Jharkhand Foundation day 2022: झारखंड की स्थापना के 22 वर्ष होने जा रहे हैं. इन 22 वर्षों में राज्य का पर्यटन क्षेत्र विकसित हुआ है. राज्य में वैसे तो कई पर्यटन स्थल हैं, पर नेतरहाट का नाम सुनकर आंखों में एक चमक जाग जाती है. यकिन मानिए अगर आप नेहरहाट की सुंदरता निहारेंगे तो उत्तराखंड-हिमाचल को भूल जाएंगे.
झारखंड में एक जगह है नेतरहाट. इस जगह के बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं. नेतरहाट में आदिवासियों की संख्या ज्यादा है और इसके अधिकतर हिस्से में घने जंगल का फैलाव है. इस घने जंगल में आपको साल, सागवान, सखुआ और बांस के पेड़ ज्यादा मिलेंगे. यहां की जो भाषा है उसमें नेतरहाट का मतलब होता है बांस का बाजार. बांस के पेड़ के बारे में तो आप जानते ही होंगे यह लंबे खुशबूदार पेड़ होते हैं. कहते हैं कि इस जगह को प्रकृति ने बहुत ही खूबसूरत ढंग से संवारा है. यह समुद्र सतह से 3622 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. रांची से यह करीब 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
फ्लाइट से
अगर आप फ्लाइट से नेतरहाट जाना चाहते हैं तो सबसे नजदीकी एयरपोर्ट रांची है. आपको देश के बड़े-बड़े शहरों से रांची के लिए फ्लाइट मिल जाएगी. रांची एयरपोर्ट से नेतरहाट की दूरी लगभग 156 किमी. है. आप वहाँ से टैक्सी बुक करके नेतरहाट जा सकते हैं या फिर रांची से बस भी नेतरहाट के लिए चलती है.
अगर आप ट्रेन से नेतरहाट जाने का मन बना रहे हैं तब भी आपको रांची आना पड़ेगा. नेतरहाट से सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन रांची है. रांची से आप टैक्सी से नेतरहाट पहुँच सकते हैं.
अगर आप वाया रोड नेतरहाट जाना चाहते हैं तो इसके दो तरीके हैं. पहला तो आप खुद की गाड़ी से नेतरहाट जा सकते हैं. दूसरा, आप रांची से बस या टैक्सी से नेतरहाट जा सकते हैं. रांची से नेतरहाट के लिए रोजाना बस चलती है.
नेतरहाट का सनसेट व सनराइज देखने के लिए देश भर से पर्यटक आते हैं. फिलवक्त राज्य समेत विभिन्न देशों से आए पर्यटकों की भीड़ यहां दिन भर देखने को मिल रही है.
नेतरहाट से सनसेट प्वाइंट की दूरी लगभग 10 किमी है. यहां सनसेट का बेहद खूबसूरत नजारा दिखाई देता है. डूबते सूरज के अद्भुत नजारे और उसकी मद्धिम रोशनी से सुनहरा होता असमान के सुंदर नजारे को देखने के लिए पर्यटक सनसेट प्वाइंट पर समय से पहले ही जमा होने लगते हैं.
नेतरहाट से 68 किमी. की दूर लोध वाटरफाॅल इस हिल स्टेशन की खूबसूरती में चार चाँद लगा देता है. लगभग 468 फीट ऊँचा ये झरना झारखंड का सबसे ऊँचा झरना है. जब आप यहाँ आएंगे तो इस जगह की खूबसूरत देखकर पागल हो जाएंगे. ये जगह आपको बेहद सुकून देगी. ऊँचाई से गिरते पानी का नजारा आपका मन मोह लेगा. ये जगह झारखंड की सबसे खूबसरत जगहों में से एक मानी जाती है. आदिवासियों की परंपरा को भी आप इस जगह पर देख पाएंगे. अगर आप लोध वाटरफाॅल जाएंगे तो इसकी खूबसूरती का अंदाजा लगा पाएंगे.
जहाँ पहाड़ हों और ट्रेक न हो सके, ऐसा हो ही नहीं सकता. नेतरहाट का पहाड़ चीड़ के जंगलों से घिरा हुआ है. अगर आप नेतरहाट में कुदरत की खूबसूरती और ऐडवेंचर करना चाहते हैं तो आपको यहाँ ट्रेक करना चाहिए. नेतरहाट, ट्रेक के लिए अच्छी जगह है. यहाँ के जंगल आपको बेहद खूबसूरत लगेंगे. वैसे भी प्रकृति की तो हर एक चीज खूबसूरत है. जब आप पहाड़ की ऊँचाई से नेतरहाट की खूबसूरती देखेंगे तो यकीन मानिए आपको झारखंड से प्यार हो जाएगा.
नेतरहाट में एक खूबसूरत गार्डन है, नाशपति गार्डन. यहाँ आप नेतरहाट की एक अलग खूबसूरती से रूबरू होंगे. इस गार्डन में चारों तरफ फूल ही फूल दिखाई देंगे. जिनकी खूबसूरती को देखकर आप मन खुश हो उठेगा. यहाँ से जाने के बाद भी नाशपति का ये खूबसूरत गार्डन आपके जेहन में बना रहेगा. अक्सर लोग नेतरहाट आते हैं लेकिन इस जगह पर जाना भूल जाते हैं. अगर आप नेतरहाट आते हैं तो इस जगह को अपनी बकेट लिस्ट में जरूर रखना चाहिए.
यहां पर यूं तो सालों भर सैलानियों का आना-जाना होता है, लेकिन नवंबर से मार्च तक देश-विदेश के सैलानी यहां की मनोरम छटा देखने के लिए इंतजार करते हैं. यहां सबसे अधिक सनसेट प्वांट सैलानियों को भाता है. इसके अलावा जल प्रपात, टेढ़े-मेढ़े रास्ते, रंग बिरंगे पक्षियों का संगम और कहीं भी देखने को नहीं मिलता है.
सीजन में यहां के होटल और रेस्टोरंट में काफी भीड़ बढ़ जाती है. देश-विदेश के सैलानी यहां की मनोरम वादियों का आंनद लेने के लिए कई दिनों तक यहां समय बिताते हैं. इसके कारण यहां के होटल एवं रेस्टोरंट मालिकों की चांदी रहती है. इसके अलावा छोटे दुकानदारों की भी बिक्री बढ़ जाती है. होटल संचालक मनोज कुमार ने कहा कि हमलोगों की जीविका सैलानियों पर ही टिकी है. खूबसूरत जगह होने के कारण यहां सैलानी दूर-दूर से आते हैं. कई सैलानी एडवांस बुकिंग कर देते हैं.