Vastu Tips: घर में शांति और खुशहाली बनी रहे, इसलिए लोग घर बनाते वक्त वास्तु शास्त्र का ध्यान रखने की सलाह देते हैं. घर के विभिन्न हिस्सों के लिए वास्तु शास्त्र के नियम भी अलग होते हैं, जब घर के सभी हिस्से वास्तु शास्त्र के अनुसार बने होते हैं, तो ये घर पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं, जिससे घर का माहौल अच्छा बना रहता है. घर का वास्तु आपके बच्चे की पढ़ाई पर भी असर डालता है, इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि आप घर बनाते वक्त इस बात पर ध्यान दें कि कौन-सी ऐसी चीजें होती है, जो बच्चे की पढ़ाई पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करती हैं और कौन-सी ऐसी चीजें हैं, जिनके कारण बच्चे की पढ़ाई पर नकारात्मक असर पड़ता है. अगर आपके बच्चे का भी पढ़ाई में पूर्णरूप से ध्यान नहीं लग पाता है, तो इस लेख में आपको वास्तु शास्त्र के कुछ नियमों के बारे में बतलाया गया है, जिनका अनुसरण आपको करना चाहिए.
क्या होनी चाहिए स्टडी रूम की दिशा ?
वास्तु शास्त्र के अनुसार अधिक एकाग्रता के लिए घर में स्टडी रूम उत्तर या फिर पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए.
स्टडी रूम में किस प्रकार के फर्निचर का इस्तेमाल करना चाहिए?
पढ़ाई का माहौल बना रहे और ध्यान कम भटके इस कारण स्टडी रूम में कम-से-कम फर्निचर रखने की सलाह दी जाती है, क्योंकि ज्यादा आराम वाले फर्निचर ध्यान को भटकाने का काम करते हैं, इसलिए स्टडी रूम में उतने ही फर्निचर रखें, जितना आवश्यक हो और इस रूम में टीवी जैसी चीजें जो बहुत अधिक ध्यान भटकाने वाली होती है, वो भी नहीं लगानी चाहिए.
स्टडी रूम को किन चीजों से सजाना चाहिए?
वास्तु शास्त्र के अनुसार स्टडी रूम को ऐसी चीजों से सजाना चाहिए, जो मस्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करें. आप स्टडी रूम में भगवान की मूर्ति या फिर ऐसे पौधों को रख सकते हैं, जिनमें सकारात्मक ऊर्जा होती है.
स्टडी रूम की दीवारों पर कौन-सा रंग करना चाहिए?
वास्तु शास्त्र के अनुसार स्टडी रूम की दीवारों को हल्के रंग का होना चाहिए, आप नीले और हल्के पीले रंगों का इस्तेमाल कर सकते हैं.
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