Relationship Forever: विवाह के कुछ साल तक तो सबकुछ अच्छा लगता है फिर ना जाने क्यों वो अनचाही दूरी फील होने लगती है. मन जाहिर नहीं कर पाता . किसी को बता नहीं पाता है. ऐसे ही हालात में कुछ लोग जिंदगी काटने लगते हैं लेकिन कई लोग इस रिश्ते से निकलकर घुटन भरी जिंदगी से निजात पाने की कोशिश करते हैं. लेकिन किसी भी रिश्ते को मजबूती देने के लिए दोनों पक्ष के सहारे की जरूरत होती है. रिश्ते की सेहत बरकरार रहे इसलिए सकारात्मकता, सहयोग की भावना और एकजुटता बनाए रखना जरूरी है. दरअसल हम रिश्तों में उम्मीदें बहुत रखते हैं. विवाह के कई वर्षो बाद या रिलेशनशिप में हम एक दूसरे के प्रति काफी दबाव महसूस करने लगते हैं. प्रेम भावना महसूस करने के लिए शादीशुदा जोड़ों में मैच्यूरिटी की आवश्यकता होती है उन्हें यह समझना जरूरी है कि लंबे समय तक चलने वाले रिश्ते के लिए त्याग, प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है.
माफी देना चाहिए
प्यार के बीच तकरार ना हो तो फिर वो प्यार ही कैसा ? प्यार के रिश्तों में इंसान खुले मन से दिल की बात कह सकता है. ऐसे में जब भी आपका प्रिय व्यक्ति कभी भी कुछ ऐसा बोल दे जिससे आपका दिल आहत हो जाय, तो नाराजगी, गुस्सा और ब्लेम करना नार्मल रिएक्शन है. लेकिन क्षमा योग्य बातों पर माफी देकर अपने रिश्ते को नई जान दे सकते हैं. जो लोग माफ़ नहीं करते उन्हें अक्सर अपने साथियों के प्रति सकारात्मक भावनाएँ बनाए रखने में समस्याएँ होती हैं. लेकिन जो साथी क्षमा की ओर बढ़ते हैं, वे अपने संबंध को बेहतर बनाए रखने में सक्षम होते हैं क्योंकि वे अपने साथी द्वारा की गई गलतियों पर ध्यान न देने का सचेत निर्णय लेते हैं.
रिश्तों में यथार्थवादी बनें
हर रिश्तों में कुछ निराशाएं भी होती हैं लेकिन अपने जीवनसाथी के बुरे पक्ष की बजाय हमेशा उसके प्यार भरे सच्चे पक्ष को देखें. सकारात्मकता का भाव रिश्तों की असली बुनियाद है. एक्सपर्ट बताते हैं कि एक दूसरे के साथ बिताए सुखद पलों को याद करने और संजोने से आपको चिड़चिड़ापन दूर करने में मदद मिल सकती है. उन पलों से भी छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है जब आप सोच रहे हों कि क्या आप रिश्ते में बने रहना चाहते हैं ?
संस्कार विकसित करें
आप और आपका पार्टनर जिस तरह से हैलो और गुडबाय कहते हैं या फिर जिस तरह से साल दर साल बर्थडे या एनिवर्सिरी मनाते हैं उस परंपरा को जारी रखें. इससे एक मजबूत संबंध बनाने में मदद मिलेगी और इमोशनल बॉडिंग बढ़ेगी. जब आपका साथी घर बाहर निकल रहा हो या वापस आ रहा हो उसका अभिवादन जरूर करें. इससे यह पता चलता है कि आप चाहे कितनी भी बिजी क्यों ना हो वो खास इंसान आपके लिए बहुत ही खास है.
जीवनसाथी की बातों को सक्रियता से सुनें
जब कभी भी गंभीर बातों पर चर्चा कर रहे हों तो बोलने की बजाय सुनना ज्यादा अहम है. आपका साथी आपको कुछ कहने की कोशिश कर रहा हो तो बीच में बोलना उसे निराश या हतोत्साहित कर सकता है. इसलिए आप भी अपनी मन की बात कहिए लेकिन सामने वाले की भी बातें सुनिए.
रिश्तों में ईमानदारी जरूरी
झूठ की बुनियाद पर कोई रिश्ता खड़ा नहीं होता. जिस रिश्ते में रहस्य, राज और फरेब हो, वहां रिश्तों की जिंदगी लंबी नहीं होती. इसलिए रिश्तों में ईमानदारी जरूर बरतिए. भावनाओं को खुले मन से सामने रखिए.
निष्पक्षता से लड़ो
दो लोगों के बीच बहस आम बात है इस दौरान अगर आप अगले व्यक्ति की बातों से सहमत नहीं हैं तो अपनी असहमतियों को अपने रिश्ते को नुकसान पहुंचाने से बचाने के लिए, शांत माहौल में कुछ सम्मानजनक बुनियादी नियम स्थापित करें. अगर बहस बहुत बढ़ जाय तो ब्रेक लेकर अगली बार इस मुद्दे पर फिर से विचार करने का वादा कर सकते हैं.
खुद को फंसा महसूस करें तो परामर्शदाता से मदद दें
प्यार बरकार रहे इसके लिए दो लोगों की समान भागीदारी जरूरी है . अगर हमेशा आप और आपके साथी के बीच एक ही तरह की बहस होती रहती है और कोई प्रगति नजर नहीं आती, तो किसी थेरेपिस्ट या विवाह परामर्शदाता से मदद लें.
आज के वक्त में इंसान एक घर में रहकर भी बिजी लाइफस्टाइल की वजह से एक दूसरे को वक्त नहीं दे पाता है. लेकिन संभव हो तो पूरा परिवार एक वक्त का भोजन साथ में जरूर करें. ऐसे पल तमाम रिश्तों को और करीब लाते हैं. कभी – कभी सरप्राइज प्लान करना भी रिश्तों के लिए संजीवनी के समान काम करता है.