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Myositis Symptoms: थकान और चिड़चिड़ापन? कहीं आप भी समांथा रुथ प्रभु की तरह मायोसाइटिस की शिकार तो नहीं?

Myositis Symptoms: समांथा रुथ प्रभु जैसी मशहूर हस्ती भी मायोसाइटिस जैसी गंभीर बीमारी से जूझ चुकी हैं. अगर आपको लगातार थकान, मांसपेशियों में दर्द या चिड़चिड़ापन महसूस हो रहा है, तो यह मायोसाइटिस हो सकता है. इस लेख में जानें मायोसाइटिस के लक्षण, कारण और इलाज के बारे में, और इसे कैसे पहचाना जाए.

Myositis Symptoms: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में थकान और चिड़चिड़ापन आम बात हो गई है. कभी-कभी हम इसे नजरअंदाज कर देते हैं, यह सोचकर कि ये सामान्य तनाव का हिस्सा हैं. लेकिन जब ये लगातार बना रहता हैं तो रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करने लगता हैं, यह गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है. अभिनेत्री समांथा रुथ प्रभु ने भी ऐसे ही लक्षणों का सामना किया और बाद में पता चला कि उन्हें मायोसाइटिस नामक दुर्लभ बीमारी हैं. समांथा ने खुलकर अपनी बीमारी के बारे में बात की, जिससे इस बीमारी के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ी है. अगर आप भी लगातार थकान, मांसपेशियों में दर्द, और चिड़चिड़ेपन से जूझ रहे हैं, तो यह मायोसाइटिस हो सकता है. आइए जानते हैं इस बीमारी के बारे में.

मायोसाइटिस क्या है?

मायोसाइटिस एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से मांसपेशियों पर हमला करती है, जिससे सूजन, दर्द और कमजोरी होती है. इसका मुख्य लक्षण मांसपेशियों की कमजोरी है, जो सामान्य कामकाज को भी मुश्किल बना देती है. इस बीमारी के कई प्रकार होते हैं, जैसे डर्माटोमायोसाइटिस, पॉलीमायोसाइटिस, और इन्क्लूजन बॉडी मायोसाइटिस, जिनमें से हर एक के अलग-अलग लक्षण होते हैं. समांथा रुथ प्रभु को पॉलीमायोसाइटिस की समस्या का सामना करना पड़ा, जिसमें शरीर की मांसपेशियों में गंभीर कमजोरी और थकावट होती है. यह बीमारी अक्सर धीरे-धीरे बढ़ती है और मरीजों को मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर कर देती है.

मायोसाइटिस के लक्षण

अगर आपको या आपके किसी जानने वाले को निम्नलिखित लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो यह मायोसाइटिस हो सकता है.

मांसपेशियों में थकान

मांसपेशियों में लगातार कमजोरी और थकान महसूस होना.

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मांसपेशियों में दर्द

शरीर के विभिन्न हिस्सों में लगातार दर्द रहना, खासकर कंधों, जांघों, और पीठ में.

चिड़चिड़ापन और तनाव

बीमारी के कारण मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है, जिससे चिड़चिड़ापन और तनाव बढ़ सकता है.

चलने और उठने-बैठने में परेशानी

धीरे-धीरे मांसपेशियों की कमजोरी इतनी बढ़ जाती है कि चलना-फिरना भी मुश्किल हो जाता है.

हाथ-पैरों में अकड़न

मांसपेशियों की अकड़न और जकड़न भी महसूस हो सकती है.

गले में तकलीफ

कुछ मामलों में निगलने में कठिनाई और गले में दर्द भी महसूस हो सकता है.

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मायोसाइटिस के कारण

मायोसाइटिस के कारणों को पूरी तरह से समझा नहीं जा सका है, लेकिन यह बीमारी मुख्य रूप से ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया से जुड़ी है. शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली, जो हमें संक्रमण से बचाती है, गलती से हमारी स्वस्थ मांसपेशियों पर हमला करने लगती है. इसके अलावा, कुछ मामलों में यह वायरस, बैक्टीरिया, या दवाओं के कारण भी हो सकता है. जेनेटिक फैक्टर और कुछ वातावरणीय परिस्थितियां भी मायोसाइटिस के विकास में भूमिका निभा सकती हैं.

समांथा रुथ प्रभु की हिम्मत और संघर्ष

जब समांथा रुथ प्रभु ने पहली बार अपनी बीमारी के बारे में खुलासा किया, तो उनके प्रशंसकों के लिए यह एक चौंकाने वाली खबर थी. अपनी फिल्मों में हमेशा दमदार किरदार निभाने वाली समांथा को भी एक ऐसी बीमारी का सामना करना पड़ा, जिससे उनकी मांसपेशियों की ताकत कमजोर हो गई. लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी. उनकी यह हिम्मत और साहस उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा है, जो किसी भी प्रकार की बीमारी या मुश्किल का सामना कर रही हैं.

कैसे जानें कि आपको मायोसाइटिस है?

अगर आपको लगातार मांसपेशियों में थकान, दर्द और कमजोरी महसूस हो रही है, तो यह समय है कि आप अपने डॉक्टर से परामर्श लें. मायोसाइटिस का निदान ब्लड टेस्ट, मांसपेशियों की बायोप्सी, और एमआरआई स्कैन के जरिए किया जा सकता है. शुरुआती चरण में निदान होने से इलाज और रिकवरी के मौके बेहतर होते हैं.

मायोसाइटिस का इलाज

मायोसाइटिस का कोई निश्चित इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को नियंत्रित करने और मांसपेशियों की ताकत को बनाए रखने के लिए कई तरह की थेरेपी और दवाएं उपलब्ध हैं.

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कॉर्टिकोस्टेरॉयड्स

सूजन को कम करने के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉयड्स का इस्तेमाल किया जाता है.

इम्यूनोसप्रेसिव दवाएं

ये दवाएं प्रतिरक्षा प्रणाली को नियंत्रित करने में मदद करती हैं, जिससे ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया को कम किया जा सके.

फिजिकल थेरेपी

मांसपेशियों की ताकत और लचीलेपन को बनाए रखने के लिए फिजिकल थेरेपी बहुत जरूरी होती है.

स्वस्थ आहार

पौष्टिक आहार, जिसमें विटामिन्स और मिनरल्स की भरपूर मात्रा हो, मांसपेशियों को मजबूत रखने में मदद करता है।

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