दिल्ली कैपिटल्स को 77 रन से हराकर आईपीएल के प्लेऑफ में प्रवेश करने वाली चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि सफलता का कोई नुस्खा नहीं है लेकिन उनकी टीम खिलाड़ियों पर भरोसा रखकर उन्हें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का आत्मविश्वास देती है. डेवोन कॉनवे और रुतुराज गायकवाड़ के बीच पहले विकेट की शतकीय साझेदारी के दम पर चेन्नई ने शनिवार को यहां तीन विकेट पर 223 रन बनाये.
224 रनों के लक्ष्य का पीछा करते उतरी दिल्ली कैपिटल्स की टीम नौ विकेट पर 146 रन ही बना सकी. चेन्नई 14 मैचों में 17 अंक लेकर प्लेऑफ में पहुंच गई. मैच के बाद पुरस्कार समारोह में एमएस धोनी से टीम के प्लेऑफ रिकॉर्ड के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘इसका कोई नुस्खा नहीं है. हम सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को चुनकर उन्हें सर्वश्रेष्ठ मौके देते हैं. उन्हें इस तरह से इस्तेमाल करते हैं कि सफल होने की संभावना सर्वाधिक हो.
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धोनी ने आगे कहा कि इसके अलावा कमजोर पहलुओं पर हम अपने खिलाड़ियों की मदद करते हैं. टीम के लिए जो सर्वश्रेष्ठ हो, वह करने पर कामयाबी अपने आप मिलती है. यह पूछने पर कि वह खिलाड़ियों में क्या खूबी तलाशते हैं, उन्होंने कहा, ‘ऐसे खिलाड़ी जिनके लिए टीम सबसे पहले हो. दूर से इसे जज करना मुश्किल है लेकिन हम चाहते हैं कि वे टीम माहौल में पूरी तरह ढल जायें. वे 10 प्रतिशत भी बढ़ते हैं तो हम 50 प्रतिशत जाने को तैयार रहते हैं.’
धोनी ने कहा, ‘टीम प्रबंधन और सहयोगी स्टाफ शानदार है जो हमेशा हमें कहता है कि अपना स्वाभाविक खेल दिखाओ और कोई चिंता मत करो.’ धोनी ने अपने तेज गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कहा कि डैथ (आखिरी) ओवरों में गेंदबाजी के लिये आत्मविश्वास बहुत जरूरी है. तुषार (देशपांडे) को देखो. वह डैथ ओवरों का गेंदबाज बनता जा रहा है. सबसे अहम यह है कि दबाव के क्षणों में आप कैसा प्रदर्शन करते हैं. तेज गेंदबाजों ने जिम्मेदारी लेकर प्रदर्शन किया है और पथिराना डैथ ओवरों का स्वाभाविक गेंदबाज है जिससे हमारा एक सिरदर्द कम हुआ और अब तुषार उसका बखूबी साथ दे रहा है.