जमशेदपुर में हिंसा को लेकर पुलिस ने बीजेपी नेता अभय सिंह को हिरासत में ले लिया है. सोमवार को हिरासत में लेने के बाद उन्हें बिष्टुपुर थाना ले जाया गया है. घटना को लेकर अब तक पुलिस 60 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.
पुलिस हिरासत में लिए जाने के बाद अभय सिंह से विधायक सरयू राय ने बिष्टुपुर थाना में मुलाकात की. इस बीच रैपिड एक्शन फोर्स ने जमशेदपुर में फ्लैग मार्च किया.
भाजपा नेता अभय सिंह ने कहा कि न्यू रानी कूदर की घटना से ऐसा लगता है कि माहौल बिगाड़ने के लिए षडयंत्र रचा गया है. उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये.
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जमशेदपुर हिंसा मामले को लेकर इलाके में प्रशासन की ओर इंटरनेट सेवा ठप है. वहीं रविवार शाम से ही वहां धारा 144 लागू है. इलाके में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई है.
मालूम हो कि जमशेदपुर के कदमा शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर दो में रविवार की शाम दो समुदाय आपस में भीड़ गए. इस बीच दोनों ओर से पत्थरबाजी के साथ जमकर हंगामा हुआ. हंगामे के बीच उपद्रवियों में किसी ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. घटना की सूचना पर पुलिस फौरन मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक उपद्रवियों ने कई दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया.
दोनों समुदायों के बीच करीब तीन घंटे तक पत्थरबाजी चली. जिसमें जमशेदपुर एसएसपी प्रभात कुमार के सथा-साथ कई पुलिसकर्मी घायल हो गये. घटना के बाद पुलिस ने 60 से अधिक युवाओं को हिरासत में लिया और वज्र वाहन से उन्हें थाना भेज दिया गया.
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जानकारी के मुताबिक, मामला धार्मिक विवाद से जुड़ा हुआ है. दरअसल, शनिवार की शाम असामाजिक तत्वों ने कदमा शास्त्रीनगर के इलाके में लगे एक धार्मिक झंडे में आपत्तिजनक चीज बांध दी थी, जिसके बाद हिंदूवादी संगठन एकजुट हो गए और इसका विरोध किया. दो घंटे तक हंगामा के बाद मामला शांत हुआ था.
मामले को लेकर ही रविवार को कदमा शास्त्रीनगर ब्लाक नंबर 2 स्थित जटाधारी हनुमान मंदिर में हिंदूवादी संगठनों की बैठक रखी गयी थी. शाम के समय सभी बैठक कर ही रहे थी कि किसी ने उनपर पत्थरबाजी शुरू कर दी. जिसके बाद भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी. जबाव में बैठक कर रहे लोगों ने भी पत्थरबाजी शुरू कर दी. इस तरह से यह विवाद, हिंसा के रूप में भड़क गया.