Kerala Tourist Places: केरल भारत का एक राज्य है जो दक्षिण-पश्चिम भारतीय तट पर स्थित है. जो सभी ओर समुद्री तट से घिरा हुआ है और इसे ‘मलबार तट’ भी कहा जाता है. लोग यहां देश-विदेश से घूमने आते हैं. इस राज्य की प्राकृतिक सौंदर्यता और अनोखी संस्कृति है. जो पूरे विश्व में फेमस है. यह घने वन्यजीवन और नेचुरल ब्यूटी से भारा हुआ है. यहां पर्वतारोहण, वन्यजीवन सफारी, बॉटेंकल गार्डन, प्लांटेशन, झीलें और धाराएं हैं जिनका अनुभव खास रहता है. इतना ही नहीं केरली संस्कृति और पैगोडा नृत्य की प्रसिद्धि के लिए जाना जाता है. इसकी अपनी रंगबिरंगी संस्कृति और परंपरागत महोत्सव है जो इसे खास बनाते हैं. ऐसे में अगर आप केरल घूमने के लिए प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बताएंगे ऐसी जगहों के बारे में जो जन्नत से कम नहीं है.
मुन्नार केरल के एक प्रमुख पर्वतीय स्थल है. यह एक प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ है. यहां आप घने वन, पहाड़ी श्रृंग, पानी की धाराएं और धुंधले मेघ देख सकते हैं. यहां का वातावरण शांतिपूर्ण और सुकूनदायक है. इतना ही नहीं मुन्नर चाय उद्यानों के लिए विख्यात है. यहां विस्तृत चाय बगीचे हैं जिन्हें देखकर और वहां से ट्रेकिंग करके आपको आनंद मिलेगा. इसके अलावा यहां के आसपास तीन राष्ट्रीय उद्यान हैं. ईराविकुलम नेशनल पार्क, मथिकेट्टन नेशनल पार्क और पेरियार टाइगर रिज़र्व यहां आप विभिन्न प्रकार के वन्यजीवन, पक्षियों और वन्यजीवन को देख सकते हैं.
कोच्चि केरल के एक प्रमुख शहर है और यह एक परंपरागत और सांस्कृतिक स्थल है जो भारतीय और विदेशी यात्रियों को आकर्षित करता है. कोची को “केरल की कमर” भी कहा जाता है क्योंकि यह राज्य की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण केंद्र है. इतना ही नहीं कोच्चि में कई प्राचीन ऐतिहासिक संरचनाएं हैं जो इसे ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं. यहां केरल के प्राचीन मंदिर, मस्जिदें और गिरजाघर हैं, जैसे की चेन्नंगदु भगवती कोविल, मत्तंचेरी गिरजाघर, परदेशी सिनागोग और जैन टेंपल आदि. अगर आपको चाय के बगीचे का आनंद लेना है तो कोच्चि सबसे बेस्ट है. क्योंकि यह एक प्रमुख चाय उद्यानों का केंद्र है. यहां विशाल चाय बगीचे हैं जो लोगों को आकर्षित करते हैं.
वायनाड (Wayanad) केरल राज्य के एक खूबसूरत पर्वतीय जिले का नाम है. यह जिला बांधवगढ़ नेशनल पार्क, नागरहोले बायोस्फियर एवं पक्षी अभयारण्य के साथ सर्वाधिक प्राकृतिक संरक्षित क्षेत्रों में से एक है. वायनाड अपनी प्राकृतिक सौंदर्य, बहुआयामी वन्यजीवन, वन्य पशुओं के बोलचाल और प्राचीन ऐतिहासिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है. यह घने वन, पहाड़ी श्रृंग, झीलें, नदियां और धुंधले मेघों से भरा हुआ है. एक पर्वतीय इलाका होने के कारण इसका वातावरण प्राकृतिक और शांतिपूर्ण है. इतना ही नहीं यह विविधता से भरा हुआ वन्यजीवन का घर है. यहां आप विभिन्न प्रकार के पेड़, पौधों, और वन्य पशुओं का आप दर्शन कर सकते हैं. इसके अलावा यहां पर कई प्राचीन ऐतिहासिक स्थल हैं जो इसे ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बनाते हैं. यहां केरल के प्राचीन मंदिर, मठ और गिरजाघर हैं, जैसे की तिरुनेल्ली नाथन मंदिर, विलियम कुन्नु जैन टेम्पल और त्रिदेवी मंदिर आदि.
अल्लेप्पी (Alappuzha) जिसे वेनिस ऑफ दे ईस्ट (Venice of the East) के नाम से भी जाना जाता है, केरल राज्य के एक प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है. यह एक छोटा समुद्री पोत-नगर है जो आले नदी के किनारे स्थित है. अल्लेप्पी घाटी में बसा हुआ है और वेनेटियन शैली के नाविक यात्राओं, बैकवॉट, और नार्रोवियल श्रृंग से प्रसिद्ध है. बता करें बैकवॉटर क्रूज की तो यह अल्लेप्पी की प्रमुख आकर्षणों में से एक क्रूज है. आप आले नदी के जलमार्ग के माध्यम से बैकवॉटर क्रूज का आनंद ले सकते हैं. यह आपको शांतिपूर्ण और मनोहारी दृश्यों के बीच ले जाता है और आपको केरली जीवनशैली का अनुभव करने का मौका देता है. इसके अलावा आप नेहरू ट्रेल का आनंद उठा सकते हैं. अल्लेप्पी के नेहरू ट्रेल पर आप चिरागहर, नदी किनारे और आले नदी पर बने पुलों का आनंद ले सकते हैं.
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कोवलम (Kovalam) केरल राज्य के एक प्रमुख समुद्र तट शहर है, जो भारतीय और विदेशी यात्रियों को अपनी सुंदर समुद्र तट और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए आकर्षित करता है. यह शहर बेंगलुरु से लगभग 700 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है. कोवलम में आलेख्य संख्या में विभिन्न बीच, स्वादिष्ट साउथ इंडियन खाने के स्थान और विभिन्न पर्वतीय स्थलों के लिए यात्रियों का आकर्षण होता है. अगर आप वाटर स्पोर्ट्स का आनंद उठाना चाहते हैं तो कोवलम वाटर स्पोर्ट्स एंथूजियस्ट्स चल जाए. यह कोवलम मे प्रसिद्ध है. यहां आप विभिन्न वाटर स्पोर्ट्स जैसे सर्फिंग, विंडसर्फिंग, वॉटर स्की और बनाना राइड का आनंद ले सकते हैं.