महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर आज चारों तरफ जागरूकता फैलाई जा रही है. महिलाओं को खुद के हेल्थ को लेकर सजग करने के लिए सरकार भी तमाम तरह की योजनाएं और मुहीम चला रही है. वीमेन हेल्थ के सुधार के लिए सबसे जरूरी है महिलाओं का खुद सजग होना. आइये आज हम जानते हैं कि महिलाओं में होने वाली सबसे टॉप 5 बीमारियों को, उनके लक्षणों को और उनसे बचने के लिए रोज किए जाने वाले रोजमर्रा के उपायों को..
वैसी 5 बीमारियां जिनसे महिलाएं सबसे अधिक ग्रसित होती है उनमें दिल की बीमारी, स्तन कैंसर, स्त्री रोग समस्याएं, ग्रीवा कैंसर, अवसाद और चिंता के अलावा प्रेग्नेंसी रिलेटेड प्रॉब्लम्स शामिल है. आइये जानते हैं इन पांचों के प्रमुख कारण, इनके लक्षण और इनसे बचाव के लिए कुछ प्राथमिक तौर पर किए बरती जाने वाली सावधानी.
दिल की बीमारी अधिकतर महिलाओं में पाई जाती है. यदि समय पर इसका पता नहीं चला और इसकी देखभाल नहीं हुई तो यह महिलाओं की मौत का मुख्य कारण बन सकता है. महिलाओं के बीच सबसे अधिक यह बीमारी 40 से 60 के बीच पनपती और फैलती है. ज्यादातर महिलाओं को इस बीमारी का पता ही नहीं चल पाता है. इसके मुख्य कारणो में धूम्रपान, उच्च रक्तचाप, उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल, अधिक वजन और डायबीटिज है. इससे बचने के लिए सबसे जरूरी है सही खानपान, नियमित रूप से शरीर को गतिविधि में रहना, तनाव से दूर रहना और कम से कम 8 घंटे अच्छी नींद लेना जरूरी है.
महिलाओं में सबसे आम प्रकार का कैंसर है स्तन कैंसर. यह अधितकर महिलाओं में पाया जाता है. स्तन कैंसर स्तन में होता है. ज्यादातर केसेज में इसकी शुरूआत स्तन की नलिकाएं और लोब्यूल से होती है. इसके कारण ज्यादातर हॉर्मोन और फैमिली हिस्ट्री से संबंधित है. महिलाओं की बढ़ती उम्र के साथ इसका खतरा बढ़ सकता है. एक बार बढ़ जाने पर इसका निदान सिर्फ ऑपरेशन है.
इसमें मुख्य रूप से अंडाशयी कैंसर जिसे ओवेरियन कैंसर भी कहते हैं और ग्रीवा कैंसर शामिल है. अधिकांश महिलाओं में यह कैंसर एचपीवी संक्रमण के कारण होता है. ये दोनों ही कोशिकाओं के असामान्य वृद्धि से होता है. एचपीवी संक्रमण ऐसे तो बहुत सामान्य होता है और आसानी से ठीक हो जाता है, लेकिन कुछ कारकों में यह कैंसर का रूप ले लेता है. इसकी वजह कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली का होना, समय से पहले गर्भ धारण करना और सर्वाइकल कैंसर का पारिवारिक इतिहास होना है. इसके लिए नियमित रूप से पैप और एचपीवी परीक्षण करना, कोल्पोस्कोपी और बायोप्सी कराना है. कैंसर की पुष्टि करने का एकमात्र तरीका बायोप्सी है.
महिलाओं को होने वाली सबसे कॉमन बीमारी में अवसाद शामिल है. डिप्रेशन का प्रभाव पूरे शरीर पर पड़ता है. इसमें किसी का शरीर, दिमाग और मनोदशा शामिल है. अवसाद वास्तव में एक बीमारी है और इसके लिए प्रॉपर उपचार शामिल है. इसके उपचार के लिए दवा और परामर्श दोनों ही शामिल है. इसके लक्षणों में लगातार उदासी, अपर्याप्त भूख, वजन का घटना या बढ़ना,खराब नींद, कम उर्जा, खराब फोकस और आत्मघाती विचार शामिल हो सकते हैं.
Also Read: तो इस वजह से महिलाओं में ज्यादा होती है बैक पेन की समस्या, आज ही इन उपायों से पाएं आरामइसका सबसे मुख्य कारण अनियमित मासिक धर्म, लेट प्रेग्नेंसी,होर्मोन, जीवनशैली विकल्प औरबांझपन है. इसके लिए चिकित्सक से मिलना ही बेहतर उपाय है.
Also Read: ब्रेस्ट फीडिंग करा रही मांओं के लिए जरूरी हैं ये चीजें, जानें जरूरी सप्लीमेंट्स समेत कई जानकारीDisclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.