Vastu Tips Home Mandir: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का मंदिर घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है. बदलते समय के साथ घर के मंदिर में भी कई बदलाव आए हैं. अब ज्यादातर लोग घर में मंदिर रखना पसंद करते हैं. घर का मंदिर कोई भी हो, लेकिन मंदिर की ऊर्जा को बनाए रखने के लिए वास्तु शास्त्र के कुछ नियमों का ध्यान जरूर रखना चाहिए. इन वास्तु नियमों का पालन करने से आपके घर में हमेशा मां लक्ष्मी का वास होता है और जीवन में सुख-समृद्धि की कमी नहीं होती. आइए जानते हैं वास्तु शास्त्र के अनुसार मंदिर से जुड़े नियम.
घर का मंदिर कैसा होना चाहिए
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का मंदिर जहां भी बनाएं, वहां साफ-सफाई के सभी नियमों का पालन करना चाहिए. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में मंदिर हमेशा उत्तर-पूर्व कोने में रखना चाहिए. माना जाता है कि इस दिशा में देवी-देवता निवास करते हैं, इसलिए इस दिशा को सबसे पवित्र माना जाता है. इस दिशा में देवी-देवताओं का वास होता है. आप अपनी सुविधा के अनुसार लकड़ी, पत्थर का मंदिर बनवा सकते हैं या फिर सीमेंट की अलमारी या घर के किसी कोने में सीट लगाकर मंदिर स्थापित कर सकते हैं.
also read: Latest Nath Design: ट्रेंड में हैं ये 5 सोने की ‘नथिया’, दुल्हन की खूबसूरती…
मंदिर को पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में रखें
वास्तु शास्त्र के अनुसार जिस दिशा से सूर्य उदय होता है यानी पूर्व दिशा बहुत शुभ मानी जाती है. इस दिशा में मंदिर स्थापित करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. इसके अलावा उत्तर-पूर्व दिशा यानी पूर्व-उत्तर दिशा में मंदिर स्थापित करने से सकारात्मकता बनी रहती है. इस कारण से कोशिश करें कि मंदिर को पूर्व दिशा में ही स्थापित करें.
दीवार से सटाकर न रखें मूर्तियां
वास्तु शास्त्र के अनुसार मूर्तियों को दीवार से सटाकर नहीं रखना चाहिए. मूर्तियों को दीवार से सटाकर रखने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, इसलिए आपको भगवान की मूर्तियों को दीवार से दूर रखना चाहिए. पौराणिक मान्यता है कि पूजा-पाठ से जुड़े शुभ काम करते समय दीवार से पीठ लगाकर नहीं बैठना चाहिए, लेकिन अगर किसी को स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या है तो दीवार से पीठ टिकाकर बैठ सकते हैं.
also read: How To Make Lip Balm: सर्दियों में फटे होठों को इस लिप बाम से…
घर के मंदिर में ऐसी दो मूर्तियां एक साथ न रखें
पूजा कक्ष में इन खास चीजों में से दो या इससे ज्यादा नहीं रखनी चाहिए. पूजा कक्ष में दो शिवलिंग, दो शालिग्राम, दो शंख, दो सूर्य-प्रतिमा, तीन गणेश, तीन देवी प्रतिमाएं नहीं रखनी चाहिए. माना जाता है कि ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है.
घर के मंदिर में सूखे फूलों की माला न रखें
कई बार ऐसा होता है कि हम भगवान को फूल या माला चढ़ाते हैं और माला कुछ दिनों तक मंदिर में या मूर्ति पर ही रह जाती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मंदिर में कभी भी सूखे फूल या माला नहीं रखनी चाहिए, इससे वास्तु दोष हो सकता है.
घर के मंदिर में चटाई बिछाकर ही मूर्तियां रखें
घर के मंदिर से जुड़ी एक और खास बात का ध्यान रखना चाहिए. मूर्तियों को स्थापित करने से पहले मंदिर में साफ कपड़ा बिछा लें. उसके ऊपर मूर्तियों को स्थापित करें. अगर आप घर की अलमारी में भी मूर्तियां स्थापित कर रहे हैं तो भी उसमें पहले चटाई बिछा दें.