New Year 2023 Celebration Around The World: नव वर्ष हमेशा एक नई आशा की किरण लेकर आता है. दुनिया भर में नए साल का दिन बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया जाता है. यह एक वर्ष की शुरुआत और दूसरे वर्ष के अंत का प्रतीक है. सभी का मानना है कि नया साल अपने साथ हमेशा नई उम्मीदें और खुशियां लाता है. ग्रेगोरियन कैलेंडर और जूलियन कैलेंडर के अनुसार हर साल 1 जनवरी को नया साल मनाया जाता है. इसलिए दुनिया भर में 1 जनवरी को ही नए साल का जश्न देखने को मिलता है. लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे देशों के बारे बताने जा रहे हैं जहां 1 जनवरी नहीं बल्कि न्यू ईयर को अलग तारीख पर और कुछ अलग तरीके से मनाया जाता है.
म्यांमार में नव वर्ष के उत्सव को तिजान कहते हैं जोकि तीन दिन चलता है. म्यांमार में न्यू ईयर अप्रैल के मध्य में मनाया जाता है. भारत में होली की तरह म्यांमार में इस दिन एक दूसरे को पानी से भिगोने की परंपरा है फर्क बस इतना है कि इस पानी में रंग की जगह इत्र मिला हुआ होता है.
थाइलैंड में नये साल के त्योहार को ‘सोंगक्रान’ कहते हैं. थाइलैंडवासियों का न्यू ईयर सेलिब्रेशन 13 से 15 अप्रैल तक चलता है. थाइलैंड मे भी एक दूसरे के ऊपर पानी के चिढ़काव की परंपरा है. इसके साथ-साथ भगवान बुध की प्रतिमा को स्नान भी करवाया जाता है. यहां लोगों की ऐसी मान्यता है कि एक दूसरे के ऊपर पानी का चिढ़काव करने से उनका शुद्धिकरण होता है और साथ में दुर्भाग्य भी धूल जाता है जिससे उनका नव वर्ष सिर्फ खुशियों से भरा होगा.
चीन में नव वर्ष को चंद्र कैलेंडर के अनुसार हर वर्ष 21 जनवरी और 20 फरवरी के बीच अलग अलग तारीखों पर मनाया जाता है. यह उत्सव आम तौर पर 2 हफ्तों से भी ज्यादा दिनों तक चलता है.
रूस में न्यू ईयर सेलिब्रेशन की परंपरा बेहद दिलचस्प है. रूस में 1 जनवरी को नये साल का जश्न मनाया जाता है. रूसी सेंटा क्लाज, जिसे फादर फ्रॉस्ट कहते हैं, सड़कों पर सजधज कर और परेड से बच्चों को लुभाते हैं. लोग इस दिन का साल भर बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं. इसके बाद दोबारा 13-14 जनवरी की रात में नया साल मनाया जाता है जिसे ‘पुराना नया साल’ कहा जाता है.
जापान में न्यू ईयर 29 दिसम्बर की रात से 3 जनवरी तक मनाया जाता है. जापान में साल की अंतिम रात को 12 बजे मंदिर की घंटियों को 108 बार बजाया जाता है. इन घंटियों की आवाज के साथ पूरा राष्ट्र एक साथ नव वर्ष की प्रार्थना करता है.
Also Read: नये साल 2023 का जश्न मनाने के लिए ये हैं झारखंड के युवाओं की पहली पसंद, देखें पिकनिक स्पॉट की पूरी लिस्ट
श्रीलंका के तमिल और सिंहली सम्प्रदाय के लोग 13 और 14 अप्रैल को न्यू ईयर के रूप में मनाते हैं. दोनों ही कम्यूनिटी में न्यू ईयर के जश्न को पटाखे फोड़ कर और तोहफे बांट कर सेलिब्रेट किया जाता है.
जाह्नवी प्रियदर्शिनी