विटामिन-सी का स्रोत संतरा ढेरों गुणों से भरा है यही नहीं इसके छिलकों को भी सुन्दरता बढ़ाने के लिए कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन क्या आप इन छिलकों से गाड़ी चला सकते हैं? चौंक गए न! आईये हम आपको बताते हैं कैसे?
अब जब आप भी संतरा खाने के बाद उसका छिलका फेंके तो यह बात जरूर सोचें. शायद यह आपको सुनने में अटपटा लग रहा हो लेकिन यह बिल्कुल सच है. अब संतरे के छिलके से गाड़ी में लगने वाला ईंधन तैयार होगा. संतरे के छिलके से तैयार ईंधन से कार दौड़ेगी.
ब्रिटेन के वैज्ञानिक जेम्स क्लार्क ने एक ऐसा माइक्रोवेव बनाने का दावा किया है जो संतरे के छिलके को ईंधन में बदल देगा. इस ओवन को बनाने में जो खर्चा आएगा वह करीब दो लाख पौंड, लगभग डेढ़ करोड़ रुपए का है.
जेम्स के अनुसार, इस ओवन में अखरोट और सेब के छिलके से भी ईंधन बनाया जा सकेगा.
इस माइक्रोवेव में संतरे के छिलके में मौजूद अणुओ को तोड़कर उससे ईंधन तैयार किया जाता है. यह ओवन इन अणुओ से निकलने वाली गैस से न केवल ईंधन बल्कि तेल और प्लास्टिक का उत्पादन भी कर सकेगा. लेकिन इस ओवन की क्षमता काफी कम है.
जेम्स एक घंटे में 30 टन कचरे को ईंधन में बदलने वाले ओवन पर काम कर रहे हैं. इस प्रयोग में कहा गया है कि संतरे का छिलका ईंधन का एक बहुत बढ़िया स्रोत है. लेकिन यह अफसोसजनक है कि दुनियाभर में हर साल लाखों टन संतरे के छिलके बर्बाद हो जाते हैं.
संतरा का सबसे बड़ा उत्पादक देश ब्राजील में सालाना जूस निकालते वक्त 80 हजार टन संतरे का छिलका खराब हो जाता है. इस तरह पूरी दुनियाभर में संतरे के छिलके से तैयार अधिक ईंधन बनाया जा सकेगा.