लातेहार, चंद्रप्रकाश सिंह. झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति नयी दिशा से प्रभावित होकर प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन जेजेएमपी के एरिया कमांडर सत्येंद्र उरांव उर्फ अभिमन्यु उर्फ मामा पिता रामपाल उरांव (इरगू,पांकी,पलामू) ने आत्मसमर्पण कर दिया. पुलिस अधीक्षक कार्यालय में गुरुवार को पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन, सीआरपीएफ 11 वीं बटालियन के कमांडेंट वेद प्रकाश त्रिपाठी, द्वितीय कमान अधिकारी विनोद कुमार कनौजिया व सदर थाना प्रभारी चंद्रशेखर चौधरी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. आत्मसमर्पण करने के बाद एसपी श्री अंजन ने गुलदस्ता व शॉल ओढ़ाकर सत्येंद्र उरांव को सम्मानित किया.
नयी दिशा से प्रभावित होकर सत्येंद्र उरांव ने किया आत्मसमर्पण
लातेहार एसपी अंजनी अंजन ने कहा कि सरकार की आत्मसमर्पण नीति नई दिशा से प्रभावित होकर सत्येंद्र उरांव ने आत्मसमर्पण किया है. उन्होंने कहा कि जो नक्सली या उग्रवादी मुख्यधारा से भटक गए हैं, वो आत्मसमर्पण करें. आत्मसमर्पण नहीं करने पर उनके खिलाफ अभियान जारी रहेगा. सीआरपीएफ 11 वीं बटालियन के कमांडेंट श्री त्रिपाठी ने कहा कि सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे अभियान से जिले में नक्सली काफी कमजोर हो गए हैं. इसी का परिणाम है कि कई बड़े उग्रवादी और नक्सली आत्मसपर्पण कर नया जीवन जी रहे हैं. आत्मसमर्पण कर चुके सत्येंद्र उरांव ने बताया कि उसका बड़ा भाई हरदयाल उरांव जेजेएमपी का सक्रिय सदस्य था. जो वर्ष 2019 में एक मुठभेड़ में मारा गया था. इस बात की जानकारी लेने के लिए जेजेएमपी के सुप्रीमो पप्पू लोहरा के पास गया था और वहीं से वह उग्रवादी गतिविधि में शामिल हो गया और कई घटनाओं मे शामिल रहा.
डगरा पहाड़ व नावाडीह जंगल में हुई मुठभेड़ में शामिल था सत्येंद्र
पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर चुके उग्रवादी सत्येंद्र उरांव कई मुठभेड़ में शामिल था. जिसमें मुख्य रूप से 29 सितंबर 2021 को सदर थाना क्षेत्र के सलैया के डगरा पहाड़ व नावाडीह जंगल में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में शामिल था. सलैया के डगरा पहाड़ में हुई मुठभेड़ में झारखंड जगुआर के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार शहीद हो गये थे. सत्येंद्र के खिलाफ मनिका व लातेहार थाना में एक-एक मामला दर्ज है.
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