सनातन धर्म की ये खासियत है कि आप को लगभग हर घर में तुलसी और शमी का पौधा देखने को मिलेगा, दरअसल ये दोनों ही पौधों को पूजनीय स्थान दिया गया है.
हिंदू धर्म में ये माना गया है कि शमी के पौधे की पूजा करने से शनिदोष का प्रभाव कम होता है और लोगों के जीवन से कई तरह की बुराइयां और नेगेटिविटी दूर रहती है.
हिंदू महाकाव्य रामायण में शमी के पौधे का एक खास जिक्र है, उसमें बताया गया है कि जब प्रभु श्री राम और रावण के बीच युद्ध हुआ था तो उस युद्ध की शुरुआत से पहले भगवान राम ने शमीके पेड़ की पूजा की थी और उसके बाद उन्हें विजय हासिल हुई थी.
हिंदू धर्म में शमी के पत्तों का इस्तेमाल भगवान शिव की पूजा अर्चना में भी किया जाता है और ये माना जाता है की इससे वो प्रसन्न होते हैं, साथ ही भगवान गणेश और मां दुर्गा की पूजा में भी शमी के पत्तों का उपयोग किया जाता है.
माना जाता है कि जिस प्रकार हम अपने घरों में सुबह शाम तुलसी के पौधे की पूजा करते हैं उसी प्रकार हमें शनिवार के दिन खास तौर से शमी के पेड़ की पूजा करना चाहिए, माना जाता है कि शमी के पेड़ के आगे सरसों के तेल का दिया जलाने से घर से हर प्रकार की बाधाएं दूर रहती हैं.
वास्तु शास्त्र की मानें तो शमी का पौधा बेहद ही शुभ होता है और घर में इसे लगाने से पॉजिटिविटी बढ़ती है. माना जाता है कि अगर किसी व्यक्ति के कुंडली में शनि दोष है तो उसे निश्चित तौर से अपने घर में शमी का पौधा लगाकर हर शनिवार को पूजा करना चाहिए .
Also Read: Shami Tree Ke Fayde: घर में जरूर लगाएं शमी का पौधा, शनि देव के कुप्रभाव से पाएं मुक्तिशमी का पौधा यूं तो बेहद ही शुभ है लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार उसे लगाने का प्रभाव तब ही पड़ता है जब वो सही दिशा में लगाई जाए अन्यथा इसके लोगों को इसके बुरे परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.
शमी का पौधा लगाते वक्त ये भी ध्यान रखने की जरूरत है कि उसे इस प्रकार से रखा जाए की उसपर सीधी धूप न पड़े . शमी का पौधा शनिदेव से संबंधित है इसलिए इसे घर पर लगाने के लिए शनिवार का दिन सबसे उचित माना जाता है.
शमी के पौधे को इस प्रकार से रखना चाहिए कि घर से बाहर निकलने पर वो दाहिने ओर पर मौजूद हो, ये बेहद ही लाभकारी माना जाता है.
रिपोर्ट – पुष्पांजलि
Also Read: जूते-चप्पलों को बिखेर कर रखने की आदत छोड़िए, घरेलू कलह से मुक्ति देंगे ये अचूक वास्तु उपाय