West Bengal Tourism: पश्चिम बंगाल के बोलपुर शहर में स्थित शांति निकेतन विश्वविद्यालय वैश्विक धरोहर है. बंगाल की कला और संस्कृति का केंद्र माने जाने वाला शहर ऐतिहासिक विरासत को भी संभाले हुए हैं. यहां मौजूद शांति निकेतन विश्वविद्यालय दुनिया भर में मशहूर है. शांतिनिकेतन का नाम पश्चिम बंगाल के इतिहास और संस्कृति से जुड़ा हुआ है. मशहूर कवि रवींद्रनाथ टैगोर के भाई देवेंद्रनाथ ने इस विश्वविद्यालय की स्थापना की थी. शांतिनिकेतन ने स्वाधीनता संग्राम में अहम भूमिका निभाई थी. शांतिनिकेतन का इतिहास सांप्रदायिक सद्भाव, संस्कृति और कला के क्षेत्र में समृद्ध और संपन्न रहा है. अगर आपको भी पश्चिम बंगाल घूमना है, तो शांतिनिकेतन जरूर आएं.
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West Bengal Tourism: क्या है इतिहास
शांति निकेतन विश्वविद्यालय की स्थापना 1921 में देवेंद्रनाथ टैगोर ने की थी. इसका उद्देश्य लोगों को यह समझाना था कि “सीखना जीवन के प्राकृतिक विकास का हिस्सा है”. मशहूर कवि रवींद्रनाथ टैगोर ने अपनी कई साहित्यिक रचनाएं शांतिनिकेतन में लिखी हैं. इस विश्वविद्यालय का संचालन विश्व भारती सोसाइटी के द्वारा किया जाता है. पश्चिम बंगाल के इतिहास और संस्कृति से इसका खास जुड़ाव रहा है. यूनेस्को ने शांति निकेतन विश्वविद्यालय को वैश्विक धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी है. शांति निकेतन का शुद्ध वातावरण व्यक्ति को मानसिक सुख और शांति प्रदान करता है.
West Bengal Tourism: जाने इसकी खासियत
शांति निकेतन अर्थात वह स्थान जहां शांति का वास हो. शांतिनिकेतन विश्वविद्यालय एक विशाल और आकर्षक प्राकृतिक परिदृश्य का अद्भुत उदाहरण है. यह ध्यान साधना के लिए अनुकूल, बहुत ही खूबसूरत स्थान है. इस विश्वविद्यालय का निर्माण ब्रह्मचर्य आश्रम मॉडल के आधार पर हुआ था. यहां पर पर्यावरण के बीच में विद्यार्थियों को शिक्षा दी जाती है. विश्वविद्यालय परिसर में अलग-अलग प्रकार के फल,फूल और औषधीय पेड़-पौधे लगे हुए हैं. यहां पर्यावरण संरक्षण की शिक्षा दी जाती है. प्रकृति के साथ रहने से व्यक्ति का मन शांत और स्वभाव सौम्य रहता है. शांति निकेतन मानवीय मूल्यों, वास्तुकला, कला और नगर नियोजन की दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है. शांतिनिकेतन बंगाल के ऐतिहासिक विरासत और धरोहर को संभाले हुए है.
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