Summer Vacation: छुट्टियां यानी नयी जगह घूमने, मौज-मस्ती करने व सीखने-सिखाने के दिन. आप में से कईयों के बच्चों के साथ तो ऐसा होता होगा कि उनकी छुट्टियां बस होमवर्क पूरा करने की चिंता में ही निकल जाती होंगी. ऐसे में बच्चे न तो ठीक से छुट्टी को एंज्वाय कर पाते हैं और न ही कुछ नया सीख पाते हैं. छुट्टियों का लाभ उठाने के लिए जरूरी है कि माता-पिता भी इसकी बेहतर प्लानिंग करें.
म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स से कराएं दोस्ती
आमतौर पर पढ़ाई के दबाव में म्यूजिक को लेकर स्टूडेंट्स में इग्नोरेंस का भाव रहता है, लेकिन म्यूजिक में एक तरह का मैजिक होता है. ऐसे में इस गर्मी छुट्टी अपने बच्चे को संगीत सिखाने की कोशिश करें. आपके घर के आसपास ऐसी बहुत-सी क्लासेज होंगी, जो म्यूजिक सीखने मदद कर सकती हैं. इस दौरान बच्चे को गिटार, सितार, पियानो, हारमोनियम जैसे म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट्स के साथ वेस्टर्न सॉन्ग गाना भी सीखने का मौका मिल सकता है, ताकि छुट्टियों के बाद जब बच्चे स्कूल जाएं, तो दोस्तों को अपने म्यूजिक स्किल से चकित कर दें.
स्विमिंग की ट्रेनिंग देकर बनाएं स्ट्रॉन्ग
बच्चे अगर तैरना सीखते हैं, तो उनकी बॉडी ग्रोथ काफी अच्छे से होती है. ऐसे में आप इन गर्मी की छुट्टियों में आपने बच्चे को स्विमिंग की ट्रेनिंग दिलवा सकते हैं. गर्मियों में तैराकी शरीर को आराम देने का भी एक अच्छा साधन है, लेकिन तैराकी के लिए कभी भी बिना किसी एक्सपर्ट तैराक के बच्चों को अकेले न छोड़ें. तैराकी एक खेल के तौर पर भी कई शैक्षिक संस्थाओं द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है. कई बार स्कूल खुद समर कैंप आयोजित कर बच्चों को तैराकी सिखाते हैं.
ऑउटडोर गेम्स खेलने के लिए करें प्रेरित
खेलना बहुत जरूरी काम है. इन छुट्टियों में आप कोशिश करे कि आपके बच्चे अपनी पसंद की कोई एक आउडोर गेम की ट्रेनिंग किसी प्रोफेशनल कोच से ले सकें. आजकल स्पोर्ट्स में भी काफी अच्छा कैरियर है. बैडमिंटन, क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी, टेनिस, आदि खेल से न सिर्फ बच्चों का शारीरिक विकास होगा, बल्कि उनका मानसिक विकास होगा.
आर्ट और क्राफ्ट्स बनाने की दें ट्रेनिंग
चित्रकारी और कारीगरी रचनात्मक बनने में बच्चों की मदद करेंगे. जरूरी नहीं है कि आप इसके लिए बच्चों को किसी प्रोफेशनल से ही ट्रेनिंग दिलवाएं, बल्कि आप खुद भी यूट्यूब चैनल के आर्ट एंड क्राफ्ट ट्यूटोरियल वीडियो देख कर बच्चों की मदद कर सकते हैं. इन गर्मियों की छुट्टियों में आप घर के पुराने कबाड़ से कलाकारी, पेपर से कला जैसे काम बच्चे को बता सकते हैं. आप चाहें तो कागज से खिलौने बनाना सिखा सकते हैं. क्ले मोल्ड्स, मिट्टी से जहाज, गुड़िया, पक्षी व जानवर बना कर उन्हें सिखाने की शुरुआत कर सकते हैं. इसका फायदा उन्हें स्कूल के क्राफ्ट असाइनमेंट के दौरान समझ में आयेगा.
मम्मी खाना बनाने में लें बच्चे की मदद
सही मायने में खाना बनाना एक कला है. हर घर में मम्मी से अच्छा कूक भला कौन होगा. आप अपने साथ बच्चे को खाना बनाना सिखा सकती हैं. शहरों में बच्चों के लिए कई स्पेशल कूकिंग क्लासेज भी चलती हैं. आप वहां भी बच्चे को भेज सकती हैं. इसके अलावा, यूट्यूब के काफी चैनलों पर डू-इट-योरसेल्फ के ऊपर काफी ऐसी वीडियोज हैं, जो बच्चों को कूकिंग का मास्टर बना सकती हैं. इसका फायदा उन्हें तब समझ में आयेगा, जब उनको आगे की पढ़ाई के लिए घर से बाहर जाना होगा.
लैंग्वेज लर्निंग जीवनभर आयेंगी काम
दूसरी भाषा को जानने से बच्चे की योग्यता काफी बढ़ जाती है और वे भीड़ से अलग हो जाते हो. इस गर्मी छुट्टी में अपने बच्चे को कोई ऐसी दूसरी भाषा जरूर सिखाने का प्रयास करे, जिसे आप भी नहीं जानते-समझते हो. अगर बच्चे की अंग्रेजी कमजोर है, तो उनको इस छुट्टी में अंग्रेजी में मजबूत बनाने का प्रयास करें, फिर देखें कैसे आपके बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ता है.
बच्चे को लेकर कहीं बाहर घूमने भी जाएं
स्कूल के दिनों में बच्चों के पास इतना समय नहीं होता कि वे कहीं बाहर घूमने जा पाएं. ऐसे में गर्मी की छुट्टियों में आप अपनी छुट्टियां मैनेज कर शहर में भी कहीं उनको घूमने ले जा सकते हैं. जैसे- चिड़ियाघर, म्यूजियम आदि. आप शहर से बाहर घूमने का भी प्लान बना सकते हैं. इससे बच्चे नयी-नयी बातें सीखेंगे.
Also Read: Northeast India: अरुणाचल प्रदेश की दिरांग घाटी, जहां जाकर अटक जायेगा दिल, चारों तरफ दिखती है हरियाली