JRD Tata’s 117th birth anniversary, जमशेदपुर न्यूज (विकास/निसार) : भारत रत्न से सम्मानित जेआरडी टाटा (JRD Tata) की 117वीं जयंती पर वर्चुअल माध्यम से वॉकथॉन 2021 का आयोजन किया गया. इस मौके पर स्पोर्ट्स कांम्प्लेक्स में 30 फीट ऊंची जेआरडी टाटा की रॉबोटिक पेंटिंग बनायी गयी.
जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में उद्घाटित क्लाइंबिंग एकेडमी देश की पहली रेसिडेंसियल क्लाइंबिंग एकेडमी है. इसका उद्देश्य बच्चों व युवाओं को इस क्षेत्र में पेशेवर तौर से प्रशिक्षण देकर तैयार करना है. टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन की ओर से ऐसे खेलों को बढ़ावा देने के लिए जमशेदपुर के अलावे आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी ऐसी क्लाइंबिंग वॉल (दीवार) बनायी गयी हैं. ग्रामीण क्षेत्र के 5 स्कूलों में मॉड्यूलर क्लाइंबिंग दीवार बनायी गयी हैं. इन्हीं प्रयासों के परिणामस्वरूप 2019 में इस्ट जोन ने राष्ट्रीय ट्रॉफी जीती. यह 25 वर्षों के इतिहास में पहली बार था जब टीएसएएफ कैडेटों ने जीत के 91 प्रतिशत अंक हासिल किये.
टाटा स्टील (Tata Steel) के सीईओ और प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन (TV Narendran) ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि जेआरडी टाटा समूह की भावना और मूल्यों के प्रतीक हैं. उन्होंने कई दशकों तक समूह और टाटा स्टील की तकदीर को संवारा है. उनके पत्र लोगों के प्रति उनकी चिंता और उत्कृष्टता के लिए उनके जुनून को व्यक्त करते हैं. हर बार जब हम उनका जन्मदिन मनाते हैं, तो यह हमारे लिए उनकी विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लेने का अवसर होता है.
इंफोसिस फाउंडेशन (Infosys Foundation) की चेयरपर्सन सुधा मूर्ति (Sudha Murthy) के साथ एक प्रेरक सत्र आयोजित किया गया. सुधा मूर्ति जिन्होंने टाटा मोटर्स (पूर्व में टेल्को) के साथ अपना करियर शुरू किया था. इस सत्र में टाटा स्टील (Tata Steel) के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एंड चीफ फाइनेंसियल ऑफिसर कौशिक चटर्जी भी थे. उन्होंने कहा कि मैंने जेआरडी टाटा (J R D Tata) से जो भी सीखा और टाटा के साथ काम करने का मेरा अनुभव, हमेशा मेरे साथ रहेगा. उन्होंने उदार होने के साथ-साथ अपने कर्मचारियों, विशेष रूप से महिला कर्मचारियों का ध्यान रखने को महत्व दिया. जिस तरह से जेआरडी टाटा ने अपना जीवन जिया, उसने मुझे एक साधारण जीवन जीने के लिए प्रेरित किया.
टाटा स्टील के पूर्व प्रबंध निदेशक डॉ जमशेद जे ईरानी ने कर्मचारियों के साथ अपनी आभासी बातचीत में जेआरडी टाटा के साथ काम करने के अपने अनुभवों से प्रेरित किया, जिन्हें वे अपना गुरु मानते थे. जेआरडी टाटा के साथ अपने दशकों तक जुड़ाव की कहानियों के साथ डॉ ईरानी ने उन मूल्यों, परंपराओं और बिजनेस एथिक्स (business ethics) से मिले जीवन के सबक के बारे में बात की. टाटा स्टील के विभिन्न लोकेशन में अलग-अलग कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
उड़ान के प्रति जेआरडी टाटा के जुनून और बच्चों के लिए उनके प्यार का जश्न मनाते हुए टाटा स्टील के विमानन विभाग के साथ एक इंटरेक्टिव सेशन आयोजित किया गया. गिविंग विंग्स टूमॉरो ड्रीम (Giving Wings Tomorrow Dream) नाम से आयोजित इस सत्र में जमशेदपुर के स्कूलों से एक हजार से ज्यादा विद्यार्थियों और शिक्षकों ने हिस्सा लिया.
कर्मचारियों को जेआरडी टाटा के व्यक्तिगत पहलुओं से समान रूप से प्रेरित करने के लिए सेंटर फॉर एक्सीलेंस (center for excellence) ने पुणे में टाटा सेंट्रल आर्काइव्स में स्थित पूर्व चेयरमैन के कार्यालय का एक अनोखा वर्चुअल वॉकथ्रू (virtual walkthrough) आयोजित किया. जहां सीएफई ने जेआरडी टाटा के जीवन और समयकाल पर चल रही प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया.
Posted By : Guru Swarup Mishra