West Bengal: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में स्थित मोतीझील पार्क (Motijheel Park) एक सुरम्य और ऐतिहासिक रूप से समृद्ध स्थान है जो प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत का शानदार अनुभव प्रदान करता है.
मोतीझील पार्क, जिसे अक्सर “पर्ल लेक”(Pearl Lake) के रूप में जाना जाता है, इस का नाम पास स्थित मोतीझील के नाम पर रखा गया है, जो अपने शांत वातावरण और सुंदर दृश्यों के लिए लोकप्रिय है.यह पार्क प्रकृति प्रेमियों, इतिहास के प्रति उत्साही लोगों और हरे-भरे हरियाली और शांत पानी के बीच एक शांतिपूर्ण दिन बिताने के इच्छुक परिवारों के लिए एक आदर्श विश्राम स्थान है.
मोतीझील पार्क (Motijheel Park) – 18वीं शताब्दी में नवाब अलीवर्दी खान ने कराया था निर्माण
मोतीझील पार्क का इतिहास मुर्शिदाबाद की समृद्ध विरासत से जुड़ा हुआ है, जो नवाबों के शासनकाल के दौरान बंगाल की राजधानी थी. पार्क और झील का निर्माण 18वीं शताब्दी में नवाब अलीवर्दी खान के शासन के दौरान किया गया था. नवाब ने इस क्षेत्र का निर्माण छुट्टिया बिताने के लिए किया था, और ऐसा कहा जाता है कि उन्होंने झील का नाम “मोतीझील” (जिसका अर्थ है “मोती वाली झील”) रखा था, क्योंकि झील का पानी चांदनी में मोतियों जैसा चमकता था.
निर्माण के कुछ वर्षों बाद ही, मोतीझील नवाब के राज्य में एक महत्वपूर्ण स्थान बन गया, जहां कई ऐतिहासिक घटनाएं भी घटीं. झील और आस-पास के क्षेत्र सुंदर उद्यानों, महलों और मंडपों से सजे हुए थे, जिनमें से कई समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं. आज भी यह नवाबी पैलिस अपनी भव्यता से आगंतुकों का ध्यान अपनी ओर खींच ही लाते है.
आगंतुकों के लिए आधुनिक सुविधाएं प्रदान करते हुए, पार्क को इसके ऐतिहासिक सार को संरक्षित करने के लिए सावधानीपूर्वक सजोंकर रखा गया है.
मोतीझील पार्क में शांत मोतीझील झील, हरे-भरे बगीचे, ऐतिहासिक इमारतें, पैदल चलने के रास्ते और एक तितली उद्यान है. इसमें बच्चों के खेलने के लिए जगह , पिकनिक स्पाट, खाने के छोटी दुकाने और एक सूचना केंद्र शामिल हैं. यह पार्क फोटोग्राफी और पक्षीयों की चहल पहल को देखने के सुंदर जगह है.
मोतीझील पार्क आस-पास के आकर्षण
मोतीझील पार्क कई अन्य आकर्षणों से घिरा हुआ है जो मुर्शिदाबाद को एक ज़रूरी जगह बनाते हैं. यहां कुछ नज़दीकी आकर्षण हैं जिन्हें आपको मिस नहीं करना चाहिए-
1. नवाब नाज़िम हुमायूं के शासनकाल के दौरान निर्मित हज़ारदुआरी पैलेस (Hazarduari Palace), यह अब एक संग्रहालय के रूप में कार्य करता है
2. कटरा मस्जिद(Katra Mosque)- 18वीं शताब्दी में नवाब मुर्शिद कुली खान द्वारा निर्मित ऐतिहासिक मस्जिद
3. नसीपुर पैलेस (Nasipur Palace:): एक राजसी मुख्य इमारत शामिल है, जो बीते युग की भव्यता को दर्शाती है, राजा कीर्ति चंद द्वारा बनाया गया था.
4. काठगोला पैलेस और गार्डन (Kathgola Palace and Garden), जाफरगंज कब्रिस्तान(Jafarganj Cemetery)
मोतीझील पार्क कैसे पहुंचे –
मोतीझील पार्क तक पहुंचना आसान है, क्यूंकी यह स्थान अच्छी तरह से रास्तों से जुड़ा हुआ है
हवाई मार्ग– मोतीझील पार्क का निकटतम हवाई अड्डा कोलकाता में नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो लगभग 200 किलोमीटर दूर है. हवाई अड्डे से, आप टैक्सी किराए पर ले सकते हैं या मुर्शिदाबाद पहुंचने के लिए बस ले सकते हैं.
ट्रेन से– मुर्शिदाबाद रेलवे स्टेशन मोतीझील पार्क का सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन है. यह स्टेशन कोलकाता, हावड़ा और दिल्ली जैसे प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. रेलवे स्टेशन से, आप पार्क तक पहुंचने के लिए टैक्सी,आटो-रिक्शा या स्थानीय बस ले सकते हैं.
सड़क मार्ग से-मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों से सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. आप कोलकाता या अन्य आस-पास के शहरों से राष्ट्रीय राजमार्ग 12 के ज़रिए ड्राइव कर सकते हैं. कोलकाता और अन्य प्रमुख शहरों से मुर्शिदाबाद के लिए नियमित बस भी चलती हैं.यहां तक पहुचने के लिए परिवहन कई विकल्प उपलब्ध हैं.
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यात्रियों के रुकने के लिए यह मोतीझील पैलिस ओर कोटेज (Motijheel Palace & Cottage) है जहां आपको Ac/NonAc कमरे मिल जाएंगे. इसके साथ ही पारंपरिक भोजन का स्वाद भी ले सकेंगे. बुकिंग के लिए आप West Bengal Tourism की अफिशल वेबसाईट www.wbtourism.gov.in को विज़िट कर सकते है.
मोतीझील पार्क, अपने ऐतिहासिक महत्व, प्राकृतिक सुंदरता और अन्य आकर्षणों के निकटता के साथ, पश्चिम बंगाल में एक रमणीय स्थल है. जब भी आप प.बंगाल आए इन जगहों को जरूर विसित करे.