उमेश कुमार, जामताड़ा. भारतीय रेल की इकाई विद्युत रेलइंजन के प्रमुख निर्माता चितरंजन रेलइंजन कारखाना (चिरेका) ने रेलइंजन उत्पादन के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. उपकरण और वस्तुओं के आपूर्ति में तमाम बाधाओं के बावजूद चिरेका ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के 31 मार्च, 2023 तक 436 रेल इंजनों का उत्पादन किया है, जो अपने उत्पादन इतिहास में दूसरी सर्वश्रेष्ठ उत्पादन उपलब्धि है.
चिरेका महाप्रबंधक सतीश कुमार कश्यप ने शॉप नंबर 19 से 436वें रेल इंजन को चिरेका से हरी झंडी दिखाकर सम्मान पूर्वक रवाना करते हुए राष्ट्र को समर्पित किया. उन्होनें बताया कि यह उपलब्धि चिरेका के कुशल और समर्पित अधिकारियों व कर्मचारियों के प्रयासों और प्रेरणा से संभव हो पाया है. इस उपलब्धि को हासिल करने के पीछे चिरेका कर्मियों के असाधारण कौशल, सहयोग, समर्पित प्रदर्शन और अथक परिश्रम का बहुत बड़ा योगदान है.
महाप्रबंधक ने इस उपलब्धि के लिए चिरेका टीम को बधाई दी और समर्पित अधिकारियों, पर्यवेक्षकों और कर्मचारियों के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि अब तक के गौरवशाली प्रदर्शन के अनुसार चितरंजन रेलइंजन कारखाना उत्पादन के क्षेत्र में भविष्य में भी कीर्तिमान स्थापित करने का यह सिलसिला निरंतर जारी रखेगा. उन्होंने कहा कि चिरेका की यह उत्कृष्ट उपलब्धि नवाचार, दक्षता और उत्कृष्टता के प्रति इसकी अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है.
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चितरंजन रेलइंजन कारखाना लगातार विकास के क्षेत्र में अग्रसर है. अपने नए-नए कीर्तिमानों से यह हमेशा भारत के प्रमुख रंल इंजन के निर्माताओं की सूची में सबसे आगे रहा है. खास बात यह है कि चिरेका के जीएम इसकी सभी सफलताओं पर कर्मियों की सराहना करते हैं.