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Health Benefits of Walking: पैदल चलना सबसे आसान और एक प्रभावशाली एक्सरसाइज है. पैदल चलने से न केवल हृदय को मजबूत रखने में मदद मिल सकती है, बल्कि ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने और वजन कम करने में भी यह काफी मददगार साबित हो सकता है. रिसर्च के मुताबिक, रोजाना 10,000 से अधिक कदम चलना स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है. यह पूरे शरीर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ मूड को ठीक रखने में भी मदद करता है. दरअसल, पैदल चलने से एंडोर्फिन निकलता है, जो नेचुरल मूड लिफ्टर है और शरीर में स्ट्रेस हार्मोन के स्तर को कम करता है. जानिए रोजाना 10,000 से अधिक कदम चलने से सेहत के लिए कौन-कौन से फायदे मिल सकते हैं.
फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाता है
रोजाना पैदल चलने से फेफड़ों की क्षमता में काफी वृद्धि हो सकती है, जिससे आप अधिक मात्रा में ऑक्सीजन ले सकते हैं. जर्नल ऑफ कार्डियोपल्मोनरी रिहैबिलिटेशन एंड प्रिवेंशन में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, पैदल चलने से श्वसन की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, वेंटिलेशन में सुधार होता है और फेफड़ों की संपूर्ण कार्यप्रणाली में सुधार होता है. फेफड़ों की क्षमता बढ़ने से शारीरिक गतिविधियों के दौरान थकावट नहीं होती है और सेहत ठीक रहती है.
हृदय की सेहत के लिए है बेहतर
पैदल चलने से हृदय स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की ओर से किये गये एक रिसर्च में पाया गया कि रोजाना कम से कम 10,000 कदम पैदल चलने से हृदय रोग का खतरा 50% तक कम हो सकता है. नियमित रूप से चलने से ब्लड प्रेशर कम करने में मदद मिलती है. कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है और ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक रहता है. ये सभी कारक हृदय को सेहतमंद रखने में काफी सहायता करते हैं.
महिलाओं में स्ट्रोक को कम करता है
जर्नल स्ट्रोक में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि जो महिलाएं रोजाना 10,000 कदम या उससे अधिक चलती हैं, उनमें कम कदम चलने वाली महिलाओं की तुलना में स्ट्रोक का खतरा काफी कम होता है. शोधकर्ताओं ने करीब एक दशक तक 13,000 से अधिक महिलाओं की जांच-पड़ताल की और पाया कि जो लोग अधिक चलते थे, उनमें स्ट्रोक का जोखिम 21% कम था. पैदल चलने से ब्लड प्रेशर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है. साथ ही ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है और धमनियों में प्लाक का निर्माण कम हो जाता है, जो सभी तरह के स्ट्रोक को कम करने में मदद करते हैं.
कम हो जाता है डायबिटीज का खतरा
टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को कम करने के लिए पैदल चलना एक आसान औरप्रभावशाली तरीका है. डायबेटोलोजिया जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि प्रतिदिन 10,000 कदम चलने से डायबिटीज का खतरा काफी कम हो सकता है. शोधकर्ताओं ने 10 वर्षों तक 2,000 से अधिक लोगों की जीवनशैली को नियमित रूप से जांच-पड़ताल की और पाया कि जो लोग अधिक चलते थे, उनमें डायबिटीज होने का जोखिम उन लोगों की तुलना में 50% कम था, जो कम सक्रिय थे. पैदल चलने से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार, ब्लड शुगर लेवल को कम करने और वजन को कंट्रोल रखने में मदद मिलती है. ये सभी कारक डायबिटीज की रोकथाम में अहम भूमिका निभाते हैं.
मूड को ठीक रखता है और तनाव कम करता है
कई अध्ययन में यह देखा गया है कि पैदल चलने से मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. इससे मूड हमेशा ठीक रहता है. साथ ही तनाव का स्तर कम होता है. ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि दिन में सिर्फ 10 मिनट तक पैदल चलने से अवसाद और चिंता के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है. दरअसल, पैदल चलने से एंडोर्फिन निकलता है, जो नेचुरल मूड लिफ्टर है और शरीर में स्ट्रेस हार्मोन के स्तर को कम करता है. टहलने के दौरान खुले माहौल में समय बिताने से मूड-बूस्टिंग प्रभावों को और बढ़ा सकता है.
वजन कम करने और स्वस्थ रखने में सहायक
यदि आप कैलोरी बर्न और अपना वजन कम करना चाहते हैं, तो पैदल चलना सबसे कारगर तरीका हो सकता है. प्रतिदिन 10,000 से अधिक कदम चलकर आप अपने रोजमर्रा के कैलोरी खपत को बढ़ा सकते हैं और कैलोरी कम कर सकते हैं, जो वेट कम करने के लिए बहुत जरूरी है. पैदल चलने से कमजोर मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जो मेटाबॉल्जिम को बढ़ावा देने में मदद करती हैं. इसके अलावा बढ़ती उम्र के साथ स्वस्थ वजन बनाये रखने में मदद करती है. जर्नल ऑफ ओबेसिटी में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि प्रतिदिन 10,000 कदम चलने से डायट में बिना की फेरबदल किये बढ़ते वजन को रोकने और वेट कम करने में मदद मिल सकती है.
नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है
रोजाना पैदल चलने से अच्छी नींद आती है. जर्नल ऑफ क्लिनिकल स्लीप मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि जो वयस्क सप्ताह में कम से कम 150 मिनट (दिन में लगभग 10,000 कदम) चलते हैं, उनकी नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है और वे कम सक्रिय रहने वालों की तुलना में सुबह अधिक तरोताजा महसूस करते हैं. पैदल चलने से सोने और जागने के चक्र को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. इससे तनाव और चिंता की परेशानी कम हो सकती है.
इम्यून सिस्टम को दुरुस्त रखने में कारगर
रोजाना पैदल चलने से इम्यून सिस्टम मजबूत हो सकती है और शरीर को संक्रमण और बीमारी से लड़ने में मदद मिल सकती है. ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि जो वयस्क प्रतिदिन कम से कम 10,000 कदम चलते हैं, उनमें कम चलने वालों की तुलना में सर्दी लगने का जोखिम 43% कम होता है. पैदल चलने से शरीर में इम्यून सेल्स के सर्कुलेशन को बढ़ाने में मदद मिलती है.
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