Thyroid Disease: थायराइड आज के समय में सबसे गंभीर बीमारी है. इसका शिकार सबसे अधिक महिलाएं हो रही है. महिलाओं में थायराइड का कारण बढ़ते वजन, तनाव, थकना, कमजोरी कब्ज और नींद का पूरा न होना है. चलिए जानते हैं विस्तार से…
थायराइड के प्रकार
वैसे आपको बता दें थायराइड दो प्रकार के होते हैं पहला हाइपरथायराइड और दूसरा हाइपोथायराइड. जहां एक ओर हाइपरथायराइड में सबसे अधिक हार्मोन का निर्माण होता है जिससे शरीर फूलने लगता है. जबकि दूसरी ओर हाइपोथायराइड में हार्मोन का उत्पादन कम होता है जिससे शरीर सूखने लगता है. जिसे आमभाषा में सूखी थायराइड कहा जाता है.
थायराइड के लक्षण
महिलाओं में सबसे अधिक थायराइड की समस्या देखने को मिल रहा है. थायराइड के अलग-अलग लक्षण हैं जैसे कि वजन बढ़ना या फिर घट भी सकता है. आवाज में भारीपन होना, त्वचा का सूखना, कब्ज होना, दिल की धड़कन का धीमा होना,कोलेस्टेरोल का बढ़ना, कमजोरी और थकान महसूस होना, याददाश्त कमजोर होना, मांसपेशियों में कठोरता आना और उसमें दर्द होना, नींद नहीं आना आदि है.
जानें महिलाओं में थायराइड कितना होना चाहिए?
बात हो रही है महिलाओं में थायराइड की तो मेल और फीमेल में नार्मल थाइराइड का रेंज 0.4 mU/L से 4.0 mU/L के बीच ही रहता है. 18 साल से 50 साल के लोगों के बीच थायराइड का रेंज 0.5 – 4.1 mU/L के बीच रहना चाहिए. जबकि 70 साल के लोगों में थायराइज का रेंज 0.5 से 4.5 mU/L के बीच होना चाहिए.
थायराइड का इलाज
वैसे अगर आप थायराइड का इलाज घर पर करना चाहते हैं तो रात में सोने से पहले अश्वगंधा चूर्ण गाय के हल्के गुनगुने दूध के साथ मिलकार पीना शुरू कर दें. थायराइड का घरेलू उपचार दो चम्मच तुलसी के रस में आधा चम्मच एलोवेरा जूस मिलाकर पीना चाहिए. इसके अलावा हल्दी और दूध को मिलकर रात में सोने से पहले पीना शुरू कर दें. ऐसा करने से थायराइड घर पर ही सही हो जाएगा. इसके अलावा आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.