लातेहार, चंद्र प्रकाश सिंह : झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन लातेहार के उदयपुरा और मतनाग गांव पहुंचे. ग्रामीण संवाद कार्यक्रम में शामिल होते हुए कहा कि राज्यपाल पद की शपथ लेने के बाद मैंने योजना बनाया कि गांव के लोगों को राजभवन तक नही आना पड़े, बल्कि राजभवन खुद गांव तक पहुंचे और ग्रामीणों से सीधा संवाद कर उनकी समस्या को सुनकर उसका समाधान करे. राज्यपाल अंग्रेजी मे संबोधन कर रहे थे और उसे डीसी भोर सिंह यादव हिंदी में अनुवाद कर रहे थे.
देश के विकास के लिए गांव का विकास का होना जरूरी
राज्यपाल ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि लातेहार जिले का उदयपुरा गांव बहुत ही खूबसूरत है और गांव के लोग अपने अधिकार के प्रति काफी जागरूक हैं. कहा कि तमिलनाडु के चंद्रपुरा गांव से निकल झारखंड के लातेहार जिले के उदयपुरा गांव पहुंचा हूं. गांव में होने वाली परेशानियो को मैं समझता हूं. अनेक विभिन्नताओं के बावजूद गांव के लोग एक साथ मिलकर काम करेंगे, तो गांव का विकास होगा. कहा कि देश के विकास के लिए गांव का विकास का होना बहुत जरूरी है.
केंद्र सरकार की योजनाओं का किया जिक्र
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी की सोच थी कि देश में भुखमरी नहीं रहे और 1998 के बाद देश से भुखमरी नही रही. नल-जल मिशन योजना, प्रधानमंत्री आवास, उज्ज्वला गैस समेत केंद्र सरकार की कई योजनाओं का जिक्र करते हुए सभी को लाभ लेने की बात कही. कहा कि विश्व में भारत अर्थव्यवस्था के मामले में पांचवां देश है.
पीएम मोदी ने गरीबों को कई योजनाओं से लाभान्वित कराया
राज्यपाल महोदय ने कहा कि देश में महामारी भी आयी और इस दौरान विश्व के कई देशों में परेशानी बढ़ी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों को समय पर कई तरह का लाभ देकर उन्हें लाभान्वित कराया. इससे पहले उदयपुरा पहुंचने पर मुखिया सुनीता देवी ने राज्यपाल को बुके देकर स्वागत किया. इससे पूर्व परिसदन पहुंचने पर राज्यपाल का स्वागत करने के बाद महिला पुलिस बल ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया.
कार्यक्रम से पहले महिलाओं के साथ फोटो खिंचवाये
राज्यपाल का उदयपुरा गांव पहुंचने पर पारंपरिक तरीके से मांदर की धुन पर आदिवासी संस्कृति के अनुसार स्वागत किया गया. मंच पर पहुंचने के बाद एक परिधान में महिलाएं हाथ में हरी पत्तियां लिए खड़ी थी. जिसे देख कर राज्यपाल ने कार्यक्रम शुरू होने से पहले उनके बीच पहुंच कर उनके साथ फोटो खिंचवायें और सभी को धन्यवाद दिया. राज्यपाल के इस व्यवहार से ग्रामीण महिलाएं काफी प्रभावित हुई.