World Hepatitis Day 2024: हर वर्ष 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य हेपेटाइटिस जैसी गंभीर बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक करना है. हेपेटाइटिस होने पर व्यक्ति के लिवर में सबसे पहले सूजन आ जाती है और खाना पचाने में भी कई सारी परेशानियों होने लगती है. अगर समय पर इसका इसका इलाज नहीं हुआ तो व्यक्ति की जान भी जा सकती है. दुनियाभर में हर साल लाखों लोग अपनी जान सिर्फ और सिर्फ हेपेटाइटिस से गवां देते हैं. चलिए जानते हैं हेपेटाइटिस दिवस क्यों मनाया जाता है? इसका इतिहास और इस साल की थीम…
विश्व हेपेटाइटिस दिवस क्यों मनाया जाता है?
विश्व हेपेटाइटिस 28 जुलाई को हर साल मनाया जाता है. हेपेटाइटिस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य तो लोगों को हेपेटाइटिस जैसी खतरनाक बीमारी के प्रति जागरूक करना है और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस बीमारी के प्रति इलाज के प्रयासों को आगे बढ़ाना है. हेपेटाइटिस की बीमारी 5 तरह की होती है. जिसके प्रति जागरूक करने के लिए दुनिया के विभिन्न देशों में कई तरह के कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है.
विश्व हेपेटाइटिस डे का इतिहास क्या है?
विश्व हेपेटाइटिस डे का इतिहास बहुत पुराना है. हालाकि इस दिन को माने की शुरुआत साल 2008 में की गई थी. नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक डॉ. बारूक ब्लमबर्ग के जन्मदिन पर हर साल 28 जुलाई को इसे मनाया जाता है. ज्ञात हो कि डॉ. बारूक ब्लमबर्ग ने ही हेपेटाइटिस वायरस की खोज की थी. इसके बाद से डॉ. बारूक को सम्मान देने के लिए हर साल 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस डे मनाया जाता है.
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विश्व हेपेटाइटिस डे 2024 की थीम
हर साल विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा विश्व हेपेटाइटिस दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. ताकि लोगों को इस गंभीर बीमारी के प्रति जागरूक किया जा सके. पिछले साल विश्व हेपेटाइटिस दिवस की थीम ‘वी आर नॉट वेटिंग’ (We’re not waiting) था लेकिन इस साल विश्व हेपटाइटिस दिवस की थीम ‘इट्स टाइम फॉर एक्शन'(It’s time for action) है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.