दिवाली एक प्रमुख भारतीय त्योहार है, जो पूरे देश में खुशी और उत्सव के साथ मनाया जाता है. इस अवसर पर घरों को सजाने-सवारने का महत्व बढ़ जाता है और रोशनी के दीपकों को जलाकर सुंदरता और प्राचीन भारतीय संस्कृति का प्रतीक माना जाता है. हम अपने घरों को दीपों की रौशनी से रोशन करते हैं, जो समृद्धि, सफलता, और खुशी की प्रतीक होते हैं.
इस बार दिवाली का त्योहार 12 नवंबर को मनाया जाएगा. इस दिन खास तौर पर दीया जलाने की परंपरा है. लेकिन दुनिया धीरे-धीरे लोग डिजिटल होते जा रहे हैं. अब आप अपने घर में तेल के बजाय पानी के दीपक जला सकते हैं. इसके साथ ही परछाई वाले दीया भी जला सकते हैं.
अगर आप इस दिवाली कुछ यूनिक लाइट लगाना चाहते हैं तो पानी वाला दीया बेस्ट है. इसमें कुछ करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. बस पानी डाले और दीया जल जाएगा.
पानी वाला दीया आप मार्केट या ऑनलाइन खरीद सकते हैं. यह बाजारों में आसानी से मिल जाएगा.
पानी वाला दीया एकदम तेल वाले दीया के तरह जलता है. यह देखने में काफी खूबसूरत है. बाजारों में भी इन दीया की डिमांड बढ़ गई है.
Also Read: Diwali Rangoli Design Tips: इस दिवाली इन चीजों की मदद से बनाएं खूबसूरत और बड़ी से बड़ी रंगोलीइस बार लोग झालर वाली लाइट्स के जगह पानी वाली दीया खूब खरीद रहे हैं. पानी से जलने वाले दीपक लोगों को खासा आकर्षित कर रहा है. पानी वाले दीपक में बैटरी लगी होती है और पानी डालने पर सेंसर की मदद से जलना शुरू कर देता है.
दिवाली पर आप रिफ्लेक्शन वाला दिया भी जला सकते हैं. इन दीपकों में एक विशेष धातुक चिल्ला लगा होता है जो उस दीपक के चिह्न, रंग, और आकर्षण को बढ़ाता है. जब आप इन दीपकों को जलाते हैं, तो ये धातुओं के चिल्ले के कारण विशेष रौशनी छोड़ते हैं, जिससे दीपकों की चमक और खासियत बढ़ जाती है.
Also Read: Diwali Special Dessert: इस दिवाली घर पर हो जाएं कुछ मीठा, बनाएं ये स्वादिष्ट और आसान व्यंजनयह दीया बहुत ही खूबसूरत है. पानी डालते ही यह दीया जल जाता है और अपने चारों और पछाई बना देता है, जो कि काफी सुंदर दिखता है.
अगर आप इस दीया को जला रहे हैं तो आपको रंगोली बनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. क्योंकि इसकी परछाई ही इतनी खूबसूरत दिखती है. जिसके बाद आपकी नजर नहीं हटेगी.
Also Read: Diwali Cleaning Tips: दिवाली से पहले इन चीजों से करें रसोई घर की सफाई, एकदम चमचमा उठेगापानी वाला दीया जलाने के कई फायदे हैं. इस दीया को जलाने से हमारा पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा.