वास्तुशास्त्री स्वामी विमलेश के अनुसार, अगर आपके घर से कोई बाहर निकल रहा हो तो कोेशिश करें कि उसके जाने से पहले ही झाड़ू करें. उसके जाने के तुरंत बाद झाड़ू नहीं लगाएं. वास्तुशास्त्र के अनुसार झाड़ू को हमेशा ऐसी जगह पर रखें कि आपके घर आने वालों की नजर जब भी घर में प्रवेश करें . उसपर ना पड़े यानी कि झाडू को घर में छुपा कर रखना चाहिए.
टूटी झाडू का नहीं करें इस्तेमाल
ऐसा होता है जल्दबाजी में घर में चलते हुए झाड़ू में पैर लग जाते हैं. मान्यता है कि झाड़ू में माता लक्ष्मी निवास करती है इसलिए अगर झाड़ू में पैर लग जाए तो उसे प्रणाम करना चाहिए.
कुछ लोग तबतक झाड़ू का इस्तेमाल करते हैं जबजक वो पूरी तरह टूट ना जाए. ऐसे में वास्तुशास्त्र के अनुसार ज्यादा पुरानी टूटी-फूटी झाडू का घर में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
नई झाड़ू का इस्तेमाल
नई झाड़ू का इस्तेमाल करने समय पर भी कुछ खास बातों का ख्याल करना चाहिए जैसे कि शनिवार को नई झाडू का इस्तेमाल करना चाहिए, और उसे छुपा कर रखनी चाहिए
अब सवाल उठता है कि झाड़ू को आखिर कहां-कहां ना रखें तो वास्तु शास्त्री स्वामी विमलेश बताते हैं कि किचन में झाडू को कभी भी नहीं रखना चाहिए क्योंकि इससे घर में दरिद्रता आती है.
बेडरूम में झाडू को नहीं रखना चाहिए
कभी भी बेडरूम में झाडू को नहीं रखना चाहिए, इससे दाम्पत्य जीवन में कलह बढ़ने की आशंका बढ़ती है
कभी भी सूर्यास्त के बाद झाड़ू और पोछा नहीं करना चाहिए.और झाड की कभी भी गीेली नहीं रखनी चाहिए
किसी व्यक्ति या जानवर को झाडू से कभी भी नहीं मारना चाहिए.
नए घर में अगर प्रवेश कर रहे है तो नई झाडू जरूर खरीदना चाहिए.
झाडू से कभी भी जूठन साफ नहीं करना चाहिए.
गुरुवार और शुक्रवार को कभी भी झाडू बाहर नहीं फेंकनी चाहिए
अगर आपके घर की झाड़ू बहुत टूट गई हो और उसे फेंकना हो तो अमावस्या या शनिवार को पुरानी और टूटी-फूटी झाडू को घर से बाहर फेंक सकते हैं .
गुरुवार और शुक्रवार को कभी भी झाडू बाहर नहीं फेंकनी चाहिए मान्यता है कि ऐसा करने से लक्ष्मी जी नाराज हो जाती है और घर में गरीबी छा जाती है.
अगर घर में धन- धान्य की बरकत चाहिए तो झाड़ू को हमेशा ऐसी जगह रखें जहां बाहर से आए लोगों की पहली नजर ना पड़े और इसे झाड़ू को कभी भी खड़ा नहीं रखना चाहिए.