होली की बात हो रही और मालपुआ का ज़िक्र न हो ऐसा हो ही नहीं सकता. आप सभी ने कभी न कभी इस स्वादिष्ट पकवान को ज़रूर खाया होगा. काजू,किशमिश,बादाम, इलाइची और केसर से भरा ये पकवान किसी के भी मुँह में पानी ला देता. पर मैदा और चीनी से बना मालपुआ स्वाद के साथ-साथ बिमारियों का भी बादशाह है. पूरी तरह चीनी से बनने के कारण डायबटीज के मरीजों के लिए इसे खाना सपने जैसा हो जाता. इसलिए इस होली हम आपको मालपुआ की ऐसी रेसिपी बताने जा रहे है जो स्वादिस्ट होने के साथ-साथ हेल्थी भी है. तो आइये जानते है इसे बनाने की विधि…
1 कप गेंहू का आटा
1/2 कप गुड़ (चीनी की जगह पर)
1/2 चम्मच सौंफ़
1 चम्मच काजू
1 चम्मच किशमिश
1/2 चम्मच इलाइची पाउडर
घी तलने के लिए
एक चुटकी केसर
पानी चाशनी के लिए
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आटे का मालपुआ बनाने के लिए सबसे पहले एक बर्तन में गुड़ और पानी डलकर उसे पिघलने तक गर्म करे.
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एक बार जब गुड़ अच्छी तरह से पिघल कर पतली चाशनी की तरह बन जाये तो इसमें केसर और इलाइची पाउडर डालकर ठंडा होने के लिए छोड़ दे.
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एक अलग बर्तन में आटा और पानी लेकर इसका एक पतला घोल तैयार कर ले. ध्यान रहे कि घोल बनाते समय आटे में गांठ न बने. इसके लिए थोड़े-थोड़े आटे को मिलाये.
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घोल अच्छी तरह बन जाने पर इसमें कटी हुई काजू , किशमिश, बादाम और सौंफ मिलाये.
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एक कढ़ाई में घी गर्म करे और एक-एक कर मालपुआ बनाये. इसे दोनों तरफ से तब तक पकाएं जब तक ये सुनहरे रंग के न हो जाये.
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इसके बाद इसे गुड़ की चाशनी में डाल दे और आपका आटे का हेल्थी मालपुआ बन कर तैयार है.
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इसे आप खुले में 2 -3 दिनों तक और फ्रिज में एक हफ्ते तक रख सकते है.
आटे के मालपुए में मैदा और चीनी का उपयोग नहीं किया गया है, इसलिए मधुमेह के मरीज भी इसे खा सकते है. इसके साथ ही आटे में मौजूद फ़ाइबर हमारे पाचन क्रिया को सही रखता है.
एक मालपुए में लगभग 144 cal एनर्जी ,1 gm प्रोटीन , 12.5 gm कार्बोहाइड्रेट और 1.1 gm फाइबर मौजूद होता. गौर करने वाली बात है कि इसमे ज़ीरो कैलेस्ट्रोल होता जो इसे और भी हेल्थी बनाता.