Jharkhand News: झारखंड के खूंटी जिले के अड़की प्रखंड की पुरनानगर पंचायत अंतर्गत डोरेया टोली डोंबारी में लोगों को बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं. यहां के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय में आज तक एक चापाकल भी नहीं लगाया गया है. इसके कारण स्कूल के विद्यार्थी अपने घर से ही बोतल में पानी लेकर आते हैं. स्कूल में चापाकल नहीं होने के कारण मध्याह्न भोजन बनाने से लेकर अन्य कार्यों में भी परेशानी होती है. मजबूरी में ग्रामीणों को लगभग दो किलोमीटर दूर पुटीदा डाड़ी से पानी लाना पड़ता है.
गांव में रहने वाले लगभग 50 परिवारों को शुद्ध पेयजल के लिए भटकना पड़ता है. गांव में लगी सोलर आधारित पानी टंकी चार माह से खराब है. मजबूरी में ग्रामीणों को लगभग दो किलोमीटर दूर पुटीदा डाड़ी से पानी लाना पड़ता है. गांव में बिजली तो पहुंचायी गयी है लेकिन ट्रांसफार्मर पिछले पांच माह से खराब पड़ा है. जिसके कारण ग्रामीणों को अंधेरे में रहना पड़ रहा है. इस संबंध में बीडीओ कुमार नरेंद्र नारायण ने कहा कि गांव में बिजली और पानी की समस्या की जांच की जायेगी. अगर समस्या है तो जल्द ठीक कर लिया जायेगा.
कृष्णा मुंडा कहते हैं कि ग्रामीण बिजली और पानी की समस्या से परेशान हैं. सोलर टंकी और ट्रांसफार्मर की मरम्मत के लिए दो माह पूर्व ही आवेदन दिया गया है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. खुदीराम मुंडा कहते हैं कि ग्रामीण पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं. स्कूल के बच्चों को भी परेशानी हो रही है. ग्रामीणों को बुनियादी सुविधा तक नहीं मिल रही है. इससे लोग आक्रोशित हैं.
पानो देवी कहती हैं कि गांव की महिलाओं को सबसे अधिक परेशानी होती है. गांव से लगभग दो किलोमीटर दूर डाड़ी से पानी लाना पड़ता है. सोलर टंकी के खराब होने से शुद्ध पानी नहीं मिल पा रहा है. कमला देवी कहती हैं कि कई महिलाओं के छोटे-छोटे बच्चे हैं. बच्चों को बेतरा कर गांव से दूर पानी लाने जाना पड़ता है. सरकार को और प्रशासन को ग्रामीणों की समस्या जल्द दूर करनी चाहिए.
रिपोर्ट : आशुतोष पुराण