जिस प्रकार लोगों को कुत्ता पालना पसंद हैं, उसी तरह अधिकतर लोगों को बिल्लियां पालने का भी बेहद शौक होता है. आपने अक्सर बड़ों को ये कहते हुए सुना होगा कि बिल्ली एक ऐसा जानवर है जो किसी भी परेशानी को पहले से ही भांप लेती है. जहां तक बिल्लियों को घर में पालने की बात है तो इसे लेकर भी कई अलग- अलग मान्यताएं हैं और ये मान्यताएं सालों से चली आ रही है. जहां कुछ लोग घर में बिल्लियां पालना शुभ समझते हैं,जबकि, कुछ लोग इसे अशुभ मानते हैं. उनका मानना होता है कि बिल्ली पालने से घर में नकारात्मकता फैलती है. आखिर बिल्ली पालने को लेकर शुभ-अशुभ, शगुण-अपशगुण वाली बात कहां से आई और क्या है इन सब के पीछे की मान्यता, आइये जानते हैं.
मिस्र में बिल्लियों को पूजा जाता था
जहां प्राचीन मिस्र की संस्कृति में बिल्ली पूजनीय थे. बिल्लियों को देवताओं के रूप में पूजा जाता था. देवी बासेट को एक बिल्ली या बिल्ली के सिर वाली महिला के रूप में चित्रित किया गया था, और बिल्लियों को अक्सर ममीकृत किया जाता था और उनके मालिकों के साथ दफनाया जाता था. अनाज के भण्डारों को चूहों से बचाने के लिए भी बिल्लियों का उपयोग किया जाता था. पुरातत्वविदों ने बिल्लियों सहित मनुष्यों और जानवरों के बीच आध्यात्मिक संबंध का सुझाव देने वाले पुराने साक्ष्य भी खोजे हैं.
वास्तु शास्त्र के अनुसार ये है मान्यताएं
अब अगर हम वास्तु शास्त्र की बात करें तो घर में बिल्ली पालने को अशुभ माना जाता है. घर में बिल्ली होने से घर के सदस्यों पर इसका बुरा असर पड़ सकता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि जिस घर में बिल्ली पाली जाती है या फिर घर में बिल्ली बार-बार आती है तो यह एक अशुभ संकेत हो सकता है. ऐसा माना जाता है कि जिस घर में बिल्ली का वास होता है, उस घर में नकारात्मक शक्तियां आती है. बिल्ली के घर में होने से राहु तत्व भी एक्टिव मोड में आ जाता है और घर के सदस्यों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
घर में बिल्ली का जन्म लेना शुभ
बिल्ली पालना भले अशुभ माना गया हो, लेकिन अगर आपके घर में बिल्ली के बच्चे का जन्म हो जाये, तो ये आपके लिये बेहद शुभ साबित हो सकता है. बिल्ली के जन्म से घर के मुखिया को अतयंत लाभ प्राप्त हो सकता है. उन्हें हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है. साथ ही बिल्ली के जन्म लेने से घर में नकारात्मक शक्तियां प्रवेश नहीं कर पाती है और उस घर में कभी धन की कमी नही होती है.
अगर आपके घर गोल्डन बिल्ली आ जाये
अक्सर हम देखते हैं कि हमारे घर कभी-कभार कहीं से बिल्ली घुस आती है. अगर आपके घर में गोल्डन रंग की बिल्ली आ जाये, तो इसे बेहद ही शुभ माना जाता है. माना जाता है कि गोल्डन बिल्ली सौभाग्य लाती है. इस बिल्ली के आने से अटके हुए काम बन जाते हैं और धन लाभ के योग बनते हैं.
आज है अंतरराष्ट्रीय बिल्ली दिवस
हर साल 8 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय बिल्ली दिवस मनाया जाता है. इंटरनेशनल फंड फॉर एनिमल वेलफेयर ने छोटे पैंथर के बारे में जागरूकता बढ़ाने, उसे सहायता प्रदान करने और उसका सम्मान करने के लिए 2002 में इस दिन की स्थापना की थी. इस दिन को मनाने के पीछे का मकसद दुनियाभर में बिल्लियों की दुर्दशा के बारे में लोगों को जागरूक करना, साथ ही उन्हें इस खास दिन के मौके पर बहुत सारा प्यार देना, ताकि उनके प्रति और लोग भी आकर्षित हों और समाज बिल्लियों के लिए एक बेहतर जगह बन सके. अपने रहस्यमय आकर्षण से लेकर अपनी चंचल हरकतों तक, बिल्लियों ने इतिहास और हमारे जीवन में एक विशेष स्थान अर्जित किया है.
बिल्लियों का इतिहास बहुत पुराना
बिल्लियां सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से प्रतीकात्मक रही हैं. बिल्लियों का इतिहास बहुत लंबा और दिलचस्प है. मनुष्यों के साथ बिल्लियों के रहने का सबसे पहला ज्ञात प्रमाण 7500 ईसा पूर्व में बहुत पहले जंगली बिल्लियों को पालतू बनाना शुरू हुआ था. शोधकर्ताओं के अनुसार, ये बिल्लियां कृंतकों का शिकार करके मनुष्यों को कृषि में मदद करती थीं. जैसे-जैसे मनुष्यों ने खेती करना शुरू किया, बिल्लियां कीट नियंत्रण एजेंटों के रूप में और भी अधिक मूल्यवान हो गईं.