Rare Disease Day 2024: दुनिया में कुछ ऐसे भी लोग हैं जो दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित हैं. इनमें से कई बीमारी तो ऐसे भी हैं जिसका आजतक कोई भी दवा नहीं बना है. इन दुर्लभ बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 29 फरवरी को रेयर डिजीज डे मनाया जाता है. चलिए जानते हैं क्या है रेयर डिजीज डे, इसका इतिहास और इस साल की थीम…
क्या है रेयर डिजीज
पूरे विश्व में करीब 30 करोड़ से अधिक लोग दुर्लभ बीमारियों से जूझ रहे हैं. चिकित्सकीय असुविधा और जागरूकता की कमी के कारण लोगों की मौत भी हो रही है.
दुर्लभ बीमारियों के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए दुर्लभ रोग दिवस फरवरी महीने के आखिरी दिन यानी 29 फरवरी 2024 को मनाया जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य आम जनता के बीच दुर्लभ बीमारियों के प्रति जागरूक करना है.
रेयर डिजीज डे का इतिहास
रेयर डिजीज डे हर साल फरवरी के अंतिम दिन मनाया जाता है. पहली बार 29 फरवरी 2008 को यूरोप और कनाडा में दुर्लभ रोग दिवस मनाया गया था.
29 तारीख को ही इसलिए ‘रेयर डिजीज डे’ मनाने के लिए चुना गया क्योंकि यह एक दुर्लभ दिन है, जो हर 4 साल में एक बार ही आता है.
दुर्लभ रोग दिवस थीम 2024
दुर्लभ रोग दिवस 2024 का थीम “Share your colours.” है. दुनिया भर में 300 मिलियन से अधिक लोग दुर्लभ बीमारी से पीड़ित हैं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.