तैयार, बस इन बातों का रखें ख्याल

झारखंड में कोरोना वायरस का अब तक कोई पॉजिटिव केस नहीं मिला है. स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी पांच मेडिकल कॉलेजों व जिला अस्पतालों में एहतियात के तौर पर 102 आइसोलेशन वार्ड तैयार रखा है.

झारखंड में कोरोना वायरस का अब तक कोई पॉजिटिव केस नहीं मिला है. स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी पांच मेडिकल कॉलेजों व जिला अस्पतालों में एहतियात के तौर पर 102 आइसोलेशन वार्ड तैयार रखा है.

वहां चिकित्सकों व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 998 निजी सुरक्षात्मक उपकरण और 301 मास्क (एन-95) की व्यवस्था की गयी है. अाम लोग मेडिकल हेल्पलाइन नंबर-104 से भी कोरोना वायरस संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. अब विभाग ने वायरस के संबंध में जागरूकता व बचाव के लिए सभी जिलों में पोस्टर, बैनग व होर्डिंग सहित प्रचार-प्रसार के अन्य माध्यमों का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है.

कोरोना से डरिए नहीं, सावधान रहिए

रांची : कोराेना वायरस (कोविड-19) से ग्रसित या प्रभावित हर इंसान की मौत होगी, यह बिल्कुल निराधार है. चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की 18 फरवरी 2020 को जारी रिपोर्ट के आधार पर तैयार ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) की खबर के मुताबिक कोराेना से प्रभावित सिर्फ 3.4 फीसदी लोगों की ही मौत हुई है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस एडहानोम ने भी तीन मार्च को ऐसा ही बयान दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक वायरस से प्रभावित 81 फीसदी लोगों पर इसका हल्का असर देखा गया है. वहीं 13.8 फीसदी में सांस की समस्या या उन्हें अलग से अॉक्सिजन देने की जरूरत पड़ी है. करीब 4.7 फीसदी मामले ही क्रिटिकल रहे हैं, जो मल्टीपल अॉर्गन फेल्योर या खून के विषाक्त होने वाले आघात के हैं. इनमें से ही 3.4 फीसदी लोगों की मौत हुई है.

कोविड-19 से प्रभावित लोगों का मरना इस बात पर भी निर्भर करता है कि अापकी उम्र, लिंग (जेंडर) तथा स्वास्थ्य की स्थिति क्या है. रिपोर्ट के अनुसार मरनेवालों में 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले, खास कर बुजुर्ग और बीमार तथा हृदय रोग, मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसे रोगी अधिक हैं. वहीं पुरुषों की तुलना में महिलाअों में मृत्यु दर कम रही है. बीबीसी के अनुसार कुछ वैज्ञानिकों का मत है कि मौत के मामले में कम रिपोर्ट से भी यह आंकड़ा इतना कम दिख रहा है. फिर भी कोरोना वायरस से बहुत भयभीत होने की जरूरत नहीं है. हालांकि सावधानी बरतना जरूरी है.

झारखंड सुरक्षित, 102 आइसोलेशन वार्ड तैयार

झारखंड में कोरोना वायरस का अब तक कोई पॉजिटिव केस नहीं मिला है. स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी पांच मेडिकल कॉलेजों व जिला अस्पतालों में एहतियात के तौर पर 102 आइसोलेशन वार्ड तैयार रखा है. वहां चिकित्सकों व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 998 निजी सुरक्षात्मक उपकरण और 301 मास्क (एन-95) की व्यवस्था की गयी है. अाम लोग मेडिकल हेल्पलाइन नंबर-104 से भी कोरोना वायरस संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. अब विभाग ने वायरस के संबंध में जागरूकता व बचाव के लिए सभी जिलों में पोस्टर, बैनग व होर्डिंग सहित प्रचार-प्रसार के अन्य माध्यमों का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है.

डबल्यूएचओ की अपील, इसका रखें ख्याल

– हाथों को अल्कोहल युक्त हैंड रब या साबुन से धोयें

– अधिक तरल पदार्थ और पौष्टिक आहार का सेवन करें

– संदिग्ध लोगों के संपर्क में न आयें

– हाथ नहीं मिलायें

– संदिग्ध के गले नहीं मिलें

– खांसते-छींकते वक्त मुंह-नाक पर रूमाल रखें

– केंद्र सरकार ने स्कूल प्रबंधन को दी सलाह

– बच्चों की बड़ी गैदरिंग से बचें

– कोई स्टूडेंट या स्टाफ पिछले 28 दिनों के अंदर कोविड-19 से प्रभावित देशों से होकर आया हो, तो उसकी 14 दिनों तक निगरानी हो

– बच्चों और सभी स्टाफ को भी साबुन या अल्कोहल बेस्ड हैंड रब से हाथ धोने को प्रेरित करें. साबुन व पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करें

– बच्चों को बतायें कि अपनी अांख, नाक और मुंह न छूएं

– खांसी व बुुखार के साथ सांस लेने में परेशानी के लक्षण दिखने पर अपने राज्य के हेल्पलाइन नंबर या 01123978046 पर संपर्क करें.

कोरोना (कोविड-19) संबंधी झूठ और सच

Qचीन से आया कोई पत्र या पैकेज लेना सुरक्षित है?

जवाब : हां, क्योंकि कोरोना वायरस किसी चीज पर ज्यादा देर तक जिंदा नहीं रह सकते.

Qक्या पालतू जानवर (कुत्ता-बिल्ली) से इसके फैलने का खतरा है?

जवाब : नहीं. अभी तक इसके कोई प्रमाण नहीं मिले हैं. पर सुरक्षा की दृष्टि से पालतू जानवर के संपर्क में आने पर हाथ धो लेना चाहिए.

Qक्या कोरोना रोकने या प्रभाव कम करने में कोई वैक्सिन कारगर है?

जवाब : नहीं, अब तक नहीं.

Qक्या एंटीबायोटिक का इस्तेमाल वायरस को रोक सकता है?

जवाब : नहीं

Qक्या कोरोना वायरस लैब में तैयार हुआ है?

जवाब : नहीं. अब तक कोई ऐसा प्रमाण नहीं है, जिससे इसके मैन मेड होने की पुष्टि हो.

Q फेस मास्क वायरस रोक सकता है?

जवाब : नहीं, साधारण और ढीला मास्क लगाना कारगर नहीं है. पूरे फेस पर टाइट पकड़ वाले एन-95 मास्क कारगर है़

(स्रोत : डब्ल्यूएचओ)

इसका लक्षण स्वाइन फ्लू जैसा

नाक बहना, बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, सिर में तेज दर्द, निमोनिया, ब्रॉन्काइटिस, गले में खराश़

कोरोना वायरस से बचने के लिए सतर्कता बरतें : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोरोना वायरस को लेकर चिंता जतायी है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से आपदा जैसी स्थिति बन गयी है. इससे निजात पाने के उपाय को लेकर सरकार सजग है. इसे फैलने से रोकने पर काम किया जा रहा है.

इसको लेकर पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि काेरोना से बचने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होनेवाले खेल आयोजनों को भी स्थगित करने की सूचना है. यह बताता है कि सतर्कता ही इससे बचाव का माध्यम हो सकता है. मैं राज्यवासियों से अपील करता हूं कि वह खुद भी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें. हर तरह का एहतियात बरतें. इसके संक्रमण से बचने के लिए खुद भी सावधानी बरतें और सभी को सावधान करें. उन्होंने कहा कि होली उल्लास भरा रंगों का त्योहार है. होली के सत्कार का तरीका राज्यवासी खुद तय करें. कोरोना वायरस से बचते हुए शुभकामनाएं लें और दें.

इन नंबरों पर करें संपर्क

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने राज्य सर्विलेंस इकाई के नंबर

9955837426 को कंट्रोल नंबर बनाया है. वहीं रिम्स रांची में भी एक कंट्रोल नंबर

0651 2542700 कार्यरत रहेगा. इन नंबरों पर 24 घंटे संपर्क किया जा सकता है.

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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