जैसा की अभी हर जगह राखी के त्योहार का खुमार है, वहीं मध्य प्रदेश का भिंड जिला अब तक की “सबसे बड़ी राखी” बनाकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपनी पहचान बनाने के लिए तैयार है.
भाजपा नेता अशोक भारद्वाज भिंड में अपने खेत पर इस विशाल राखी को बनाने के प्रयास का नेतृत्व कर रहे हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा कार्यकर्ताओं के सुझाव पर भारद्वाज ने इस परियोजना को शुरू करने की पहल की. टीम ने इसी तरह के प्रयास के लिए वर्तमान विश्व रिकॉर्ड की पहचान करने के लिए ऑनलाइन शोध किया और इसे तोड़ने का विकल्प चुना.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, भारद्वाज ने खुलासा किया कि उन्होंने इस उपक्रम को पूरा करने के लिए एक एजेंसी की सेवाएं ली हैं. वर्तमान में 10 से अधिक कुशल कारीगर कपड़े, कार्डबोर्ड, थर्माकोल शीट और लकड़ी जैसी सामग्रियों का उपयोग करके राखी के निर्माण में शामिल हैं. राखी का केंद्रीय तत्व, आमतौर पर गोलाकार, व्यास 25 फीट होगा, जबकि इससे जुड़ी दो पूरक सजावटी गेंदों का माप 15 फीट होगा. कई कारीगरों को राखी के अलग-अलग हिस्सों पर लगन से काम करते हुए, घटकों को रंगने, सजाने और अलंकृत करने जैसे कार्यों में संलग्न देखा गया.
भाजपा नेता ने इस परियोजना को कुल पांच प्रतिष्ठित रिकॉर्ड पुस्तकों में शामिल करने के अपने इरादे का भी संकेत दिया हैं. जिसमें गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स शामिल है.
परियोजना का आकलन करने और संभावित रूप से इसे आधिकारिक रिकॉर्ड के रूप में मान्यता देने के उद्देश्य से गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि गुरुवार को भिंड का दौरा करने वाले हैं. एक बार आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी हो जाने के बाद, राखी को आधिकारिक तौर पर दुनिया की “सबसे बड़ी” के रूप में नामित किए जाने की उम्मीद है.