12.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Diwali 2024: दीपावली पर दीया जलानें का क्या है महत्व, जानें अहम बातें

Diwali 2024: घर के मंदिर में दीया जलाना चाहिए. हालांकि, सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में इसे जलाना शुभ माना जाता है. इससे देवी प्रसन्न होती हैं और आपका घर सुख-समृद्धि से भर जाता है.

Diwali 2024: दिवाली हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है, जिसे देश भर में बेहद धूमधाम से मनाया जाता है. यह पर्व हर साल कार्तिक महीने की अमावस्या के दौरान मनाया जाता है, जबकि इस शुभ दिन पर भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है. देवताओं की पूजा करने का सही तरीका बताया है जो घर में समृद्धि लाएगा. इस साल, रोशनी का त्योहार 31 अक्टूबर, गुरूवार को मनाया जाएगा, इस दिन देशभर में परिवार दीये और पटाखे जलाकर इस दिन को खुशियों के साथ मनाते हैं. दिवाली के महत्व और शांतिपूर्ण और समृद्ध घर के लिए देवताओं की पूजा करने के तरीके के बारे में बताया.

also read: Vidur Niti: ज्यादा बोलने वाले लोग पर क्यों नहीं किया जाता…

त्योहार के दौरान दीया जलाने का विशेष महत्व है, क्योंकि यह अंधकार को दूर करता है और प्रकाश की जीत का प्रतीक है. भक्तों का मानना ​​है कि दीया घर में देवी लक्ष्मी के आशीर्वाद के साथ-साथ सकारात्मक ऊर्जा भी लाता है. इसके अलावा, यह घर में अन्न और धन भी लाता है.

घर के मंदिर में दीया जलाना चाहिए. हालांकि, सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में इसे जलाना शुभ माना जाता है. इससे देवी प्रसन्न होती हैं और आपका घर सुख-समृद्धि से भर जाता है.

also read: Dhanteras 2024: कौन हैं भगवान धन्वंतरि? दिवाली के दो दिन पहले…

वास्तु के अनुसार दीया जलाएं

पुजारी ने बताया कि रसोई में दीया जलाने के लिए दक्षिण-पूर्व कोने का चयन करना चाहिए. मान्यताओं के अनुसार, इससे परिवार के सदस्य स्वस्थ रहते हैं. लिविंग रूम में भी दीया जलाएं, ऐसा माना जाता है कि इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है और वातावरण में शांति बनी रहती है. ये उपाय एक समृद्ध और सुरक्षित दिवाली सुनिश्चित करेंगे और देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे.

Trending Video

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें