Poha or Upma: पोहा और उपमा दोनों ही हमारे देश में बहुत पसंद किया जाने वाला नाश्ता है और लोग इसे बड़े चाव से खाते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि इन दोनों में से कौन-सा नाश्ता आपकी हेल्थ के लिए ज्यादा अच्छा है.
पोहा
पोहा भारत का एक पारंपरिक व्यंजन है. देश के अलग-अलग हिस्सों में पोहा कई तरह से बनाया जाता है. जहां तक पोहा के स्वास्थ्य संबंधी पहलू का सवाल है, तो यह निर्भर करता है कि इसे बनाने ले लिए आप किस तरीके का इस्तेमाल करते हैं. यहां बताया गया है कि पोहा नाश्ते के लिए एक बढ़िया विकल्प क्यों है.
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कम कैलोरी
पोहा में में कैलोरी कम होती है, जो अपने कैलोरी सेवन पर नजर रखते हैं उनके लिए यह एक अच्छा नसता हो सकता है. सामग्री के उपयोग और तैयारी की विधि के आधार पर सटीक कैलोरी की मात्रा अलग-अलग हो सकती है. पोहा में अच्छी मात्रा में आयरन होता है, जो शरीर में ऑक्सीजन के परिवहन और एनर्जी के लिए महत्वपूर्ण है.
ग्लूटेन फ्री होता है
पोहाग्लूटेन फ्री होता है, जो इसे ग्लूटेन या सीलिएक रोग वाले व्यक्तियों के लिए अच्छा बनाता है.
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पचाने में आसान होता है
पोहा पेट के लिए हल्का और पचाने में आसान होता है, जिससे यह नाश्ते या हल्के भोजन के लिए पसंदीदा विकल्प बन जाता है.
उपमा
उपमा को अधिक सब्जियों, कम मसालों, सूखी भुनी सूजी और मूंगफली के साथ पकाया जाता है. यह सबसे स्वस्थ दक्षिण भारतीय नाश्ता है, लेकिन जब पोहा और उपमा के बीच निर्णय लेने की बात आती है तो कैलोरी और पोषक तत्वों में बहुत अंतर होता है. यहां आपको उपमा और इसके लाभों के बारे में बतलाया जा रहा है.
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प्रोटीन से भरपूर
उपमा में इस्तेमाल की जाने वाली सूजी में प्रोटीन होता है, जो मांसपेशियों की मरम्मत, विकास और शरीर की संपूर्ण कार्यप्रणाली के लिए आवश्यक होता है.
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फाइबर
उपमा को अतिरिक्त सब्जियों के साथ बनाया जा सकता है, जिससे इसकी फाइबर की मात्रा बढ़ जाती है, जो पाचन में सहायता करती है.