सीमावर्ती बिहार के चकाई में हुए बैंक लूटकांड में जमुई पुलिस द्वारा गिरफ्तार दो आरोपियों से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं. गिरफ्तार दोनों आरोपी नगर थाना क्षेत्र के धनगौर निवासी रंजीत दास व कटोरिया निवास रणवीर सिंह उर्फ पप्पु सिंह ने अपने कई साथियों के नाम बताये हैं. इस मामले में जमुई पुलिस ने एसआइटी की दो टीमें गठित की है. एसआइटी की एक टीम संदिग्ध आरोपियों की पहचान के लिए फोटो लेकर देवघर पुलिस के सहयोग से तहकीकात के लिए लगातार यहां कैंप कर रही है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, बैंक लूटकांड को अंजाम देने में अंतर्राज्यीय गिरोह के राजेश दास व बांका के रहनेवाले नसीम खान सहित गिरोह के अन्य सदस्य देवघर में जुट कर बैंकों को लूटने की योजना बनाये थे.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह गिरोह बैंक लूट की घटना के लिए मंगलवार का दिन चुनता है. चकाई में मंगलवार को घटना को अंजाम देने से पहले बांका, गया, हजारीबाग, चतरा आदि इलाकों में भी मंगलवार को ही बैंक लूट की घटना को अंजाम दिया था. वहीं पिछले वर्ष 31 मई 2022 को देवघर के मोहनपुर थाना क्षेत्र के सिरसा एसबीआइ शाखा से 16 लाख रुपये की लूट की घटना को मंगलवार के दिन ही अंजाम दिया गया था.
सूत्रों के अनुसार, बैंक लुटेरों के इस गिरोह का अगला निशाना संताल परगना के सुदूरवर्ती बैंक की शाखाएं थीं. इनमें दुमका, काठीकुंड, मधुपुर सहित आधा दर्जन बैंकों में किसी ने किसी मंगलवार को लूट की वारदात को अंजाम देने वाले थे. इससे पहले ही रंजीत दास व रणवीर सिंह की गिरफ्तारी हो जाने से गिरोह के सदस्य फिलहाल इधर-उधर शिफ्ट कर गये हैं. पुलिस को उम्मीद है कि इनमें से कई देवघर में ही हो सकते हैं.
बता दें कि गिरोह का सदस्य नसीम काफी शातिर है. वह किसी भी बैंक लूट की घटना को अंजाम देने के बाद फौरन हवाई मार्ग से उस इलाके से भाग जाता था. यह बात पुलिस की जांच में सामने आयी है. संभव है कि चकाई की घटना को अंजाम देने के बाद नसीम देवघर एयरपोर्ट से ही दिल्ली या पटना चला गया होगा. फिलहाल पुलिस हरेक पहलुओं को खंगाल रही है.