साल 2023 का आखिरी और दूसरा चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को लगने जा रहा है. ग्रहण की शुरुआत शनिवार की रात में शुरू होगी. यानि 29 अक्तूबर को 01 बजाकर 06 मिनट से चंद्रग्रह आरम्भ हो जाएगा. ग्रहण का मध्यकाल 01 बजकर 44 मिनट पर होगा. और ग्रहण काल की समाप्ति 02 बजकर 16 मिनट पर होगा.
यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा. भारत के अलावा यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, नॉर्थ अमेरिका, उत्तर व पूर्व दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, हिन्द महासागर और अंटार्कटिका में देखा जा सकेगा. इसके साथ ही पश्चिम बंगाल में भी दिखाई देगा. यह खगोलीय घटना 29 अक्टूबर तड़के तक जारी रहेगी.
पश्चिम बंगाल में लोग शनिवार रात को लक्ष्मी पूजा करेंगे. उन्होंने बताया कि 28 अक्टूबर को चंद्रमा में कुछ देर के लिए पृथ्वी की छाया से आंशिक रूप से ग्रहण लगेगा और इससे भारत में लोगों को आंशिक रूप से चंद्रग्रहण देखने का मौका मिलेगा.
चंद्र ग्रहण कैसे लगता है? दरअसल, पृथ्वी की छाया में आ रहे चंद्रमा की दो अवस्थाओं के रूप में पहचाना जाता है. जब वह पृथ्वी के आंशिक रूप से छाया वाले हिस्से में प्रवेश करता है, तो इसे उपछाया ग्रहण कहा जाता है और उस वक्त चंद्रमा की रोशनी आंशिक रूप से दिखाई देती है.
चंद्रमा की रोशनी में बदलाव ज्यादा दिखाई नहीं देता. इस चरण के बाद चंद्रमा पृथ्वी की छाया के अधिक गहरे हिस्से में आंशिक रूप से प्रवेश करता है, जिसे पूर्ण चंद्रग्रहण कहा जाता है और ज्यादातर लोग इसे असली ग्रहण मानते हैं.
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