सशस्त्र बलों में अब अग्निपथ योजना के तहत महिलाओं को सैनिकों, नाविकों और वायु योद्धाओं के रूप में भर्ती करने के साथ, रक्षा मंत्रालय ने उन्हें बड़े अधिकारियों के समान मैटर्निटी, चाइल्ड केयर और चाइल्ड अडॉप्शन की छुट्टी देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा “रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी महिलाओं, चाहे अधिकारी हों या अन्य रैंक, को ऐसी छुट्टी देने के लिए नए नियमों को मंजूरी दे दी है. इस उपाय से सेना में महिलाओं की कामकाजी स्थितियों में सुधार होगा और उन्हें पेशेवर और पारिवारिक जीवन के क्षेत्रों में बेहतर तरीके से संतुलन बनाने में मदद मिलेगी.”
मंत्रालयके अनुसार, ‘‘इन नियमों के जारी हो जाने से सेना में सभी महिलाओं को समान रूप से ये छुट्टियां मिलेंगी, भले ही वे कोई अधिकारी हो या किसी अन्य रैंक पर कार्यरत हों.’’
मंत्रालय ने कहा कि ‘‘इस कदम से सेना में महिलाओं के लिए कामकाजी स्थितियों में सुधार होगा और उन्हें पेशेवर एवं पारिवारिक जीवन में बेहतर तरीके से संतुलन बनाने में मदद मिलेगी.’’
वहीं अधिकारियों ने बताया कि इस समय महिला अधिकारियों को प्रत्येक बच्चे के लिए पूरे वेतन के साथ 180 दिनों का मातृत्व अवकाश मिलता है, बशर्ते अधिकतम दो बच्चे हों. जहां सेवा करियर के दौरान कुल 360 दिनों की शिशु देखभाल छुट्टी दी जाती है, वहीं एक वर्ष से कम उम्र के बच्चे को गोद लेने के बाद 180 दिनों की छुट्टी दी जाती है.