Mango Benefits: हम न सिर्फ आम का पके फलों के रूप में मजा लेते हैं, बल्कि इन दिनों में लू से बचने के लिए भी आम का पन्ना या मैंगो शेक का इस्तेमाल किया जाता है. कच्चे आम की चटनी भी पुदीने और धनिया के पत्ते के साथ बनायी जाती है, जो टेस्टी और स्वास्थ्यवर्धक भी होती है. बच्चे कच्चे आम को मसाले के साथ चटकारा लगाकर खाते हैं. आम के गुणों में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफलामेंटरी और जीवाणुरोधी गुण भी शामिल हैं. फाइबर से भरपूर होने की वजह से आम खाने से कब्ज की समस्या दूर होती है.
विटामिन बी-6 का प्रमुख स्रोत है आम
कच्चे आम में पाये जानेवाले ग्लूटामीन एसिड यादाशत वृद्धि करने में सहायक होते हैं. यह मानसिक सतर्कता को बढ़ावा देता है. आम में विटामिन बी-6 भरपूर मात्रा में होता है, जो मस्तिष्क की कार्यशीलता को बनाये रखता है. गर्मी के मौसम में कच्चे आम का पन्ना पीने से रक्त साफ होती है. गर्मी के कारण मुंहासे और घमोड़ी जो निकलती, पन्ना पीने से नहीं निकलतीं. नित्य पन्ना पीने से शरीर से ज्यादा पसीना निकलने की समस्या पर काबू पाया जा सकता है. गर्मी के दिनों में तेज धूप एवं शुष्क हवाओं की वजह से शरीर में नमी की कमी हो जाती है, जिससे लू लगने की आशंका बढ़ जाती है. इस समस्या से बचने आम के पन्ना का सेवन जरूर करें.
शरीर को हाइड्रेट रखता है आम पन्ना
आम पन्ना से शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद मिलती है और लू से बचाव होता है. कच्चे आम और पुदीने की पत्तियों से बनी चटनी का सेवन गर्मी के दिनों में करते रहने से भोजन का पाचन ठीक से होता है, जिससे भूख न लगने की शिकायत दूर होती है. कच्चे आम में विटामिन-सी की अच्छी मात्रा होती है, जो रक्त में मौजूद विषाक्तता को दूर करने मदद करती है. इसके अलावा विटामिन-सी नयी रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को भी बढ़ाने में प्रभावी होता है. इसके लगातार सेवन से टीबी, हैजा जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है. इसके अलावा विटामिन-सी की अत्यधिक मात्रा होने के कारण यह एनिमिया, स्कर्वी आदि समस्याओं को कम करता है. यह गर्भवती महिलाओं की मॉर्निंग सिकनेस को दूर करता है. आम में विटामिन ए, फ्लेवोनायड, अल्फा एवं बीटा कैरोटिन, बीटा क्रिप्टोजेन्थिन की उच्च मात्रा होती है, जो आंखों को स्वस्थ रखने में सहायक होता है.
मधुमेह रोगी को कच्चे आम से फायदा
जो लोग मधुमेह से ग्रसित होते हैं, उन्हे कच्चे आम का सेवन करना चाहिए. इसके सेवन से शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. कच्चे आम में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाये जाते हैं, जो खाना पचाने में सहायक होते हैं. यह आंतों के संक्रमण को रोकने में भी सहायक होता है और इसके सेवन से लिवर भी स्वस्थ रहता है. फाइबर की उचित मात्रा होने के कारण यह वजन कम करने में भी सहायक है. यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को धीमा करता है और लंबे समय तक भूख के एहसास को रोकने में सहायक होता है. शरीर में रक्तचाप को मेंटेन करने के लिए पोटैशियम की जरूरत होती है. आम में पोटैशियम प्रचुर मात्रा में होता है. कई शोधों से यह साबित हुआ है कि यह उच्च रक्तचाप से छुटकारा दिलाता है. इसमें पाये जाने वाले विटामिन-सी और जिंक हमारे प्रतिरोधक क्षमता को भी दुरूस्त करते हैं. विटामिन-सी संक्रमण से भी बचाता है.
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(डाइटीशियन श्वेता जायसवाल से बातचीत पर आधारित)